नई दिल्ली, छत्तीसगढ़।असल बात न्यूज। 0 विशेष संवाददाता कोविड-19 की दूसरी लहर ने प्रत्येक वर्ग पर जमकर कहर ढाया है और प्रत्येक वर्ग के लोगों...
नई दिल्ली, छत्तीसगढ़।असल बात न्यूज।
0 विशेष संवाददाता
कोविड-19 की दूसरी लहर ने प्रत्येक वर्ग पर जमकर कहर ढाया है और प्रत्येक वर्ग के लोगों की जान ली है। दूसरी लहर में कोरोना ने 719 चिकित्सकों की जान ले ली है। इसमें सबसे अधिक जान बिहार प्रदेश से गई है। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का नंबर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दूसरी लहर में कोरोना का कहर देश में कितना भयंकर रहा है।
कोरोना के संक्रमण से स्वास्थ्य कर्मी भी बड़ी संख्या में प्रभावित हुए हैं। Frontline workers स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमितो से सीधे मिलते हैं और कई बार इस मुलाकात के दौरान वे भी संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। कोना का संक्रमण इतना घातक है कि संक्रमित होने के बाद धीरे-धीरे वाह गंभीर रूप ले जाया जाता है और सांस नहीं ले पाने की वजह से लोगों की मौत हो जाती है । चिकित्सक भी ऐसे हादसों के शिकार हुए हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट अनुसार पूरे देश में कोरोना की दूसरे लहर में 719 चिकित्सकों की जान चली गई है। चिकित्सकों ने अपनी जान पर खेलकर मरीजों की जान बचाने का काम किया है।
एसोसिएशन का दावा है कि वैक्सीनेशन के बावजूद 700 से अधिक चिकित्सकों ने जान गवाई है। इसमें सबसे अधिक 111 doctors की मौतें अकेले बिहार प्रदेश में हुई है। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 109 चिकित्सकों की मौत हुई है।
कोरोना के संक्रमण से यूपी में 79 पश्चिम बंगाल में 63 और राजस्थान में 43 डॉक्टर की मौत हुई है। मरीजों के स्वास्थ्य की सुरक्षा करने वाले चिकित्सकों की जब इतनी बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना का कहर कितना घातक व जानलेवा साबित हुआ है।