दुर्ग । असल बात न्यूज़। जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क...
दुर्ग । असल बात न्यूज़।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग सबसे महत्वपूर्ण है। नित्य योग करने से शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में योग मदद करता है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर न्यायाधीश गणों के लिए आयोजित योगाभ्यााााास कार्यक्रम में बोलते हुए उक्त बातें कहीं।
कोरोना संक्रमण के चलते अभी फिजिकल(भौतिक) रूप से कोई भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाना संभव नहीं है। दूसरी ओर न्यायालय भी कोरोना की महामारी से अछूता नहीं रहा है। ऐसे में न्यायाधीशगणों के भी संक्रमित होने तथा उनको शारीरिक रूप से मजबूत बनाने अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर श्री राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश /अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग के द्वारा आनलाईन वर्चुवल योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया ।इस दौरान समस्त न्यायाधीशगणों को योग क्रियाओं की जानकारी दी गई।
योग दिवस पर आयोजित वर्चुवल कार्यक्रम में श्री राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग के साथ दुर्ग जिले के समस्त न्यायाधीशगण उपस्थित । श्री राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण -दुर्ग ने कहा कि करोना जैसी महामारी से न्यायालय भी अछूता नहीं रहा है, बहुत सारे न्यायाधीशगण करोना से ग्रसित हो चुके हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मैं कमी आ जाती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग सबसे महत्वपूर्ण है नित्य योग करने से शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में योग मदद करता है। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग अभ्यास करने के मुख्य लाभों में से एक यह है कि यह तनाव कम करने में मदद करता है। तनाव का होना इन दिनों एक आम बात है जिससे शरीर और मन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। नियमित योग अभ्यास मानसिक स्पष्टता और शांति बनाता है जिससे मन को आराम मिलता है। किसी भी व्यक्ति को सुखी एवं स्वस्थ रखने में योग अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। युवा हो या फिर बुजुर्ग सभी के जीवन में योग सामान रुप से लाभकारी है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आज प्रातः श्री प्रशांत देवाॅगन न्यायाधीश के द्वारा अपने निवास स्थल से ही आनलाईन माध्यम से न्यायाधीशगणों को वर्चुवल माध्यम से योग क्रियाओं की जानकारी दी गई तथा योग क्रिया भी सिखायी गई। योग के माध्मय से अपनी शारिरिक एवं मानसिक अवस्था को किस प्रकार से स्वस्थ रखा जा सकता है, बताते हुए योग क्रिया न्यायाधीशगण को सिखाया गया।