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कृषि वैज्ञानिकों एवं प्रसार कार्यकर्ताओं के लिये संवाद कौशल बहुत जरूरीः डॉ. चंदेल

  कृषि वैज्ञानिकों एवं प्रसार कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित तीन दिवसीय  क्षमता विकास प्रशिक्षण का समापन रायपुर  . असल बात news.   23 जुलाई, 202...

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कृषि वैज्ञानिकों एवं प्रसार कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित तीन दिवसीय 

क्षमता विकास प्रशिक्षण का समापन

रायपुर  .

असल बात news.

 23 जुलाई, 2025.

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा है कि कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स के बढ़ते महत्व को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों तथा प्रसार कार्यकर्ताओं के लिए कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स के उपयोग के बारे में जानना बहुत जरूरी है। इसके अतिरिक्त किसानों के साथ सीधा संवाद होने की वजह से उनमे संवाद कौशल, प्रस्तुतीकरण तथा नेतृत्व क्षमता जैसे गुणों का होना भी आवश्यक है। डॉ. चंदेल ने कहा कि प्राध्यापकों, कृषि वैज्ञानिकों एवं प्रसार कार्यकर्ताओं में इन गुणों के विकास हेतु समय-समय पर क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। 

डॉ. चंदेल आज यहां विस्तार शिक्षा संस्थान, आणंद (गुजरात) तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशालय विस्तार सेवाएं के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन समारोह के मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे। कार्यक्रम के अध्यक्षता निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एस.एस. टूटेजा ने की। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंर्तगत संचालित विभिन्न महाविद्यालयों के प्राध्यापक तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों के विषय वस्तु विशेषज्ञ शामिल हुए। 

इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रतिभागियों को संवाद कौशल, संभाषण कौशल, तथा प्रस्तुतीकरण कौशल विकास के साथ ही ग्राफिक डिजाइनिंग, पावर पाइंट प्रेजेंटेशन निर्माण, विडियो प्रोडक्शन तकनीक, कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। विस्तार शिक्षा संस्थान, आणंद (गुजरात) के प्रशिक्षकों डॉ. केयूर गरधरिया, डॉ.रवि कुमार चौधरी तथा डॉ.बी.एस. दिवेकर ने विभिन्न विषयों पर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों से फीडबैक भी प्राप्त किये गए। कार्यशाला का समन्वय तथा संचालन डॉ. ज्योति भट्ट द्वारा किया गया।