दुर्ग . असल बात news. राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा आज खेल प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया...
दुर्ग .
असल बात news.
राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा आज खेल प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। प्रदेश के स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी मंत्री श्री गजेन्द्र यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस समारोह में सांसद श्री विजय बघेल और दुर्ग ग्रामीण विधायक श्री ललित चन्द्राकर विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। मुख्य अतिथि मंत्री श्री यादव ने विद्यार्थियों को खेल भावना की शपथ दिलाई और स्वस्थ जीवनशैली के लिए प्रतिदिन किसी न किसी खेल गतिविधि में सहभागी बनने का आह्वान किया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी की जयंती को पूरे देश में खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया मूवमेंट की जानकारी साझा करते हुए विद्यार्थियों को खेल को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील की।
ग्रामोद्योग मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि दुर्ग जिले में खेल प्रतिभाओं के लिए निरंतर आधारभूत संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम को बीसीसीआई द्वारा दुर्ग में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण प्रस्तावित है। आधुनिक बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण पूर्ण हो गया है, जल्द ही लोकार्पण किया जाएगा, स्टेशन रोड में स्विमिंग पूल का निर्माण कराया जा रहा है। नयापारा में अत्याधुनिक जिम प्रस्तावित है। नाना नानी पार्क के पास जॉगिंग ट्रैक भी तैयार होने वाला है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन सुविधाओं के माध्यम से दुर्ग जिले के खिलाड़ी अब राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा विश्वविद्यालय के 34 विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर के खेल प्रतियोगिताओं में विजेता होने पर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह में साइंस कॉलेज के प्रतिनिधि श्री शिवेंद्र परिहार, श्री अरुण सिंह, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय तिवारी, पूर्व कुलपति श्री एन. पी. दीक्षित, साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सिंह, प्राध्यापकगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा में भगवान बलराम जयंती पर किसान दिवस का आयोजन
कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा (अ) दुर्ग में आज ’’भगवान बलराम जयंती’’ का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भगवान बलराम एवं प्रतीक हल एवं मूसल की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसमें वर्तमान परिस्थितियों में प्राकृतिक खेती की ओर कैसे जाया जाय, इस पर विस्तृत चर्चा की गई। प्राकृतिक खेती में लागत घटाकर अधिक मुनाफा संभव है, इसके लिये स्वयं के खेतों पर उपलब्ध संसाधनों का कैसे उपयोग किया जाय, इस पर कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा (अ) दुर्ग के प्रमुख डॉ. विजय जैन ने विस्तृत में प्रकाश डाला। किसान संघ के सदस्य श्री लोकेन्द्र बंछोर ने किसानों के लिये भगवान बलराम जयंती की प्रासंगिकता को विस्तृत में किसानों के मध्य रखा प्रथम बार हल का खेती में और यमूना से जल खेतों तक लाने में भगवान बलराम की भूमिका से अवगत किया।
उप संचालक कृषि श्री संदीप कुमार भोई ने प्राकृतिक खेती में शासन द्वारा दिये जाने वाली विभिन्न सुविधाओं से किसानों को अवगत किया। इस अवसर पर उप संचालक उद्यानिकी श्री एन.एस. लावत्रे ने जिले के किसानों को उद्यानिकी की विभिन्न योजनाओं से जुड़ने के लिये आव्हान किया। दूसरे चरण में तिलहनी फसलों पर विशेषकर सोयाबीन, सरसों, तिल आदि फसलों के उत्पादन तकनीक पर विस्तृत चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने बताया कि तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता से किसान की आमदनी बढ़ेगी और देश का तेल आयात कम होगा। इस अवसर पर प्राकृतिक खेती एवं तिलहन उत्पादन में आने वाले समस्याओं पर अपने प्रश्न रखे जिसका समाधान विशेषज्ञ डॉ. ईश्वरी कुमार, डॉ. कमल नारायण, डॉ. विनय कुमार नायक एवं श्री मनीष कुमार वर्मा द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर एवं कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न ग्रामों के कृषक बंधु एवं कृषि अधिकारियों उपस्थित थे।
राज्य स्तरीय रोजगार मेला 2025,रोजगार मेले में सम्मिलित होने के लिए लिंक से करें रजिस्ट्रेशन
छत्तीसगढ शासन के निर्देशानुसार 09 एवं 10 अक्टूबर 2025 को राज्य स्तरीय रोजगार मेला का आयोजन किया जाना है, जिसके लिए नियोक्ता पंजीयन एवं अभ्यर्थियों के आवेदन की प्रकिया ई-रोजगार पोर्टल की साईट www.erojgar.cg.gov.in में की जा रही हैं। इस मेले हेतु उपलब्ध रिक्तियों की जानकारी पोर्टल के मेन्यू के अंतर्गत राज्य स्तरीय रोजगार मेला लिंक पर देखी जा सकती है। रिक्तयों की संख्या में क्रमशः बढ़ोतरी संभावित है। जिले के ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने मेला हेतु आवेदन किया है जिला लॉगइन के डैश बोर्ड पर उन अभ्यर्थियों की सूची कम्प्लीट प्रोफाइल तथा इनकम्प्लीट प्रोफाइल, दो वर्ग में देखी जा सकती है। जिन अभ्यर्थियो का नाम सूची क्रमांक 2 में है वे अपनी जानकारी पूर्ण कर ले एवं जिन अभ्यर्थियों का नाम सूची क्रमांक 1 में है वे रिक्तयों का चयन कर अपनी प्रोफाइल शीघ्र पूर्ण कर ले। जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग के उप संचालक से मिली जानकारी अनुसार शासन द्वारा राज्य स्तरीय रोजगार मेला में सम्मिलित होने वाले नियोजकों के लिए एवं अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग लिंक जारी की गई है जिसकी जानकारी जिला रोजगार कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। जिले के ऐसे समस्त नियोजकों को, जिनके प्रतिष्ठान में 50 से अधिक रिक्तयाँ हैं और वे राज्य स्तरीय रोजगार मेला के माध्यम से रिक्तयों की पूर्ति करना चाहते हैं, यथाशीघ्र उक्त लिंक पर, ई-रोजगार पोर्टल पर अपना पंजीयन कराने कहा गया हैं। इच्छुक अभ्यर्थी इस रोजगार मेले में सम्मिलित होने के लिए संबंधित लिंक पर जाकर आवेदन कर सकते है।
*जिला न्यायालय दुर्ग का मध्यस्थता केन्द्र बना मिसाल, अवकाश के दिन भी न्याय सुनिश्चित
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं माननीय उच्चतम न्यायालय की मध्यस्थता एवं सुलह परियोजना समिति (एमसीपीसी) के संयुक्त निर्देशन में 01 जुलाई 2025 से 07 अक्टूबर 2025 तक कुल 90 दिवस तक चलने वाले कार्यक्रम ’’मीडियेशन फॉर द नेशन’’ के संबंध में न्यायालयीन प्रणाली में लंबित वादों के शीघ्र और सौहार्दपूर्ण निपटारे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग द्वारा मध्यस्थता की एक नई पहल की शुरुआत की जा रही है।
न्यायालयों में अवकाश के दिन आमतौर पर शांति रहती है, लेकिन अवकाश के दिन भी न्याय तक त्वरित पहुँच सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए जिला न्यायालय दुर्ग के मध्यस्थता केन्द्र में स्थानीय अवकाश 28 अगस्त 2025 को भी न्याय की गूंज सुनाई दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यस्थता केन्द्र प्रभारी एवं मध्यस्थतों ने व्यक्तिगत सुविधाओं का त्याग करते हुए न्याय दान के प्रति उनके कर्तव्यों को प्राथमिकता देते हुए अवकाश के बावजूद तीन प्रकरणों की मध्यस्थता सुनवाई आयोजित की गई और उभयपक्ष के मध्य आपसी समझौता हो गया।
यह उल्लेखनीय है कि अवकाश के दिन भी न्यायालय परिसर स्थित मध्यस्थता केन्द्र दुर्ग में यह कार्यवाही सम्पन्न की गई, जो न्यायिक सेवा के प्रति समर्पण एवं मध्यस्थता की महत्ता को दर्शाती है। इस प्रक्रिया में पक्षकारों ने विवाद को सुलझाने हेतु आपसी समझ और सहयोग की भावना प्रदर्शित की। परिणामस्वरूप लम्बे समय से लंबित विवाद का शीघ्र निराकरण संभव हो सका।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग के सामंजस्य से संचालित इस पहल का मुख्य उद्देश्य न्याय तक सभी की पहुँच सुनिश्चित करना तथा मध्यस्थता के माध्यम से समाज में मैत्रीपूर्ण विवाद निराकरण की संस्कृति को बढ़ावा देना है। अवकाश के दिन में की गई यह कार्यवाही इस बात का प्रतीक है कि न्याय की राह कभी बंद नहीं होती।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पहल को देखकर पक्षकारों ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि न्यायालय में वर्षों तक चलने वाले विवाद का निराकरण मध्यस्थता की मदद से अवकाश के दिन में भी कुछ ही समय में हो गया। मध्यस्थता केन्द्र दुर्ग की इस अनोखी पहल ने न केवल विवाद सुलझाया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि आपसी सहयोग और संवाद से अवकाश के दिनों में भी प्रत्येक समस्या का समाधान संभव है।
*कृषकों के मांग अनुरूप पर्याप्त मात्रा में यूरिया एवं अन्य उर्वरकों की उपलब्धता
जिले के सहकारी समितियों में कृषकों के मांग अनुरूप फसल खरीफ 2025 हेतु पर्याप्त मात्रा में यूरिया एवं अन्य उर्वरकों का 43965 मि.टन उपलब्धता के विरूद्ध 40930 मि.टन वितरण किया जा चुका है। वर्तमान में प्राथमिक सहकारी समितियों में 3035 मि.टन शेष है, जो कि गतवर्ष में वितरण किये गये सम्पूर्ण मात्रा से 04 प्रतिशत अधिक है। और वर्तमान में उर्वरक वितरण की कार्यवाही लगातार जारी है।
उप संचालक कृषि के अनुसार कृषकों द्वारा यूरिया उर्वरक की मांग के अनुरूप सहकारी समितियों में 893 मि.टन खाद उपलब्ध है तथा जिले के सभी सहकारी समितियों में शुन्य स्कंध की स्थिति न बने इसके लिए लगातार विभाग द्वारा आवश्यक समन्वय किया जा रहा है। वर्तमान में यूरिया की संभावित कमी को देखते हुये नैनो यूरिया का उपयोग कृषकों द्वारा किया जा रहा है। साथ ही नैनो यूरिया के उपयोग हेतु कृषकों के मध्य मैदानी अमलों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कर नैनो यूरिया का उठाव किया जा रहा है। जिले के समितियों में अब तक 3274 नग का भण्डारण तथा 1648 नग वितरण कृषकों को किया गया है। शेष 1626 नग नैनो यूरिया का उपयोग हेतु कृषकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले में यूरिया के साथ अन्य उर्वरकों का भी मांग अनुरूप वितरण का कार्य जारी है। कृषकों को अवगत कराया जा रहा है कि नैनो यूरिया का उपयोग फसल में दो बार क्रमशः अकुरण के 30-35 दिवस पश्चात् एवं 50-55 दिवस पश्चात् छिडकाव करने से पराम्परिक विधि की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत यूरिया की बचत होती है। साथ ही कृषि विभाग द्वारा जिले के प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निर्धारित मूल्य पर कृषकों को उर्वरक उपलब्ध कराने अद्यतन 266 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 53 प्रतिष्ठानों को कारण बताओ नोटिस, 01 प्रतिष्ठान का लायसेंस निरस्त, 09 प्रतिष्ठान का जब्ती एवं 10 प्रतिष्ठान का विक्रय प्रतिबंध की कार्यवाही किया गया है।
कलेक्टर द्वारा संबंधित प्रतिष्ठानों में कृषि विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर उनकी उपस्थिति में निर्धारित मूल्य पर विक्रय करने एवं मांग अनुरूप उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिये गये है। सहकारी एवं निजी क्षेत्र में यूरिया 991 मि.टन, एस.एस.पी. 1690 मि.टन, एम.ओ.पी. 639 मि.टन डी.ए.पी. 774 मि.टन अन्य 413 मि.टन इस प्रकार कुल 4506 मि.टन उपलब्ध है। किसान भाईयों से अपील की गई है कि निर्धारित दर पर आवश्यकतानुसार उर्वरकों का उठाव कर संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करना सुनिश्चित करें।
*कलेक्टर ने बदमाश को तीन माह की कालावधि के लिए केन्द्रीय जेल में निरूद्ध करने दिये आदेश
कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर तथा लोक व्यवस्था को उत्पन्न खतरा और लोगों केे भयमुक्त तथा शांतिपूर्ण जीवनयापन को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम-1980 की धारा 03 उपधारा (02) सहपठित उपधारा 3 के अंतर्गत संगीत मधुकर उर्फ टेटे आ. स्व. छन्नू लाल मधुकर उम्र 28 वर्ष निवासी पथर्रा, वार्ड नंबर 05, थाना पुरानी भिलाई, जिला दुर्ग को तीन माह की कालावधि के लिए केन्द्रीय जेल दुर्ग में निरूद्ध करने आदेश पारित किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन अनुसार अनावेदक संगीत मधुकर द्वारा वर्ष 2015 से लगातार अपराध घटित किये जा रहे हैं। उसके अपराधिक गतिविधियों में प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से अनावेदक को निगरानी बदमाश की श्रेणी में लाया गया है। वह लगातार जघन्य अपराध करने में लिप्त है। उसके अपराध में लगातार वृद्धि होती जा रही है। उसके अपराधिक कृत्यों में कोई कमी नहीं आई है। अनावेदक का आतंक इतना अत्याधिक है कि कोई भी आम व्यक्ति उसके विरूद्ध थाना व न्यायालयों में साक्ष्य देने से घबराते है। अनावेदक थाना तथा थाना क्षेत्र के बाहर के लोगों में काफी भय व आतंक स्थापित कर रखा है। उसके द्वारा लगातार वर्ष 2016, 2017, 2018, 2019, 2020, 2023, 2024 तथा वर्ष 2025 में आपराधिक गतिविधियों में संलप्ति रहकर गैंग बनाकर जीवनयापन किया जा रहा है। अनावेदक दादागिरी के बल पर सरेआम, जबरन रास्ता रोककर, अश्लील गाली गलौज देकर जान से मारने की धमकी देकर डण्डा व चाकू जैसे धारदार हथियार से गंभीर चोटे पहुंचाकर दबदबा बनाया है, ताकि उसके आपराधिक क्रियाकलाप में आम जनता किसी प्रकार का कोई विरोध न कर सकें। उसके विरूद्ध मारपीट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी के थाना पुरानी भिलाई और थाना कुम्हारी में मारपीट के 11 अपराध एवं पशु परिवहन के 07 अपराध कुल 18 अपराध पंजीबद्ध है। अनावेदक के कृत्यों पर नियंत्रण के लिए कलेक्टर द्वारा 28 अगस्त 2025 को पारित आदेश में उन्हें तीन माह के कालावधि के लिए केन्द्रीय जेल दुर्ग में निरूद्ध करने आदेशित किया गया है।