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प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विधानसभा अध्यक्ष,पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को दो बार"मेरे मित्र" शब्द कहकर संबोधित किया,कहा-रमन जी, बड़े उदाहरण कि एक कार्यकर्ता, अपने परिश्रम समर्पण भाव से लोकतांत्रिक व्यवस्था को कितना सशक़्त बना सकता है

रायपुर  . असल बात news.            0 विशेष संवाददाता                     0 अशोक त्रिपाठी  छत्तीसगढ़ राज्य के नवीन विधानसभा वहां के लोकार्पण ...

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रायपुर  .

असल बात news. 

          0 विशेष संवाददाता 

                  0 अशोक त्रिपाठी 

छत्तीसगढ़ राज्य के नवीन विधानसभा वहां के लोकार्पण समारोह में लोगों की भारी भीड़ उपस्थित थी.'भारत माता की जय', 'छत्तीसगढ़ महतारी जी की जय' का जमकर जयघोष गुंजा. तो यहां प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का उद्बोधन लोगों को बांध देने वाला था. उन्होंने यहां अपने उद्बोधन के दौरान भगवान श्री राम कौशल्या माता के बारे में बातें की, छत्तीसगढ़ के इतिहास की भी बातें की, नक्सलवाद और आतंकवाद का भी उल्लेख किया. तो उन्होंने छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा के सदस्यों को आव्हान किया कि हम सब को ये सुनिश्चित करना होगा, कि यहां से निकलने वाले हर विचार में जनसेवा की भावना हो, विकास का संकल्प हो.हमारा हर निर्णय ऐसा होना चाहिए, जो किसान की मेहनत को सम्मान दे, युवा के सपनों को दिशा दे, नारीशक्ति के जीवन में नई आशा की किरण लेकर आए, और समाज में अंत्योदय का माध्यम बने। वहीं प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपनी उद्बोधन में विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह को दो बार मेरे मित्र कहकर संबोधित किया.

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के नवीन भवन के लोकार्पण के अवसर पर सभी को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लोकतंत्र के इस सुंदर नव मंदिर के लोकार्पण के अवसर पर मैं मुख्यमंत्री जी को और विशेष रूप से मेरे मित्र रमन सिंह जी को इस कल्पना को साकार करने के लिए हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। 

 उन्होंने उद्बोधन के अंत के दौरान भी डॉक्टर रमन सिंह के नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि एक ओर, इस सदन के हर कोने में, हमारे महापुरुषों के आदर्श हैं, तो वहीं इसकी अध्यक्ष पीठ पर, रमन सिंह जी जैसा अनुभवी नेतृत्व भी है।  रमन जी, इस बात का बहुत बड़ा उदाहरण हैं कि एक कार्यकर्ता अपने परिश्रम से, अपने समर्पण भाव से लोकतांत्रिक व्यवस्था को कितना सशक्त बना सकता है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में तो देखते हैं,कि जो कभी कैप्टन रहता है,वो कभी टीम में खिलाड़ी बनकर के भी खेलता है,लेकिन राजनीति में ऐसा देखने को नहीं मिलता है, ये उदाहरण रमण सिंह जी दे सकते हैं, कि जो कभी कैप्टन हुआ करते थे, वो आज सच्चे स्पिरिट से छत्तीसगढ़ की सेवा के लिए समर्पित हर कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा के रूप में कार्य कर रहे हैं।

 प्रधानमंत्री श्री मोदी ने यहां कहा कि छत्तीसगढ़ की इस नई विधानसभा की श्रेष्ठता इसके भवन की भव्यता से ज्यादा, यहां लिए जाने वाले जनकल्याण के निर्णयों से निर्धारित होगी। यह इस बात से तय होगी कि यह सदन छत्तीसगढ़ के सपनों को, इसकी सोच को कितनी गहराई से समझता है, और उन्हें साकार करने के लिए कितनी दूर तक चलता है। हम सबको ये याद रखना है कि यह विधानसभा केवल कानून बनाने का स्थान नहीं, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के भाग्य निर्माण का प्रखर केंद्र है, जीवंत इकाई है। इसीलिए हम सब को ये सुनिश्चित करना होगा, कि यहां से निकलने वाले हर विचार में जनसेवा की भावना हो, विकास का संकल्प हो, और भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने का विश्वास हो। यही हमारी कामना है।

उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के नाम से राष्ट्र का एक अर्थ ये भी है कि, “निसिचर हीन करउँ महि भुज उठाइ पन कीन्ह”। यानी, मानवता विरोधी ताकतों का, आतंक के विनाश की प्रतिज्ञा! और यही तो हमने ऑपरेशन सिंदूर में देखा है। भारत, आतंक के विनाश की प्रतिज्ञा करके आतंकियों की कमर तोड़ रहा है। भारत आज नक्सलवाद, माओवादी आतंक को भी समाप्त करने की तरफ बढ़ रहा है। भारत आज अभूतपूर्व विजय के गर्व से भरा हुआ है। और गर्व की यही भावना, आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के इस नए परिसर में हमें चारों तरफ दिख रही है।