लखनऊ . मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में बंपर जीत से उत्साहित समाजवादी पार्टी (सपा) का जल्द ही सांगठनिक विस्तार हो सकता है। अखिलेश यादव के...
लखनऊ. मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में बंपर जीत से उत्साहित समाजवादी पार्टी (सपा) का जल्द ही सांगठनिक विस्तार हो सकता है। अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी नगर निकाय और लोकसभा चुनाव की तैयारी में पूरी तरह जुट गई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए जिलों से गोपनीय रिपोर्ट ली जा रही है। कहा जा रहा है कि सपा जल्द ही प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पर नए पदाधिकारियों के नामों का ऐलान करेगी।
इसमें सबसे अधिक चर्चा हाल में अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में विलय करने वाले शिवपाल सिंह यादव और उनके बेटे आदित्य को लेकर है। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव दोनों नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं।
नए फार्मूले पर काम कर रही है सपा
सपा के सूत्रों का कहना है कि पार्टी में कई गैर यादव ओबीसी नेताओं को बड़ी
जिम्मेदारी मिल सकती है। अनुसूचित वर्ग के वोटरों को पार्टी से जोड़ने की
रणनीति है। इसके लिए कई नेताओं का कद बढ़ाया जा सकता है। सपा, बीजेपी और
अन्य दलों के नेताओं द्वारा लगाए जाने वाले परिवारवाद के आरोपों का इस
फार्मूले से जवाब देना चाहती है।
अखिलेश ने कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरा
इस बीच रविवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानून-व्यवस्था को
लेकर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश
में कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। भाजपा की राज्य सरकार जनता
की सुरक्षा में विफल साबित हो रही है। समाजवादी सरकार में अपराध नियंत्रण
की जो प्रभावी व्यवस्थाएं की गई थी उन्हें भाजपा सरकार ने बर्बाद कर दिया
है। अपराधियों में पुलिस का डर समाप्त हो चला है अब उस पर भी आए दिन दाग लग
रहे है।