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वन विभाग ने चार करण तोता को बचाया, मैत्री बाग को सौंपा गया, तोता पालना और बेचना है अपराध

 0 पशु पक्षियों पर अत्याचार, 0 पिंजरे में कैद  पक्षी 0 जगह-जगह पशु पक्षियों की तस्करी , ऐसी खबरें दुर्ग जिले से  भी आती रही है। इसे रोकने के...

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 0 पशु पक्षियों पर अत्याचार, 0 पिंजरे में कैद  पक्षी 0 जगह-जगह पशु पक्षियों की तस्करी , ऐसी खबरें दुर्ग जिले से  भी आती रही है। इसे रोकने के लिए वन विभाग कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में विभाग के द्वारा आज  तोता तस्कर का पकड़ा गया।

दुर्ग । असल बात न्यूज।

वन विभाग को पक्षियों की तस्करी और पक्षियों को कैद कर रखे जाने की जानकारी मिली थी।सूचना के आधार पर आरोपियों को पकड़ने के कार्रवाई की गई।

 वन मंडलाधिकारी दुर्ग  धम्मशील गणवीर व  उपवनमंडलाधिकारी दुर्ग अभय कुमार पांडे को मिली गुप्त सूचना के आधार पर सर्च वारंट पर जारी कर   वन परीक्षेत्र अधिकारी दुर्ग सुयश धर दीवान,  के नेतृत्व में पक्षियों के बचाव के लिए विभागीय अमला को ग्राहक बनाकर दिक्षित कॉलोनी 5/25 कोसा नाला भिलाई मौके पर भेजा गया। जहां वन विभाग को बड़ी उपलब्धि मिली।

 विभागीय अमले को  धमेंद्र गुप्ता आत्मज अमर प्रसाद गुप्ता के निवास स्थल में 4 नग करण तोता जो लगभग 2 से 3 सप्ताह का होगा जो मौका स्थल पर पाया गया । जिसे जप्त कर प्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 02, 09, 39, 51 के तहत कार्यवाही करते हुए वन अपराध दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। अभियुक्त को न्यायालय द्वारा 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है एवं वन विभाग दुर्ग द्वारा 04 नग करण तोता को भिलाई स्थित मैत्री बाग प्रबंधक का सौंप दिया गया।

तोता बेचना/पालना है अपराध- वन  धम्मशील गणवीर द्वारा बताया गया कि तोता एवं अन्य पक्षियों को घर में पालना वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 का उल्लंघन है जिसे अभियुक्त को 3 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। उक्त कार्रवाई में विभागीय अमला श्री कलीमउल्ला स.प. दुर्ग, श्री संजय ब्रम्हभट्ट, वनपाल, श्री विक्रम सिंह ठाकुर वनपाल व श्री  एन रामा राव, वनसंरक्षक, श्री रोशन तिवारी वनसंरक्षक एवं श्री चुरामन राम, साहू वाहन चालक व श्री जुगल किशोर निर्मलकर वाहन चालक की  सक्रीय भूमिका रही।