मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू नई दिल्ली, छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़।। 00 विशेष संवाददाता/अशोक त्रिपाठी देश म...
मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू
नई दिल्ली, छत्तीसगढ़।
असल बात न्यूज़।।
00 विशेष संवाददाता/अशोक त्रिपाठी
देश में पांच राज्यों छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राजस्थान तेलंगाना और मिजोरम में कराया जाना है चुनाव। यह चुनाव इस साल के अंत तक हर हालत में कर लिए जाने हैं। इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने इनके चुनाव कार्यक्रमों की अभी घोषणा कर दी है।
निर्वाचन आयोग भारत में पांच राज्यों के चुनाव के कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है। इसमें छत्तीसगढ़ राज्य में दो चरण में चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण के चुनाव के लिए 7 नवंबर को मतदान होगा और इसके 10 दिन बाद दूसरे चरण के चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान कराया जाएगा। सभी राज्यों में मतदान के पश्चात मतगणना एक साथ 3 दिसंबर को कराई जाएगी। यह रविवार का दिन होगा। निर्वाचन आयोग भारत ने अभी पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की है लेकिन हम छत्तीसगढ़ के परिपेक्षय में देखें, तो छत्तीसगढ़ वह राज्य है जहां दो चरणों में चुनाव कराया जाएगा। हम इसकी तुलना में मध्य प्रदेश को देख तो मध्य प्रदेश मतदाताओं की संख्या के लिहाज से भी बड़ा राज्य है और वहां विधानसभा क्षेत्र की संख्या भी अधिक है लेकिन वहां सिर्फ एक चरण में चुनाव कराया जाएगा लेकिन छत्तीसगढ़ में दो चरण में चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है। इसको नक्सली हिंसा की का प्रभाव कहा जा सकता है कि यहां दो चरणों में चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है। हालांकि राज्य सरकार के द्वारा यह दावा किया जाता रहा है कि छत्तीसगढ़ नक्सलमुक्त हो गया है और यहां नक्सली हिंसा की घटनाएं भी नहीं हो रही है। लेकिन सम्भवत चुनाव आयोग ने यहां जो स्थितियां अच्छी हैं उसके बाद यहां दो चरणों में चुनाव कराने करने लिया गया है। राष्ट्रीय चुनाव आयोग की टीम ने छत्तीसगढ़ का कई बार दौरा किया है और यहां राजनीतिक दलों के साथ शासन प्रशासन के लोगों से बातचीत की है। जिन पांच राज्यों में अभी विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं उसमें छत्तीसगढ़ ही इकलौता राज्य होगा जहां दो चरणों में चुनाव होने वाला है।
छत्तीसगढ़ के संदर्भ में हम दूसरी बात करें तो यहां के आम मतदाताओं को लग रहा था कि चुनाव कार्यक्रमो को घोषित किए जाने में अपेक्षाकृत देरी हो रही है लेकिन अब जब चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा कर दी गई है और इसकी जो तारीख हमारे सामने आई हैं, लग रहा है कि यह पूरा चुनाव काफी तेजी से जल्दी निपटा लिया जाएगा। हम बात करें त्यौहार की। दिवाली त्यौहार, हमारे देश का सबसे बड़ा त्यौहार है। और यह त्यौहार भी इस चुनाव के बीच में ही पड़ रहा है। निर्वाचन आयोग ने इसे भी ध्यान में रखा है। और आप देखेंगे कि जो तारीखों की घोषणा की गई है यहां पहले चरण का चुनाव दिवाली के पहले ही निपटा लिया जाएगा। पहले चरण का चुनाव बस्तर संभाग में होने वाला है और वहां दीपावली त्यौहार के पहले इस चुनाव का मतदान निपट जाएगा। दीपावली त्यौहार 11 से 15 नवंबर के बीच है।
निर्वाचन आयोग ने पूरे चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां की है। यहां एक्सेस कैश, शराब और नशे की चीजों को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इस चुनाव के दौरान जिन पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं कल 940 चेक पोस्ट बनाए जाएंगे और उसमें स्टेट पुलिस, एक्साइज डिपार्टमेंट, फॉरेस्ट, परिवहन विभाग और आयकर विभाग इन पांच विभागों की टीम में तैनात की जाएगी।
चुनाव कार्यक्रमों को देख तो छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव के लिए 7 नवंबर को मतदान होगा। प्रथम चरण के दौरान कुल 20 विधानसभा सीटों के लिए मतदान कराया जाएगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस तारीख को आप देखे तो अब राजनीतिक पार्टियों को अपने चुनाव प्रचार के लिए सिर्फ 25 दिन मिलने वाले हैं। आप यह भी देखेंगे कि राजनीतिक पार्टियों ने इन क्षेत्रों के लिए अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा तक नहीं की है। तो ऐसे में राजनीतिक पार्टियों को जिन विधानसभा सीटों पर प्रथम चरण में चुनाव होने जा रहे हैं वहां के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा शीघ्र से शीघ्र करनी पड़ेगी। इसके बाद वे उम्मीदवार उसे क्षेत्र में मतदाताओं से अपना संपर्क बनाना शुरू कर सकेंगे। ऐसे में वहां के उम्मीदवारों को जनता से संपर्क बनाने के लिए सिर्फ 20 दिन का समय मिलने आ रहा है। जो कि उनके लिए थोड़ी सी परेशानियां खड़ी कर सकता है। जिन क्षेत्रों में नए उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी तो उनके लिए परेशानियां तो स्वाभाविक तौर पर और बढ़ सकती है। सबसे बड़ी बात है कि कांग्रेस ने अभी छत्तीसगढ़ में किसी भी विधानसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने 21 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
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