नई दिल्ली।
आयोग को राज्य सरकार, राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों से कई अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं, कि श्री गुरु रविदास जी जयंती समारोह में भाग लेने के लिए पंजाब से वाराणसी में बड़ी संख्या में भक्तों की आवाजाही होती हैं जो 16 फरवरी 2022 को मनाया जाता है। चुनाव आयोग के नोटिस में यह बात भी लाई गई थी कि इस उत्सव के लगभग एक सप्ताह पहले बड़ी संख्या में भक्त वाराणसी के लिए जाना शुरू कर देते हैं और मतदान का दिन 14 फरवरी 2022 को रखने से बड़ी संख्या में मतदाता मतदान से वंचित रह जाएंगे। इसे देखते हुए उन्होंने 16 फरवरी 2022 के कुछ दिनों बाद मतदान की तारीख को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया । आयोग ने इस संबंध में राज्य सरकार और मुख्य चुनाव अधिकारी, पंजाब से भी इनपुट लिया है।
इन अभ्यावेदनों, राज्य सरकार और मुख्य चुनाव अधिकारी के इनपुट, पूर्व प्राथमिकता और मामले में सभी तथ्यों और परिस्थितियों से उभरे इन नए तथ्यों पर विचार करने के बाद, अब आयोग ने पंजाब की विधान सभा के आम चुनावों को निम्नलिखित तरीके से पुनर्निर्धारित करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत वहां चुनाव निम्नानुसार कराए जाएंगे :
1. अधिसूचना की तिथि: 25 जनवरी 2022 (मंगलवार)
2. नामांकन की अंतिम तिथि: 1 फरवरी 2022 (मंगलवार)
3. स्क्रूटनी की तिथि: 2 फरवरी 2022 (बुधवार)
4. निकासी की तिथि: 4 फरवरी 2022 (शुक्रवार)
5. मतदान की तिथि: 20 फरवरी 2022 (रविवार)।
वोटों की गिनती 10 मार्च 2022 (गुरुवार) को होगी।