धर्म-कर्म। असल बात न्यूज़।। ग्रहों के राजकुमार बुधदेव 13 नवंबर को तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं। 16 नवंबर को ...
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असल बात न्यूज़।।
ग्रहों के राजकुमार बुधदेव 13 नवंबर को तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं। 16 नवंबर को ग्रहों के राजा सूर्य भी वृश्चिक राशि में गोचर कर गए हैं। सूर्य व बुध ग्रह वृश्चिक राशि में बुधादित्य योग बन रहे हैं। अब बुधदेव के 03 दिसंबर को राशि परिवर्तन करने से बुधादित्य योग समाप्त होगा। वृश्चिक राशि में दो ग्रहों की युति से बना बुधादित्य योग कई राशि वालों की किस्मत चमका सकता है। जानें क्या इस लिस्ट में आपकी राशि भी शामिल है-
1. कर्क राशि- वृश्चिक राशि में सूर्य व बुध की युति से बन रहा बुधादित्य योग कर्क राशि वालों की किस्मत चमका सकता है। इस दौरान प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। संतान सुख की प्राप्ति के योग बनेंगे। धन लाभ के आसार हैं।
2. कन्या राशि- कन्या राशि वालों के लिए बुधादित्य योग जीवन में खुशियों की सौगात ला सकता है। यह समय आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कन्या राशि वालों के लिए बुधादित्य योग काफी लाभकारी रहने वाला है। इस दौरान आपके साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। भाई-बहन के साथ रिश्तों में सुधार होगा। परिवार में खुशियों का मौहाल रहेगा।
3. तुला राशि- वृश्चिक राशि में बना बुधादित्य योग 03 दिसंबर तक आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकता है। इस अवधि में आप अपने कार्यों में सफलता हासिल करेंगे। निवेश से लाभ मिलेगा। खर्चों में कटौती के साथ धन का संचय होगा।
4. वृश्चिक राशि- सूर्य व बुध की युति से बना बुधादित्य योग आपकी राशि में ही बना है। ऐसे में यह समय आपके लिए लाभकारी रहने वाला है। मान-सम्मान में वृद्धि के योग हैं। पिता के सहयोग से लाभ होगा। अटके काम पूरे होंगे।
5. मकर राशि- मकर राशि वालों के लिए 3 दिसंबर तक का समय अति शुभ रहने वाला है। इस दौरान आपकी आर्थिक उन्नति संभव है। कार्यस्थल पर अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उच्चाधिकारी प्रसन्न होंगे। रुके हुए धन की वापसी हो सकती है।
6. कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों के लिए बुधादित्य योग लाभकारी रहने वाला है। सूर्य व शुक्र की वश्चिक राशि में युति कुंभ राशि वालों को आर्थिक मोर्चे पर लाभ पहुंचाएगी। इस दौरान आपको नौकरी व व्यापार में लाभ होगा। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी। आय व व्यय में संतुलन बनेगा।