कोंडागांव,केशकाल . असल बात news. जन सेवा समाज सेवा के क्षेत्र में कोई भी आगे आता है तो उसका सभी जगह स्वागत होता है.और जब कोई कलेक्टर स्तर...
कोंडागांव,केशकाल .
असल बात news.
जन सेवा समाज सेवा के क्षेत्र में कोई भी आगे आता है तो उसका सभी जगह स्वागत होता है.और जब कोई कलेक्टर स्तर का प्रशासनिक अधिकारी इस क्षेत्र में आगे आए तो उसे वहां हाथों हाथ लेना और उसका स्वागत करना स्वाभाविक ही है. केशकाल में विधायक और पूर्व कलेक्टर नीलकंठ टेकाम, समाज के पीड़ित कमजोर वर्ग के लोगों की सेवा में लगी शांति फाउंडेशन को हर संभव सहयोग प्रदान कर रहे हैं. कलेक्टर रहते हुए भी श्री टेकाम ने इस संस्था को समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया.आज इस संस्था का सहयोग मानसिक व शारीरिक बीमारियों से मुक्ति पाने वाले नागरिक कहीं वृक्षारोपण कर रहे हैं, तो कहीं पशुओं की सेवा में लगे हुए हैं.
शांति फाउंडेशन के संरक्षक के तौर पर विधायक निलकंठ टेकाम आज भी जब कोण्डागांव पहुंचते हैं तो इस पुनीत कार्य से दुर नहीं रह पाते जब कोण्डागांव आना होता है तो मरिजो की जानकारी लेते है समय रहने पर मंरिजो से मिल कर हल चाल जानते ही है
नीलकंठ टेकाम जी ने कहा कि आज इस क्षेत्र समाज के लिए सबसे बड़ा कार्य यह है की जो मरीज कल तक कुछ के लायक नहीं थे आज वह समाज की मुख्य अंग बनकर अपनी भूमिका निभा रहे हैं आज इन मरीजों के द्वारा हजारों की तादाद में पौधे तैयार करके इन शहरों के डिवाइडरों में लगाया गया है इस शहर की सुंदरता में उन मरीजों का बहुत बड़ा योगदान है आज सड़कों से उठाकर बेस्ट प्लास्टिक बॉटल से ट्री गार्ड बनाकर जगह-जगह लगाया गया है आज शहर के सुंदरता में संस्था शांति फाउंडेशन का बहुत बड़ा योगदान है आज बोल-बोला गोठान में धो लोग हैं जिन्हे परिवार के लोगों ने लायक नहीं समझा मानसिक बीमारी के कारण उन्हें सड़कों पर और यहां वहां छोड़ा आज वह लोग इतनी बड़ी जवाबदारी बड़ी सहजता और बहुत ही काबिले तारीफ तरीके से यहां पर अपनी भूमिका निभा रहे हैं
गोठान को संचालित करने में मुख्य भूमिका वही मरीज निभा रहे है जो कल तक इस शहर में इस जिले में यहांवहां घूमते हुए पाए जाते थे जो किसी काम के नहीं थे आज वह समाज क्षेत्र का काम कर रहे हैं
मरीजो के द्वारा किये जाने वाले कार्यों का विधायक निलकंठ टेकाम जी के द्वारा निरीक्षण किया गया जिसमें बदक पालन मुर्गी पालन मछली पालन गाय पालन के कार्य किया जा रहा है साथ ही गायों को अपने हाथ से चारा खिलाया गया और कहा गया इस पुनीत कार्य का कोई तोड़ नहीं है आज वह मानसिक बीमार जो कल तक सड़कों पर भटकने पर मजबूर थे आज ये लोग अपने आप को स्थापित कर रहे हैं पुनर्वास कर रहे हैं यह हमारे समाज के लिए बहुत बड़ी बात है इस कार्य से हर व्यक्ति को जुड़ना चाहिए कार्य को आगे बढ़ना चाहिए