बिलासपुर रायपुर . असल बात news. यह छत्तीसगढ़ की भयंकर बड़ी रेल दुर्घटना थी. इसमें मालगाड़ी एवं मेमू लोकल की टक्कर हो गई. दुर्घटना इतनी भय...
बिलासपुर रायपुर .
असल बात news.
यह छत्तीसगढ़ की भयंकर बड़ी रेल दुर्घटना थी. इसमें मालगाड़ी एवं मेमू लोकल की टक्कर हो गई. दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि लोकल के कुछ डिब्बे मालगाड़ी के ऊपर तक चढ़ गए और कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए. दुर्घटना के तुरंत बाद इसमें 6 लोगों की मौत हो जाने की खबर आ रही थी लेकिन अब मृतकों और घायलों की संख्या काफी अधिक बढ़ गई है. इस दुर्घटना में लोकल ट्रेन के पायलट और लोको पायलट की भी जान चली गई है.हालांकि डिरेलमेंट के भयावह हादसा के तुरंत बाद रेल प्रशासन के द्वारा राहत में बचाव के कार्य तेज गति से शुरू कर दिए गए. अभी रेल प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ आम लोगों के दिमाग में भी यह बड़ा सवाल कौध रहा है कि आखिर ट्रेन टक्कर की इतनी बड़ी भयंकर दुर्घटना कैसे हो गई. जो डिब्बे मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए थे वहां से यात्रियों को सीढ़ी लगाकर नीचे उतरना पड़ा. रेल मंत्री ने दिल्ली से इस घटना के बारे में पूरी जानकारी ली है और राहत एवं बचाव कार्य तेज गति से करने के निर्देश दिए गए हैं.रेलवे के द्वारा अस्पताल जाकर पीड़ितों को मुआवजा राशि वितरित की गई है.छत्तीसगढ़ में रेलवे की यह बड़ी दुर्घटना है जिसमें इतनी अधिक जनक्षति हुई है. रेलवे प्रशासन के द्वारा अब बताया गया है कि रेस्क्यू एंड रीस्टोरेशन वर्क कंप्लीट कर लिया गया है.
इस दुर्घटना के मृतकों और घायलों की संख्या अब बढ़ गई है.रेलवे प्रशासन द्वारा अभी अधिकृत तौर पर बताया गया है कि बिलासपुर स्टेशन के समीप कल हुई मालगाड़ी एवं मेमू लोकल के डिरेलमेंट की घटना में 11 यात्रियों की मृत्यु एवं 20 यात्री घायल हुए है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली स्थित वार रूम से पूरी घटना की जानकारी ली है और राहत और बचाव कार्य संबंधी निर्देश दिए। रेलवे ने दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के लिए 10 लाख रुपए का एक्स ग्रेशिया और गंभीर रूप से घायल यात्रियों के लिए 5 लाख तथा सामान्य घायल यात्रियों के लिए एक लाख के मुआवजे की घोषणा की है। मुआवजा राशि का वितरण दक्षिण पूर्व मध्य रेल की टीम द्वारा विभिन्न अस्पताल में जाकर किया गया।
रेल प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य तत्काल प्रारंभ कर दिए गए थे तथा घायलों को नजदीकी अस्पतालों में समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रभावित घायल यात्रियों का विवरण इस प्रकार है :-
1. मथुरा भास्कर, स्त्री, आयु 55 वर्ष
2. चौरा भास्कर, पुरुष, आयु 50 वर्ष
3. शत्रुघ्न, पुरुष, आयु 50 वर्ष
4. गीता देबनाथ, स्त्री, आयु 30 वर्ष
5. मेहनिश खान, स्त्री, आयु 19 वर्ष
6. संजू विश्वकर्मा, पुरुष, आयु 35 वर्ष
7. सोनी यादव, स्त्री, आयु 25 वर्ष
8. संतोष हंसराज, पुरुष, आयु 60 वर्ष
9. रश्मि राज, स्त्री, आयु 34
10. ऋषि यादव, आयु 2 वर्ष
11. तुलाराम अग्रवाल, पुरुष, आयु 60 वर्ष
12. अराधना निषाद, स्त्री, आयु 16 वर्ष
13. मोहन शर्मा, पुरुष, आयु 29 वर्ष
14. अंजूला सिंह, स्त्री, आयु 49 वर्ष
15. शांता देवी गौतम, स्त्री, आयु 64 वर्ष
16. प्रीतम कुमार, पुरुष, आयु 18 वर्ष
17. शैलेश चंद्र, पुरुष, आयु 49 वर्ष
18. अशोक कुमार दीक्षित, पुरुष, आयु 54 वर्ष
19. नीरज देवांगन, पुरुष, आयु 53 वर्ष
20. राजेंद्र मारुति बिसारे, पुरुष, आयु 60 वर्ष
घटना में घायलों को त्वरित अनुग्रह सहायता राशि के अग्रिम के रूप में ₹50,000/- प्रत्येक की राशि प्रदान की गई है।वर्तमान में घायलों का उपचार विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में किया जा रहा है।
रेल प्रशासन द्वारा सभी अस्पतालों से लगातार संपर्क बनाए रखा गया है तथा प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति के लिए चिकित्सा, परिवहन एवं आवश्यक सहयोग सुनिश्चित किया गया है।वरिष्ठ रेल अधिकारी निरंतर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मालगाड़ी एवं मेमू लोकल के डिरेलमेंट का रेस्क्यू एंड रीस्टोरेशन वर्क अब कंप्लीट कर लिया गया है.
Down mainline movement started at 18.16
Mid line fit at 21.35
Up mainline fit at-3.52
Up outer line fit at -5.30
Rescue and restoration work complete at 5.30
बिलासपुर रेल दुर्घटना में प्रभावित परिवारों के प्रति विधायक पुरंदर मिश्रा ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना अत्यंत दुखद है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और रेलवे की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटी हैं। बिलासपुर जिला कलेक्टर से जानकारी लेकर उन्हें हरसंभव सहायता और राहत कार्यों के लिए निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ है। घायलों के उपचार के लिए सभी आवश्यक संसाधन और चिकित्सा सहायता सुनिश्चित की जा रही है। विधायक मिश्रा ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए कहा कि “यह दुःखद घड़ी हम सभी के लिए पीड़ादायक है, राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ स्थिति पर नजर रख रही है।”
कई सारे सवाल हैं...???
लोकल ट्रेन... कम स्पीड वाली ट्रेन होती है....
लेकिन,,दुर्घटनाग्रस्त लोकल ट्रेन.. के डिब्बे जिस तरह से मालगाड़ी के ऊपर 20 फीट ऊपर तक चढ़... गए हैं उससे लगता है कि.... दुर्घटना होने तक भी... उस लोकल ट्रेन की स्पीड.. काफी अधिक थी...
लोकल ट्रेन......
सिग्नल को ओवर सूट भी कर लेती है....
तो.. कम से कम 500 मीटर दूरी से तो दिख जाना संभव हो सकता है कि.. उस लाइन पर ही आगे कोई दूसरी ट्रेन खड़ी है..
यह समझ से परे है कि.....
उसी लाइन पर.. आगे खड़ी ट्रेन दिखे जाने के बाद... दुर्घटनाग्रस्त लोकल ट्रेन की स्पीड कम की गई थी कि अथवा नहीं...
?????
: यह तो निश्चित लगता है कि कम स्पीड रहने पर लोकल ट्रेन टकराई होती..... तो इंजन सहित उसके डिब्बे का...मालगाड़ी के ऊपर....20 फीट ऊंचाई तक चढ़ जाना... आसान नहीं होता...
?????
कि..
रेड सिग्नल को भी नहीं देखा गया....
और सामने खड़ी मालगाड़ी को भी.... लोको पायलट और सह पायलट...
दोनों ने नहीं देखा...
इन सवालों का जवाब समझना आसान नहीं है...
यह सवाल, कहीं अनसुलझे भी ना रह जाय..
लेकिन एक बात यह भी है कि जिस क्षेत्र में दुर्घटना हुई है..
वहां आसपास काफी दूर तक कोई गांव नहीं है... वह सुनसान इलाका सा लगता है...
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