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फर्जी गूगल कस्टमर केयर (जामताड़ा) गिरोह के 05 अंर्तराज्यीय ठग गिरफ्तार

  -  बैंक  खातों  में  लिंक  मोबाईल  नम्बर  को  अपडेट  करने  तथा  विभिन्न  रिमोट एक्सेस  एप डाउनलोड  कराकर  लोगों  को  अपने  झांसे  में  लेक...

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-  बैंक  खातों  में  लिंक  मोबाईल  नम्बर  को  अपडेट  करने  तथा  विभिन्न  रिमोट एक्सेस  एप डाउनलोड  कराकर  लोगों  को  अपने  झांसे  में  लेकर  देश  भर  में करते है ठगी।

-    आरोपियों  द्वारा  थाना पण्डरी  एवं  पुरानी  बस्ती  में दर्ज  प्रकरण के  चारों  प्रार्थियों से कुल 19,54,040/- रूपये की किये है ठगी।

-    थाना  पण्डरी  के  अपराध  क्रमांक  14/2023  धारा  420  भादवि  के  प्रार्थी  सुदर्शन जैन  के  प्रकरण  में  एण्टी  क्राईम  एण्ड  साईबर  यूनिट  की  साईबर  विंग  द्वारा घटना  घटित  होने के  उपरांत  त्वरित कार्यवाही करते  हुए  प्रार्थी  के  खाते  में  11 लाख रूपये कराये जा चुके है वापस (रिफण्ड)।

-    फर्जी  गूगल  कस्टमर  केयर  के  नाम  पर  क्विक  सपोर्ट,  टीम  व्यूवर  एवं एनीडेस्क  सहित  अन्य  एप  डाउनलोड  कराकर  देते  है  ठगी  की  घटनाओं  को अंजाम।

-    गिरफतार  आरोपियों  मंे  04  जामताड़ा,  देवघर  झारखण्ड  व  01  आरोपी  जालोर राजस्थान के निवासी।

-    आरोपियों द्वारा ठगी हेतु उपयोग किये जाने वाले मोबाईल नंबर एवं बैंक खाते रहते है किसी अन्य व्यक्तियों के नाम पर।

-    आरोपियान दुर्गापुर पश्चिम बंगाल में एक मकान में ठगी की घटनाओं को देते थे अंजाम।

-   झारखण्ड  के  गिरीडीह,  देवघर,  धनबाद  एवं  जामताड़ा  एरिया  पूरे  देशभर  में  है सायबर क्राईम करने के नाम से प्रसिद्ध।

-    आरोपियों  के  कब्जे  से  घटना  से  संबंधित  16  नग  मोबाईल  फोन,  विभिन्न कम्पनियों के 151 नग सिम कार्ड एवं अलग- अगल बैंको के 11 नग ए.टी.एम. कार्ड किया गया है जप्त।

-    आरोपियों  के  विरूद्ध  थाना  पण्डरी  में  अपराध  क्रमांक  14/2023  धारा  420,  34 भादवि.,  51/2023  धारा  420,  34,  295/2022  धारा  420,  34  भादवि.  तथा थाना  पुरानी  बस्ती  के  अपराध  क्रमांक  551/2022  धारा  420,  34  भादवि.  का अपराध किया गया है पंजीबद्ध।

-    आरोपियों से ठगी की अन्य घटनाओं तथा गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में की जा रही है विस्तृत पूछताछ।

-    आरोपियों  के  द्वारा  गुजरात,  यू0पी0,  बिहार  एवं  वेस्ट  बंगाल  में  भी  ठगी  को दिया है अंजाम।

  प्रार्थी  सुदर्शन  जैन  ने  थाना  पण्डरी  में  रिपोर्ट  दर्ज  कराया  कि  वह  अशोका  हाईट्स मोवा रायपुर में रहता है। प्रार्थी के आई.सी.आई.सी.आई, आई.डी.एफ.सी, क्रेडिट कार्ड एवं फोन पे एप में उसका मोबाईल नम्बर 9302120235 एवं 8109571337 लिंक है। दिनांक 06.01.2023 को प्रार्थी को अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा ओ.टी.पी जानने के लिये फोन आया जिस पर  प्रार्थी  द्वारा  बैंक  में  इसकी  शिकायत  दी  गई,  जिस  पर  बैंक  द्वारा  प्रार्थी  को  रजिस्टर्ड मोबाईल फोन नम्बर बदलने का सुझाव दिया गया।  प्रार्थी ने दिनांक 13.01.2023 को फोन पे एप में अपना रजिस्टर्ड मोबाईल फोन नम्बर बदलने के लिये गूगल में सर्च कर कस्टमर केयर का मोबाईल नम्बर प्राप्त किया। प्रार्थी द्वारा मोबाईल नम्बर पर फोन लगाने पर उक्त मोबाईल फोन नम्बर के अज्ञात धारक द्वारा प्रार्थी को फोन पे एप में नम्बर बदलने हेतु मोबाईल फोन में फे-सपोर्ट  नामक  एप  डाउनलोड करने  को  कहा, जिस  पर  प्रार्थी द्वारा उक्त  अज्ञात मोबाईल फोन  के  धारक  के  कहे  अनुसार  अपने  मोबाईल  फोन  में  फै-सपोर्ट  एप  डाउनलोड  किया  एवं उसके  बताये  अनुसार  प्रोसेस  करने  लगा।  इसी  दौरान  प्रार्थी  को  उसके  मोबाईल  फोन  पर उसके  एच.डी.एफ.सी  बैंक  खाते  एवं  क्रेडिट  कार्ड,  आई.डी.एफ.सी  क्रेडिट  कार्ड  तथा  इंडसइंड बैंक क्रेडिट कार्ड से अलग-अलग किश्तों में कुल 14,49,041/- रूपये का आॅनलाईन आहरण होने की जानकारी प्राप्त हुई। इस प्रकार अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रार्थी के साथ फै-सपोर्ट नामक एप  डाउनलोड  करा  उससे  लाखों  रूपये  की  ठगी  की  गई  है।  जिस  पर  अज्ञात  आरोपी  के विरूद्ध  थाना  पण्डरी  में  अपराध  क्रमांक  14/2023  धारा  420  भादवि.  का  अपराध  पंजीबद्ध किया गया।

प्रार्थी सुभाष चंद्र ने थाना पण्डरी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह अशोका रतन शंकर नगर रायपुर में रहता है तथा एस.के.एस इस्पात एडं पावर लिमिटेड सिलतरा रायपुर में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत है। दिनांक 07.02.2023 को अज्ञात मोबाईल नंबर 8927188479 के धारक  द्वारा  प्रार्थी  केे  मोबाईल  फोन  में  ओटीपी  भेजकर  तथा  मोबाईल  फोन  में  एनीडेस्क  एप डाउनलोड कराकर प्रार्थी के बैंक खाते से 1,92,201/- रूपये का ठगी किया था। जिस पर अज्ञात  आरोपी  के  विरूद्ध  थाना  पण्डरी  में  अपराध  क्रमांक  51/2023  धारा  420  भादवि.  का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

 प्रार्थिया श्रीमती संध्या काबरा ने थाना पण्डरी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह  अशोका रतन  रायपुर  में  रहती  है।   प्रार्थिया  द्वारा  एचडीएफसी  बैंक  से  क्रेडिट  कार्ड  प्राप्त  करने  हेतु आॅनलाईन  आवेदन  दिया  गया  था।  दिनांक  25.08.2022  को  प्रार्थिया  के  मोबाईल  नंबर 9826196818 पर अज्ञात मोबाईल नंबर 7584994407 के धारक द्वारा फोन कर कहा गया कि आपका  क्रेडिट  कार्ड  अभी  तक  नहीं  आया  है  तथा  प्राप्त  करने  हेतु  एनीडेस्क  एप  डाउनलोड करने  कहा  जिस  पर  प्रार्थिया  द्वारा  अपने मोबाईल  फोन  पर  एनीडेस्क  एप  डाउनलोड  किया। प्रार्थिया  अज्ञात  मोबाईल  नम्बर  के  धारक  द्वारा  बताये  अनुसार  प्रोसेस  करने  पर  उसके एचडीएफसी बैंक खाता से अलग-अलग किश्तों में कुल 2,12,798/- रूपये आहरण होने की जानकारी प्राप्त हुई। इस प्रकार अज्ञात मोबाईल नम्बर के धारक द्वारा प्रार्थिया   को एनीडेस्क एप  डाउनलोड  कराकर  उससे  लाखों  रूपये  की  ठगी  की  गई।  जिस  पर  अज्ञात  आरोपी  के विरूद्ध थाना पण्डरी में अपराध क्रमांक 295/22 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।


 प्रार्थी  केदार  प्रधान  ने  थाना  पुरानी  बस्ती  में  रिपोर्ट  दर्ज  कराया  कि वह कुशालपुर पुरानीबस्ती में रहता है तथा  दिनांक 14.12.2022 को अज्ञात एच.डी.एफ.सी बैंक के खाता  धारक  द्वारा  प्रार्थी  के  उड़ीसा  स्थित  एस.बी.आई.  बैंक  के  खाते  से  1,00,000/-  रूपये का आॅनलाईन आहरण कर ठगी किया गया। जिस पर अज्ञात अरोपी के विरूद्ध थाना पुरानी बस्ती में अपराध क्रमांक 551/22 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

वरिष्ठ  अधिकारियों  के  निर्देशन  में  प्रार्थी  सुदर्शन  जैन  के  साथ  ठगी  की  घटना  घटित होने के उपरांत पूर्व में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की साईबर विंग द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ कर लेन-देन एवं अन्य समस्त जानकारियां प्राप्त करते हुए जिन खातों  में  आवेदक  द्वारा  रकम  स्थानांतरण  किया  गया  था  उनकी  जानकारी  प्राप्त  कर  साईबर विंग द्वारा प्रार्थी के खाते में कुल 11,00,000/- रूपये वापस (रिफण्ड) कराया जा चुका है।

चूंकि उक्त दोनों घटनायें गंभीर प्रवृत्ति की होने से घटना को  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध श्री  अभिषेक  माहेश्वरी,  अतिरिक्त  पुलिस  अधीक्षक  पश्चिम  श्री  देव  चरण  पटेल,  नगर  पुलिस अधीक्षक  पुरानी  बस्ती  श्री  राजेश  चैधरी,  नगर  पुलिस  अधीक्षक  सिविल  लाईन  श्री  वीरेन्द्र चतुर्वेदी, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री दिनेश सिन्हा, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट, थाना  प्रभारी  पुरानी  बस्ती  तथा  थाना  प्रभारी  पण्डरी  को  अज्ञात  आरोपियों  की  पतासाजी  कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना पण्डरी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में  प्रार्थिया से विस्तृत  पूछताछ किया गया। टीम के  सदस्यों  द्वारा  जिस  मोबाईल  नंबरों  से  प्रार्थी  के  मोबाईल  फोन  पर  किया  गया  था,  उन मोबाईल  नंबरों  का  तकनीकी  विश्लेषण  करने  के  साथ  ही  जिन  खातों  में  रकम  स्थानांतरित किये  गये  थे,  उन  खातों  के  संबंध  में  भी  संबंधित  बैंकों  से  दस्तावेज  व  जानकारी  प्राप्त  की जाकर  अज्ञात  आरोपी  को  चिन्हांकित  करने  के  प्रयास  किये  जा  रहे  थे।  इसी  दौरान  अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी में लगी टीम को मोबाईल नंबरों तथा दस्तावेजो का लगातार विश्लेषण करते  हुये  अंततः  आरोपी  को  चिन्हांकित  करने  में  सफलता  मिली  तथा  आरोपियों  को  पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में लोकेट किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों को पश्चिम बंगाल रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) पहुंचकर लगातार कैम्प करते हुए आरोपियों की पड़ताल करने पर यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपियों द्वारा बहुत ही सर्तकता से अपनी स्वयं की पहचान छिपाते हुये इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर फर्जी होने के साथ ही बैंक खातों के पते भी दूसरे स्थानों के थे। आरोपियों द्वारा उन मोबाईल नंबरों एवं खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया गया था। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपियों के दुर्गापुर स्थित एक मकान में होने की जानकारी प्राप्त हुई जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा उक्त मकान में रेड कार्यवाही की गई  मकान  में  पांच  व्यक्ति  उपस्थित  थे।  पूछताछ  में  व्यक्तियों  ने  अपना  नाम  एम.डी.  आलम, दिनेश  राय,  प्रकाश  राजवार,  महेन्द्र  सिंह  तथा  रोहित  कुमार  यादव  निवासी  देवघर  झारखण्ड का होना बताया गया। घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त ठगी की घटनाओं को कारित करने के अलावा देशभर में मोबाईल नम्बर अपडेट करने के नाम पर अलग-अलग लोगोें को अपना शिकार बनाते हुए लाखों रूपए की ठगी करना बताया गया।

जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा पांचों आरोपियों को गिरफ्तार उनके कब्जे से घटना से संबंधित 16 नग मोबाईल फोन, विभिन्न कम्पनियों के 151 नग सिम कार्ड एवं अलग- अलग बैंको के 11 नग ए.टी.एम. कार्ड जप्त कर आरोपियों को ट्रांजिस्ट रिमाण्ड पर दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) से रायपुर लाया गया है।

गिरफ्तार आरोपी-

01. एम.डी.  आलम  पिता  पांचूमिया  उम्र  33  साल  निवासी  झारखण्ड  हाल  पता  विधान  नगर निरामोय हाॅस्पिटल के पास दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल)।

02. दिनेश  राय  पिता  भोलानाथ  उम्र  21  साल  निवासी  झारखण्ड  हाल  पता  विधान  नगर निरामोय हाॅस्पिटल के पास दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल)।

03. प्रकाश  राजवार  पिता  देवी  राजवार  उम्र  30  साल  निवासी  झारखण्ड  हाल  पता  विधान नगर निरामोय हाॅस्पिटल के पास दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल)।

04. महेन्द्र  सिंह  पिता  प्रताप  सिंह  उम्र  28  साल  निवासी  राजस्थान  हाल  पता  प्रत्युंजय हाउसिंग बी-20 मुटीपारा दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल)।

05. रोहित  कुमार  यादव  पिता  प्रभाकर  यादव  23  साल  निवासी  देवघर  झारखण्ड  हाल  पता विधान नगर निरामोय हाॅस्पिटल के पास दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल)।

कार्यवाही  में  निरीक्षक  दीपक  पासवान  थाना  प्रभारी  पण्डरी,  एण्टी  क्राईम  एण्ड साईबर  यूनिट  से  निरीक्षक  गौरव  तिवारी,  प्र.आर.  महेन्द्र  राजपूत,  राधाकांत  पाण्डेय,  मार्तण्ड सिंह,  आर.  धनंजय  गोस्वामी,  हिमांशु  राठौड़,  आशीष  पाण्डेय,  संदीप  सिंह,  आलम बेग, सुरेश  देशमुख, नितेश राजपूत,  गणेश  मरावी,  रवि  प्रभाकर,  बसंती मौर्य,  रक्षित केन्द्र  उपनिरीक्षक यू.एन.  शांत कुमार,  थाना  खम्हारडीह  से  उपनिरीक्षक  रूपेन्द्र  देवांगन,  थाना  आमानाका  से  सउनि  वीर  सिंह राज की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।