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पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन को मिलेंगी नई सुविधाएं, जीएम तरुण प्रकाश ने किया निरीक्षण

 गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक (जीएम) तरुण प्रकाश ने शुक्रवार को पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन का दौर...

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 गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक (जीएम) तरुण प्रकाश ने शुक्रवार को पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने स्टेशन परिसर और आसपास चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और भविष्य की परियोजनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की. निरीक्षण के समय बिलासपुर मंडल रेल प्रबंधक (DRM) राजमल खोईवाल और अन्य मंडल अधिकारी भी मौजूद रहे.



जीएम ने बिलासपुर से पेंड्रारोड तक हो रहे निर्माण कार्यों की प्रगति पर संतोष जताया. साथ ही पेंड्रारोड से गेवरारोड तक बनाई जा रही नई रेल लाइन को तय समय सीमा के भीतर चालू करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान उन्होंने तीसरी रेल लाइन और अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पेंड्रारोड स्टेशन के विकास कार्यों की भी समीक्षा की.



नागरिकों ने सौंपा ज्ञापन


पेंड्रारोड रेल सलाहकार समिति के सदस्यों और स्थानीय नागरिकों ने मौके पर जीएम को ज्ञापन सौंपकर कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं. इनमें प्रमुख ट्रेनों के ठहराव की मांग शामिल रही

* संतरागाछी-कमलापति हमसफर एक्सप्रेस

* जबलपुर-संतरागाछी हमसफर एक्सप्रेस

* भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस

* अंबिकापुर-दुर्ग एक्सप्रेस को नागपुर तक बढ़ाए जाने का प्रस्ताव

इसके अलावा शाम को बिलासपुर तक मेमू ट्रेन चलाने, गोरखपुर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज/अंडरब्रिज, रेलवे स्टेशन से वार्ड क्रमांक 02 समतापुर तक ब्रिज निर्माण, स्टेशन के मेन गेट पर स्थानीय संस्कृति की झलक दिखाने, अमरकंटक परिक्रमा यात्रियों के लिए रैन बसेरा और आरक्षण में ऑफलाइन भुगतान जैसी मांगें भी रखी गईं.


जीएम ने दी बड़ी सौगात


नागरिकों की मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए जीएम तरुण प्रकाश ने कई प्रस्तावों पर सहमति जताई. उन्होंने घोषणा की कि पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज (FOB) विद लिफ्ट का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा स्टेशन के प्रवेश द्वार पर स्थानीय संस्कृति की झलक दिखाई देगी, जिसमें कबीरदास, रवींद्रनाथ टैगोर और डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसी विभूतियों की गाथा अंकित की जाएगी.


 जीएम ने आश्वासन दिया कि अमरकंटक से मेल खाता हुआ स्टेशन का स्वरूप विकसित किया जाएगा और यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी मांगों पर गंभीरता से कार्यवाही की जाएगी ताकि पेंड्रारोड स्टेशन यात्रियों की सुविधा और क्षेत्र की पहचान का केंद्र बन सके.