Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

ad

ग्रमीण कृषि विस्तार अधिकारी निलंबित,इधर धान खरीदी तेज,44,606.86 लाख रूपए की लागत से 1,88,127.72 मे. टन धान की हुई खरीदी

  दुर्ग  . असल बात news. 16 दिसम्बर 2025.  कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने धान उपार्जन जैसे अति महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील कार्य में अपने पदीय दाय...

Also Read

 


दुर्ग  .

असल बात news.

16 दिसम्बर 2025. 

कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने धान उपार्जन जैसे अति महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील कार्य में अपने पदीय दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन न कर सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के तहत पदीय दायित्वों में लापरवाही व अनुशासनहीनता बरतने पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री युगांत बघेल को सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील नियम 1966 की धारा 10 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन अवधि में श्री युगांत बघेल का मुख्यालय कार्यालय उप संचालक कृषि दुर्ग नियत किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार  निर्वहन भत्ता की पात्रता होगी।

    ज्ञात हो कि विगत 14 दिसंबर 2025 को धान उपार्जन केन्द्र खिलौराकला में अवैध धान खरीदी संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी दुर्ग एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी धमधा के द्वारा निरीक्षण किया गया। उक्त निरीक्षण में धान उपार्जन केन्द्र खिलौराकला में ऑनलाईन कुल 10,153.20 क्विंटल धान की खरीदी की गई थी, किन्तु सत्यापन के दौरान मोटा धान-2549.20 क्विंटल (6373 कट्टा), पतला धान-408 क्विंटल (1020 कट्टा), सरना धान-7308.8 क्विंटल (18272 कट्टा) पाया गया। इस प्रकार ऑनलाईन धान खरीदी माड्यूल से तुलना करने पर भौतिक रूप से मोटा धान 72.40 क्विंटल (181 कट्टा) व सरना 40.40 क्विंटल (101 कट्टा), कुल 112.80 क्विंटल (282 कट्टा) अतिरिक्त पाया गया। जिसका भौतिक सत्यापन पत्रक में श्री युगांत बघेल नोडल अधिकारी धान उपार्जन केन्द्र खिलौराकला के भी हस्ताक्षर है। किन्तु 13 दिसंबर 2025 को श्री युगांत बघेल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के द्वारा नोडल अधिकारी धान उपार्जन केन्द्र खिलौराकला के रूप में भौतिक सत्यापन के दौरान स्टॉक/धान की मात्रा का मिलान होना, सत्यापित किया गया है तथा उसके पश्चात आगामी क्रय दिवस में 282 अतिरिक्त कट्टा धान पाया गया। स्पष्ट है कि उक्त धान को अन्य किसानों के रिक्त रकबे में क्रय किये जाने की नियत से धान उपार्जन केन्द्र खिलौराकला में रखा गया था।


*- समय पर भुगतान राशि मिलने पर 35877 किसान हुए लाभान्वित

*- धान बेचने के बाद 13660 किसानों ने किया 247.89 हेक्टेयर रकबा समर्पण

राज्य सरकार की सुचारू, पारदर्शी और किसान हितैषी नीति के कारण जिले में धान खरीदी में तेजी आ रही है। धान खरीदी को आसान बनाने की दिशा में राज्य सरकार की निर्णायक कदम से धान विक्रय की प्रक्रिया सरल हुई है। जिसके तहत अब दिन-रात कभी भी मोबाईल एप तुंहर टोकन के माध्यम से किसानों को धान बेचने के लिए टोकन मिलने लगा है। किसानों के लिए यह बड़ी सहुलियत है कि उनके लिए तुंहर टोकन एप अब 24 घंटे उपलब्ध है। अब मोबाईल एप से टोकन काटने के लिए किसी निर्धारित समय की बाध्यता नही है। धान बेचने के बाद त्वरित भुगतान का किसानों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। सरकार की व्यवस्था से प्रभावित होकर किसान अपनी उपज बेचने टोकन प्राप्त निर्धारित तिथि अनुसार पहुंच रहे हैं। जिले में अब तक 44,606.86 लाख रूपए की लागत से 1,88,127.72 मे. टन धान की खरीदी हो चुकी है। समय पर भुगतान राशि मिलने पर 35877 किसान लाभान्वित हुए हैं। उपार्जन केन्द्रों से धान की उठाव भी तेजी से होने लगी है। जिससे अब दूसरे किसानों को धान बेचने का अवसर मिला है। उठाव हेतु 29,216.60 मे. टन धान का डीओ/टीओ जारी हुआ है। अब तक उपार्जन केन्द्रों से 19,550.00 मे. टन धान का उठाव किया जा चुका है। सरकार की इस पारदर्शी व्यवस्था में किसान भी सहभागी बनते हुए धान बेचने के पश्चात् रकबा समर्पण करने आगे आ रहे हैं। जिससे बिचौलियों को अपनी धान खपाने का अवसर नहीं मिला है। जिले में अब तक धान बेच चुके 13660 लघु कृषकों ने 247.89 हेक्टेयर रकबा समर्पण कर चुके हैं। उपार्जन केन्द्रों में धान बेचने के लिए पहुंचने वाले किसानों हेतु जिला प्रशासन द्वारा समुचित प्रबंध किया गया है। वर्तमान में उपार्जन केन्द्रों में बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था है। इसके तहत केन्द्रों में 39,53,456 बारदाने उपलब्ध है।