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जंग लगे सर्जिकल ब्लेडों को वापस मंगाया गया

  रायपुर/बिलासपुर. जंग लगे सर्जिकल ब्लेड्स की सरकारी अस्पताल में सप्लाई के मामले में आज हाईकोर्ट ने सुनवाई की. डिवीजन बेंच में शासन की ओर से...

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  रायपुर/बिलासपुर. जंग लगे सर्जिकल ब्लेड्स की सरकारी अस्पताल में सप्लाई के मामले में आज हाईकोर्ट ने सुनवाई की. डिवीजन बेंच में शासन की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता वाय एस ठाकुर ने बताया कि हमने सभी ब्लेड्स वापस मंगा लिए हैं. कहीं भी अब खराब ब्लेड नहीं हैं. ओर से इसी तरह यह भी कहा गया कि अब मार्केट से रीएजेंट की खरीदी की जा रही है.


सरकारी अस्पतालों, विशेष रूप से जिला अस्पताल बिलासपुर में रीएजेंट की कमी पर सुनवाई चल रही है. इस मामले में बुधवार को चीफ जस्टिस की डीबी में हुई सुनवाई में सीजीएमएससीएल की ओर से बताया गया कि अब सीधे खुले बाजार से ही खरीदी हो रही है. इसके साथ ही जंग लगे सर्जिकल ब्लेड्स पर भी हाईकोर्ट ने सुनवाई की. इससे पूर्व समाचारों में यह प्रकाशित हुआ था कि महासमुंद जिले के सबसे बड़े अस्पताल, मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में इस्तेमाल किए जाने वाले 50 से अधिक सर्जिकल ब्लेड खराब और जंग लगे हुए पाए गए. जिसे लेकर ऑपरेशन थियेटर की नर्सिंग सिस्टर ने अस्पताल अधीक्षक से लिखित शिकायत की और इसे मरीजों के लिए जानलेवा बताया. इस पर संज्ञान लेकर हाईकोर्ट ने जनहित याचिका पर सुनवाई शुरू कर दी थी.


मरीजों में सेप्टिक का खतरा

नर्सिंग सिस्टर की शिकायत पर अस्पताल अधीक्षक ने प्रबंध संचालक सीजीएमएससीएल को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की थी, वहीं इस बैच और कंपनी की सभी सप्लाई को रद्द कर रिप्लेस करने का पत्र भेजा गया था, अधीक्षक ने प्रबंध संचालक को लिखे गए पत्र में बताया है कि, मार्च महीने के मंथली इंडेंट में सर्जिकल ब्लेड नंबर 22, मात्र 500, जिसका बैच नंबर जी-409, एक्सपायरी डेट 05/2029 है. जब से इस बैच के सर्जिकल को इस्तेमाल में लाया जा रहा है, तब से लेकर अब तक कुल 50 सर्जिकल ब्लेड्स लूज पैकिंग और जंग लगे पाए गए हैं. जिसे ऑपरेशन थिएटर में उपयोग में नहीं लाया जा सकता, क्योंकि इसके उपयोग से मरीजों में सेप्टिक का खतरा है.