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तकनीकी प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिलाने के प्रदेश में नये प्रयास, कई संस्थाओं के साथ एमओयू, कई नए ट्रेड लाए जा रहे हैं जो रोजगारमूलक साबित होंगे, रोजगार में उद्योगों की सहभागिता बढ़ाने का भी प्रयास,तकनीकी शिक्षा एवं रोज़गार तथा कौशल विकास मंत्री श्री गुरू ख़ुशवंत साहेब की पत्रवार्ता

  रायपुर,छत्तीसगढ़  . असल बात news.   तकनीकी शिक्षा एवं रोज़गार तथा कौशल विकास के विभागों के बारे में बाते होती है तो सबसे पहले यही सवाल उठत...

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 रायपुर,छत्तीसगढ़  .

असल बात news.  

तकनीकी शिक्षा एवं रोज़गार तथा कौशल विकास के विभागों के बारे में बाते होती है तो सबसे पहले यही सवाल उठता है कि जो सारा सिस्टम बन रहा है,बना है उसमें,.. रोजगार के अवसर कितने हैं...? तकनीकी प्रशिक्षित युवाओं को कितना रोजगार मिल रहा है, जो नई नीतियां बन रही हैं वह वास्तव में कितनी इंप्लीमेंट हो रहे हैं....  रोजगार के अवसर सीमित है, तो उसके पीछे आखिर कौन सी नीतियां जिम्मेदार हैं.. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद उद्योगों की संख्या तीन गुनी से अधिक हो गई है तब भी रोजगार क्यों नहीं मिल पा रहा है.. इन विभागों के मंत्री श्री खुशवंत साहब ने आज पत्रवार्ता ली, तो उसमें भी यह सारे सवाल उठे. उन्होंने कहा कि वास्तव में अब जरूरी सुधार किए जा रहे हैं.तकनीकी शिक्षा संस्थाओंके छात्र/छात्राओं को रोजगार उपलब्ध कराने कई संस्थाओं के साथ एमओयू किया जा रहा है. आईटीआई पॉलिटेक्निक कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज में पैसे में ब्रांच खोले जा रहे हैं जिनकी पढ़ाई के बाद रोजगार का अवसर बढ़ेगा. उन्होंने बताया कि राज्य में नेशनल सर्टिफिकेट वोकेशनल ट्रेनिंग से संबंधित पेड़ों को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

मंत्री श्री ख़ुशवंत साहेब ने राज्य सरकार के कामकाज के 2 वर्ष पूरे होने पर राज्य सरकार की सफलताओं को बताने के लिए पत्रवार्ता ली. उन्होंने बताया कि  प्रदेश में तकनीकी शिक्षा एवं व्यावसायिक शिक्षा के समुचित विकास और समन्वय स्थापित करने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग सदैव प्रयासरत है। वर्तमान में तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत 29 इंजीनियरिंग महाविद्यालय तथा 53 पॉलिटेक्निक संस्थाए एवं 101 फार्मेसी संस्थाए संचालित है। जिनमे इंजीनियरिंग संस्थानों में स्नातक स्तर के 30 पाठ्यक्रम, स्नातकोत्तर स्तर पर 36 तथा पॉलिटेक्निक संस्थाओं में डिप्लोमा स्तर के 21 त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम संचालित है। जिसमे लगभग 60 हजार छात्र-छात्राए अध्ययनरत है । विगत वर्षों की तुलना में इस वर्ष इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक संस्थाओं में प्रवेश में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

        तकनीकी शिक्षा एवं रोज़गार तथा कौशल विकास मंत्री श्री श्री खुशवंत साहब ने बताया कि सत्र 2025-26 से आई. आई.टी. के तर्ज पर शासकीय पॉलिटेक्निक संस्थाओ एवं शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय को उन्नयन करते हुए इंमर्जिंग ब्रांच (रोबोटिक्स, इन्टरनेट ऑफ थिंग्स इत्यादी) के साथ 04 छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की गई है एवं जल्द ही रायपुर बिलासपुर तथा दुर्ग में छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की जावेगी।

        छत्तीसगढ़ के युवाओं के बीच नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में छत्तीसगढ़ राज्य में i-Hub बनाने हेतु छत्तीसगढ़ शासन, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग एवं i-Hub गुजरात के साथ MoU का निष्पादन किया गया एवं शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रायपुर में i-Hub की स्थापना की गई। जिसमें प्रदेश के छात्र/छात्राओं को Startup एवं Innovation संबंधी मार्गदर्शन प्रदाय किया जा रहा है।

        तकनीकी शिक्षा संस्थाओंके छात्र/छात्राओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु Apanatech. pvt.Ltd. के साथ विभाग द्वारा MoU हस्ताक्षर किया गया है तथा छात्र/छात्राओं को रोजगार मूलक प्रशिक्षण प्रदाय किये जाने हेतु CSRBOX.pvt.ltd के साथ विभाग द्वारा MoU इस्ताक्षर किया गया है तथा छात्र/छात्राओं को आत्मनिर्भर किये जाने हेतु उनके द्वारा किये जाने वाले Startup एवं Innovation के प्रोजेक्ट को उद्योग में उपयोग किये जाने हेतु CII एवं YI समूह से विभाग द्वारा द्वारा MoUहस्ताक्षर किया गया है।

       तकनीकी शिक्षा विभाग के मार्गदर्शन में सत्र 2025-26 से छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू किया गया है। 

       छत्तीसगढ़ राज्य के तकनीकी एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में शिक्षा ग्रहण करने वाले निर्धन परिवार के विद्यार्थियों जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय 2 लाख तक है उन्हें 4 लाख तक की शिक्षा ऋण में बैंकों द्वारा ली जाने वाली व्याज दर को दृष्टीगत रखते हुए विद्यार्थियों को व्याज अनुदान प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा ऋण ब्याज अनुदान योजना लागु की गई है। आज दिनांक तक 11643 विद्यार्थियों को 22.53 करोड़ की ब्याज में अनुदान प्रदान की जा चुकी है।

          शासकीय पॉलिटेक्निक संस्थाओं में कार्यरत प्रथम श्रेणी के 204 शिक्षकों को कैरियर संवर्धन योजना के तहत लेवल 9A से 10 में प्रोन्नत किया गया ।

        शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों एवं पॉलिटेक्निक संस्थाओं में कार्यरत 116 तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को पदोन्नति एवं 205 समयमान वेतनमान प्रदान की गई है। इसी प्रकार 05 चतुर्थ श्रेणीके कर्मचारियों को पदोन्नति एवं 115 समयमान-वेतनमान प्रदान की गई है।

 उन्होंने इस अवसर पर केन्द्र शासन की  योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 का वित्तीय वर्ष 24-25 में 3हजार 326 युवाओं का प्रशिक्षण दिया गया जिसमें  1504 महिला भी शामिल है.पी. एम. विश्वकर्मा-लाईवलीहुड 12,952 कॉलेज में हितग्राही प्रशिक्षित हुए.पीएम-जनमन-चिन्हांकित PVTG युवाओ में से 726 युवाओ को प्रशिक्षण दिया गया.नल जल पित्रा कार्यक्रम- पर भी जोरशोर से काम किया जा रहा है और इसमें 484 युवा प्रशिक्षित हुए है.

 उन्होंने राज्य शासन की योजनाओं के तहत दिए जा रहे प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यहां मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना में दिसम्बर 2023 से दिसम्बर 2025 तक कुल 21हजार 053 युवाओं को प्रशिक्षण. दिया गया जिसमें  14109 - प्रशिक्षित एवं 6944 - प्रशिक्षणरत हितग्राही है , प्रशिक्षित 14109 युवाओ में से 10089 युवा नियोजित कराया गया है।

     नियद नेल्लानार योजना के तहत 587 हितग्राही प्रशिक्षित किए गए हैं। आत्मसमपटना सालियों और उनके परिवार के लोगों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है और उन्हें रोजगार दिलाने के लिए भी कदम उठाए गए हैं. इसकी योजना में 627 आत्मसमर्पित युवा प्रशिक्षित हुए हैं एवं 453 प्रशिक्षणरत् है.

*बस्तर संभाग में युवाओ के कौशल प्रशिक्षण हेतु विशेष प्रयास

   उन्होंने बताया कि बस्तर संभाग के प्रत्येक विकासखंड में स्किल डेवलपमेंट सेंटर (SDC) स्थापित करने के लिए वित्तीय वर्ष 20:25-26 में राशि रू. 400 लाख प्रावधानित की गई है जिसका फायदा देखने को मिल रहा है ।  LWE क्षेत्र के लाइवलीहुड कॉलेज में आवासीय प्रशिक्षण की सुविधा हेतु नवीन मद में राशि रू. 1000 लाख प्रावधानित है. जिला नारायणपुर में 50 सीटर बालक छात्रावास निर्माण हेतु राशि रु 100 लाख स्वीकृत किया गया है।

      आत्मसमर्पित नक्सली एवं नक्सल पीड़ित परिवार के सदस्यों के आधार कार्ड बनाये जाने प्रक्रिया में विलंब को दृष्टिगत  रखते हुए, कौशल प्रशिक्षण पूर्व पंजीयन में आधार अनिवार्यता को शिथिल करते हुए मूल्यांकन के पूर्व होना आवश्यक किया गया जिससे प्रशिक्षण प्रारंभ करने में व्यवधान ना हो एवं आधार बनाये जाने के लिए सस्य उपलब्ध हो सके।

       LWE जिलों में स्थित कुल 08 पुर्नवास केन्द्र में 06 केंद्र (जिला बीजापुर, वडा नागपुर, सुकमा का व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाता (VIP) के रूप में पंजीयन पूर्ण एवं शेष केन्द्रों को बोटीपी के रूप में पंजीकृत कार्यवाही प्रक्रियाधीन।

*कौशल प्रशिक्षण हेतु अधोसंरचना एवं मानव संसाधन की व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि  नवीन जिलों के जिला कौशल विकास प्राधिकरण एवं जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज सोसायटी हेतु कुल 50 लख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। 06 नवीन जिलों एवं दुर्ग, भकारा भटेली धमतरी सहित कुल 18 लाइवलीहुड कॉलेज भवन निर्माण हेतुराक 20 लाखा स्वीकृत हुआ है।

       हमारी घोषणा पत्र अनुरूप वित्तीय वर्ष 2025-26 में लाईवलीहुड कॉलेज में कला स्टूडियो स्थापित किये जाने हेतु राशि रू 200 लाख प्रावधानित किया गया है।आधुनिक क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण हेतु संस्थाओ के साथ भी अनुबंध किया जा रहा है.03 जिलों (बलरामपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा में ट्रैक्टर मैकेनिक कोर्स में कौशल प्रशिक्षण हेतु माहा एक मडिया से अनुबंध किए गए हैं.रायपुर में इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण हेतुसारोटेक्नोलॉजी एलिमें अनुबंध हुआ है.

       युवाओं में 'एम्प्लॉयबिलिटी स्किल' बढ़ाये जाने नांदी फाउंडेशन से अनुबंध किया गया है।अपने विभाग की अन्य उपलब्धियाँ के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि  मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत पूर्व में प्रचलित यंत्र (अंगूठा आधारित आधार उपस्थिति प्रणाली के स्थान पर फेस (चेहरा) आधारित आधार उपस्थिति प्रणाली आरंभ।

आईटीआई सुदृढ़ीकरण में छत्तीसगढ़ की उपलब्धि

      कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग, छत्तीसगढ़ द्वारा माननीय मंत्री जी के निर्देशों के पालन में विगत दो वर्षों में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के उन्नयन, आधुनिकीकरण एवं रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ अर्जित की गई हैं।

प्रमुख उपलब्धियाँ

100 से अधिक नवीन ट्रेडों का चिन्हांकन, जिनमें 16 दीर्घ अवधि एवं 91 लघु अवधि ट्रेड शामिल

वर्ष 2024-25 में SIDBI पोषित 13 आईटीआई में 10 नवीन ट्रेड प्रारंभ (ड्रोन टेक्नीशियन, 5जी नेटवर्क टेक्नीशियन, 3 डी प्रिंटिंग, फूड प्रोसेसिंग आदि) |

पिपरिया (कबीरधाम), कोर्रा (धमतरी), ओरछा (नारायणपुर) एवं कुस्तुरा (जशपुर) में 04 नवीन आईटीआई की स्थापना |

आईटीआई की संख्या 197 से बढ़कर 201|

09 आईटीआई में 15 अप्रासंगिक ट्रेड बंद करने का निर्णय (अगस्त 2025 से प्रभावी)|

03 आईटीआई में 04 ट्रेड एनसीवीटी से संबद्ध|

प्रशिक्षण नीति के माध्यम से अधिकारीयों एवं कर्मचारियों का देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में सम्बध्द प्रशिक्षण |

क्षेत्रीय कार्यालयों के दायित्व निर्धारण, त्रैमासिक निरीक्षण एवं प्रशिक्षणार्थी फीडबैक प्रणाली लागू।

5जी नेटवर्क टेक्नीशियन ट्रेड प्रारंभ l

*विगत दो वर्ष की विभागीय उपलब्धियाँ*

रोजगार इच्छुकों का पंजीयन

वर्ष  2024  में जीवित पंजीयन 1412448 (31 दिसंबर 2024 की स्थिति में)

वर्ष  2025 में जीवित पंजीयन1547857 (30 नवंबर 2025 की स्थिति में)

*निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में रोजगार हेतु प्लेसमेंट कैंप का आयोजन

वर्ष 2024-25 में आयोजित 311 प्लेसमेंट कैंप की संख्या और चयनित आवेदकों की 5314 इसी प्रकार वर्ष 2025-26 

वर्ष 2024-25 में आयोजित 245 प्लेसमेंट कैंप की संख्या और चयनित आवेदकों की 4149 संख्या(30 नवंबर 2025 की स्थिति में)

*सैन्य भर्ती

भारतीय सैन्य बलों में छत्तीसगढ़ के युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्रों द्वारा जनपद / नगरीय क्षेत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार।

भारतीय सेना सामान्य प्रवेश परीक्षा पूर्व कोचिंग तथा शारीरिक दक्षता प्रशिक्षण।

विवरण 2024-25 अग्निवीर 'थल सेना' 23515 में से (731 चयनित)

2025-26 में ऑनलाईन पंजीयन 23,111  हुआ जिसमें से (572 आवेदक प्रशिक्षणरत्)

*कॅरियर मार्गदर्शन

स्कूल/कॉलेजों में कॅरियर मार्गदर्शन

विवरण वर्ष 2024-25 कुल शैक्षणिक संस्था 222 छात्र-छात्राओं की संख्या 24095 इसी प्रकार वर्ष 2025-26 में  कुल शैक्षणिक संस्था 124 (30 नवंबर 2025 की स्थिति में)10955 नवंबर 2025 की स्थिति में)