दुर्ग . असल बात न्यूज़. बिसे यादव के आत्महत्या कर लेने से पूरा दुर्ग शहर अचंभित है. उनके जैसा जीवट व्यक्ति आत्महत्या करने के जैसा कोई आत्...
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असल बात न्यूज़.
बिसे यादव के आत्महत्या कर लेने से पूरा दुर्ग शहर अचंभित है. उनके जैसा जीवट व्यक्ति आत्महत्या करने के जैसा कोई आत्मघाती कदम उठा सकता है इसका किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा है.लेकिन कहा जा रहा है कि वह काफी अस्वस्थ थे शरीर से कमजोर हो गए थे और शायद इसी के चलते उन्होंने आत्महत्या करने के जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया. उनका पोस्टमार्टम कर लिया गया है और शरीर को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
निश्चित रूप से बिसे यादव के आत्महत्या कर लेने से पूरा दुर्ग शहर सदमे में है. बिसे यादव का व्यक्तित्व अत्यंत जीवन था. लगभग 73 वर्ष की उम्र में भी वे लोगों से मुलाकात के लिए तत्पर रहते थे. उनके दोस्त बताते हैं कि वह शाम को अभी भी एक कैंटीन में आते थे और खुद चाय बनाते थे और चाय पीते थे. उनमें संघर्ष करने की क्षमता अभी भी कम नहीं थी.श्री बिसे यादव की दुर्ग शहर में राजनीति में नई पहचान कब बनी जब उन्होंने विधानसभा उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल गोरा जी के खिलाफ लड़ा था. वह हालांकि यह चुनाव हार गए थे लेकिन उन्होंने चुनाव में कडी टक्कर दी थी. उनके पूर्व मंत्री हेमचंद यादव से भी काफी अच्छे संबंध थे और उन्हें उनके राजनीतिक गुरु भी माना जाता है.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल उनके अपने घर में फांसी लगा लेने की जानकारी मिली. वह उसे कमरे में अकेले रहते थे. वे पिछले कुछ वर्षों से काफी अस्वस्थ हो गए थे. उनकी उंगलियां भी मुड़ गई थी. लेकिन दोस्तों से मुलाकात उनका बंद नहीं हुआ था. कल उनके शव को मरचूरी में रखवा दिया गया था और आज उसका पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद पुलिस ने बॉडी को उनके परिजनों को सौंप दिया है.