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जानलेवा कहानी पेश करती है फिल्म ‘साली मोहब्बत’, जिसमें शुरुआत से ही थ्रिल और सस्पेंस का माहौल बनाती हैं निर्देशक टिस्का चोपड़ा

  मुंबई। फिल्म के पहले सीन में पूछा जाता है कि क्या महिलाओं की खूबसूरती ही उनका सबसे बड़ा गुण होती है? इसी सवाल के जवाब में फिल्म की पूरी क...

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 मुंबई। फिल्म के पहले सीन में पूछा जाता है कि क्या महिलाओं की खूबसूरती ही उनका सबसे बड़ा गुण होती है? इसी सवाल के जवाब में फिल्म की पूरी कहानी आगे बढ़ती है कि कैसे एक आम-सी लड़की अपने दिमाग का इस्तेमाल करके अपना बचाव करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, और उन हदों को पार करने के बाद वो कानून को भी चकमा दे सकती है. जानी-मानी अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा निर्देशित साली मोहब्बत की कहानी का मूल यही है. टिस्का की निर्देशक के रूप में यह दूसरी फिल्म है.

स्मिता (राधिका आप्टे) एक बॉटनी की ग्रेजुएट और पेड़-पौधों से प्रेम करने वाली शांत और पति की सेवा करने वाली हाउसवाइफ है. वह अपने शराबी पति पंकज (अंशुमान पुष्कर) और उसके कर्ज के दबाव में जी रही है. मगर मौसेरी बहन शालिनी ( सौरसैनी मित्रा) के आने से हालात बिगड़ते हैं, जब स्मिता अपने ही पति को शालिनी के साथ रंगे हाथों पकड़ लेती है. धोखे, खतरे और टूट चुके भरोसे के बीच स्मिता जो कदम उठाती है, वह सबको हिला कर रख देता है.


निर्देशक टिस्का चोपड़ा शुरुआत से ही थ्रिल और सस्पेंस का माहौल रच देती हैं. अपनी शॉर्ट फिल्म चटनी की तरह, यहाँ भी पेड़-पौधों का इस्तेमाल सिर्फ रूपक नहीं, बल्कि कहानी के ट्विस्ट और टर्न का हिस्सा बनता है. सरल-सी लगने वाली कहानी धीरे-धीरे जटिल होती जाती है. फर्स्ट हाफ थोड़ा धीमा है, लेकिन सेकंड हाफ तेज और प्रभावी. टिस्का ने बेवफाई, लालच, नैतिकता और प्यार की हदें पार करने जैसे विषयों को थ्रिलिंग अंदाज में पिरोया है. कहानी भले प्रेडिक्टेबल हो, पर इसका एग्जिक्यूशन दिलचस्प है. करण कुलकर्णी का बैकग्राउंड स्कोर तनाव बढ़ाता है और विदुषी तिवारी की सिनेमैटोग्राफी फिल्म को जीवंत बनाती है.



राधिका आप्टे कॉम्प्लेक्स्ड किरदारों में जान फूंकने में माहिर हैं और यहां वे अपने दमदार अभिनय से कविता और स्मिता दोनों ही किरदारों को यादगार बना देती हैं. करप्ट और काइयां पुलिस वाले रतन पंडित के किरदार को दिव्येंदु ने खूबी से निभाया है, जबकि अंशुमान पुष्कर ने भी शराबी और बेवफा पति की रोल के साथ न्याय किया है. गैंगस्टर के रोल में अनुराग कश्यप जमे हैं. शालिनी के किरदार को सौरसैनी मित्रा ने अच्छे ढंग से निभाया है. शरद सक्सेना छोटी मगर अहम भूमिका में याद रह जाते हैं


.क्यों देखें

मर्डर मिस्ट्री और थ्रिलर फिल्मों के शौकीन यह फिल्म देख सकते हैं.