नई दिल्ली . असल बात news. भीषण चक्रवाती तूफान..ऊपर के चित्र में देखेंगे तो जिसकी आकृति अभी, एक विशाल रहस्यमयी दानव के सिर की तरह नजर आ रही...
नई दिल्ली .
असल बात news.
भीषण चक्रवाती तूफान..ऊपर के चित्र में देखेंगे तो जिसकी आकृति अभी, एक विशाल रहस्यमयी दानव के सिर की तरह नजर आ रही है,जिसके दांत बहुत बड़े-बड़े हो गए हैं,ऐसा लग रहा है कि पिट-पिट कर उसका नाक काफी पिचक गया है,उसके बाल कर्ली टाइप के खड़े-खड़े हो गए हैं.. उसकी आंखों से पानी बहता महसूस हो रहा है... लेकिन उसके चेहरे पर पता नहीं कैसे.. एक कुटिल हंसी सी दिख रही है.. उसका मुंह.. खुला हुआ है,और उसके बीच..उसके बड़े-बड़े दांत..बाहर निकल आए..दिख रहे हैं..वह भारतीय तट की ओर तेजी से बढ़ा चला आ रहा है.. आसमान में,ऐसी आकृतियां.. सैकड़ो वर्षों में,.. शायद ही कभी-कभार नजर आती होगी... यह संभावना है कि भारतीय तट तक पहुंचने तक इस भयावह चक्रवाती तूफान की स्पीड..काफी कम हो जाएगी,और तब वह सिर्फ तूफान में तब्दील होकर रह जाएगा.तब उससे बहुत अधिक नुकसान की आशंका नहीं रह जाएगी. लेकिन दुनिया भर में आसमान में अलग हलचल चल रही है इसके जगह भारत देश में भी जगह-जगह भारी बारिश हो रही है.इसके चलते छत्तीसगढ़ के लगभग सभी हिस्से भारी बारिश की चपेट में है. वही मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र,पश्चिम बंगाल,बिहार,झारखंड असम के भी ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश हो रही है.अभी मौसम विशेषज्ञों की नजर चक्रवर्ती तूफान शक्ति की ओर लगी हुई है कि क्या यह भारत देश में कहीं कोई बड़ा शक्ति प्रदर्शन कर सकता है या बड़ा हलचल मचा सकता है.
यह भीषण चक्रवाती तूफ़ान "शक्ति" अभी भारत देश के उत्तर पश्चिम में और पश्चिम मध्य अरब सागर से सटा हुआ है परंतु भारत की ओर ही बढ़ रहा है.जानकारी के अनुसार यह अभी पिछले 6 घंटों के दौरान 08 किमी प्रति घंटे की गति से दक्षिण पश्चिम की ओर बढ़ा है. अभी इसके प्रभाव से कहीं बारिश नहीं हो रही है बल्कि आसमान में जो दूसरे सरकमस्टेंसेस मौजूद है वह बारिश का कारण बने हुए हैं. छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में आज के मौसम के चलते भारी बारिश हुई है जिसके बाद नाले उफान पर आने लगे हैं... तालाबों में भी पानी लबालब हो गया है.
आज,5 अक्टूबर को यह चक्रवात,मसीराह (ओमान) से लगभग 220 किमी पूर्व, 240 किमी दक्षिण-रास अल हद (ओमान) के दक्षिण पूर्व, कराची (पाकिस्तान) से 800 किमी दक्षिण पश्चिम, 860 किमी पश्चिम-द्वारका के दक्षिण-पश्चिम में और नलिया से 870 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम क्षेत्र पर केंद्रित रहा है।
इसके दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है
6 अक्टूबर की सुबह.यह पश्चिम-मध्य से मुड़ेगा और इसके बाद, लगभग पूर्व की ओर बढ़ेगा और इससे सटे उत्तर-पश्चिमी अरब सागर और 7 अक्टूबर तक कमजोर होकर एक दबाव में बदल जाएगा. चक्रवाती तूफान के चलते अभी,105-115 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवा चल रही है,जोकि माना जा रहा है कि 125 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। यह धीरे-धीरे कम होकर 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर पहुंच जाएगी.6 अक्टूबर की दोपहर तक इसकी स्पीड और भी कम होकर 70-80 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे हो जाने की संभावना है। और इसके दिन बाद 7 अक्टूबर की दोपहर तक इसकी स्पीड 60 किमी प्रति घंटे तक ही सीमित हो जाने की संभावना है।तब पश्चिम मध्य में 55-65 किमी प्रति घंटे से लेकर 75 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवा चलने की संभावना है.
हमारे साथ जो लोग जुड़े हुए हैं उन्हें हम बता दें कि विशालकाय दानव जैसी आकृति वाला यह चक्रवाती तूफान शक्ति अब सिर्फ आधे घंटे के भीतर कमजोर पड़ गया है.आसमान में इसी तरह की घटनाएं होती रहती हैं. अब इसकी दानव.. जैसी आकृति.. सिर्फ कंकाल...में बदलती दिख रही है.
छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 1182.4 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक दंतेवाड़ा जिले में सर्वाधिक 1617.6 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 545.7 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।
रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 1113.2 मि.मी., बलौदाबाजार में 981.3 मि.मी., गरियाबंद में 1195.3 मि.मी., महासमुंद में 1028.6 मि.मी. और धमतरी में 1120.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 1179.7 मि.मी., मुंगेली में 1141.3 मि.मी., रायगढ़ में 1365.4 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 1097.6 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1379.2 मि.मी., सक्ती में 1252.0 मि.मी., कोरबा में 1159.4 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 1077.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 921.2 मि.मी., कबीरधाम में 842.7 मि.मी., राजनांदगांव में 989.4 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1423.4 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 886.0 मि.मी. और बालोद में 1280.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 790.5 मि.मी., सूरजपुर में 1172.7 मि.मी., बलरामपुर में 1578.4 मि.मी., जशपुर में 1084.3 मि.मी., कोरिया में 1238.5 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1115.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 1593.0 मि.मी., कोंडागांव जिले में 1165.6 मि.मी., कांकेर में 1368.5 मि.मी., नारायणपुर में 1423.5 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1617.6 मि.मी. और सुकमा जिले में 1217.5 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।