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The Naxal Story के निर्देशक सुदीप्तो सेन बोले- बस्तर की सड़क डामर से नहीं शहीदों के खून से बनी

  जगदलपुर।  बस्तर की धरती एक बार फिर सिनेमा के माध्यम से इतिहास रचने जा रही है। चर्चित फिल्म “द केरला स्टोरी” और “बस्तर: द नक्सल स्टोरी” के ...

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 जगदलपुर। बस्तर की धरती एक बार फिर सिनेमा के माध्यम से इतिहास रचने जा रही है। चर्चित फिल्म “द केरला स्टोरी” और “बस्तर: द नक्सल स्टोरी” के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने बस्तर पर आधारित अपनी नई फिल्म की घोषणा कर दी है। यह फिल्म बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे को केंद्र में रखकर बनाई जाएगी। दरअसल, सुदीप्तो सेन बस्तर शांति समिति द्वारा आयोजित “बीजिंग से बस्तर तक संवाद” कार्यक्रम में शामिल होने जगदलपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि करीब 40 वर्षों से नक्सलवाद से जूझता बस्तर अब शांति की ओर अग्रसर है। यह परिवर्तन उनकी अगली फिल्म की कहानी का मूल होगा। सुदीप्तो सेन ने आगे कहा कि बस्तर अब नक्सलमुक्त होने की कगार पर है। यहां के लोगों की कहानियां, जवानों की बहादुरी और सरकार के प्रयासों को दुनिया के सामने लाना जरूरी है। तो जरूर मैं बस्तर को लेकर एक फिल्म बनाऊंगा। सुदीप्तो सेन ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि उन्होंने बस्तर: द नक्सल स्टोरी बनाई और आगे भी ऐसी फिल्में बनाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद पर लड़ाई अब क्लाइमेक्स की ओर है। बस्तर में बदलाव आज से नहीं, बल्कि 2012-13 से शुरू हुआ। सेन ने बताया कि यह कहा जाता है कि बस्तर का रास्ता डामर से नहीं, बल्कि शहीदों के खून से बना है। फिल्म की शूटिंग और रिलीज की तारीखों को लेकर अभी निर्देशक सुदीप्तो सेन ने अभी कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन यह निश्चित है कि बस्तर एक बार फिर सिनेमा के माध्यम से वैश्विक मंच पर अपनी विशेष पहचान बनाएगा।बता दें कि छत्तीसगढ़ का बस्तर क्षेत्र दशकों तक नक्सलवाद की छाया में रहा है, लेकिन अब यह धरती शांति और विकास की ओर बढ़ रही है। इसी बदलाव को रेखांकित करने के लिए फिल्म निर्देशक सुदीप्तो ने बस्तर पर आधारित अपनी नई फिल्म की घोषणा की है।