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पांच सितारा होटल ताज आगरा में आयोजित काव्य-लेखन व प्रस्तुति कार्यशाला , जिसमें देश भर के कई अत्यंत अल्पज्ञात व प्रतिभावान कवि-कवयित्री हुए शामिल

  ताज नगरी आगरा बीते एक सप्ताह से देश भर के कवियों के लिए जिज्ञासा का केन्द्र बनी रही. यह अवसर था शहर के प्रतिष्ठित पांच सितारा होटल ताज आगर...

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 ताज नगरी आगरा बीते एक सप्ताह से देश भर के कवियों के लिए जिज्ञासा का केन्द्र बनी रही. यह अवसर था शहर के प्रतिष्ठित पांच सितारा होटल ताज आगरा में आयोजित काव्य-लेखन व प्रस्तुति कार्यशाला का जिसमें देश भर के कई अत्यंत अल्पज्ञात व प्रतिभावान कवि-कवयित्री शामिल हुए. अनगढ़ प्रतिभाओं को ढूंढ कर तराशने के उद्देश्य से इन सभी प्रतिभागियों का चयन राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित व एक वर्ष तक चली दीर्घ स्क्रीनिंग प्रक्रिया के उपरांत किया गया था. कार्यशाला का उद्देश्य युग-कवि डॉ कुमार विश्वास के निर्देशन में सभी कवि-कवयित्रियों को कवि-सम्मेलन जगत में सफलता का सूत्र समझाकर उनकी प्रतिभा को मंच देना था. 


डिजिटल खिड़की एवं विश्वास ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में 28 जून से 04 जुलाई के दौरान ताज आगरा में केवीशाला के नाम से आयोजित इस सात-दिवसीय निःशुल्क कार्यशाला में देश के अलग-अलग हिस्सों से चयनित कुल 19 कवि-कवयित्रियों ने हिस्सा लिया उनमें से देश के सुदूर ग्रामीण इलाकों तथा निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों से आने वाले अनेक प्रतिभागियों के लिए यह अवसर किसी सपने के साकार होने जैसा था.

प्रतिभागियों को कविता लेखन व मंचीय प्रस्तुति की कला सिखाने के लिए युग-कवि डॉक्टर कुमार विश्वास के नेतृत्व में हिंदी कविता पर पकड़ रखने वाले कई अन्य लोकप्रिय कवि भी उपस्थित थे. जहॉं एक ओर छंद-विशारद कुलदीप अंगार ने कवियों को छंद की महत्ता से परिचित कराया वहीं दूसरी तरफ नई पीढ़ी के सर्वाधिक संभावनाशील गीतकारों में से एक ज्ञान प्रकाश आकुल ने प्रतिभागियों को गीत के गूढ़ तत्वों से परिचित कराया. हास्य-व्यंग्य के प्रसिद्ध कवि रमेश मुस्कान, सुदीप भोला तथा दिनेश बावरा ने प्रतिभागियों को व्यंग्य की बारीकियों से परिचित कराया एवं देश की सर्वाधिक लोकप्रिय कवयित्री कविता तिवारी ने सभी कवि-कवयित्रियों को ओज की भाषा एवं शैली की सफलता का रहस्य समझाया.

प्रतिभागियों को प्रस्तुति के दौरान स्वर और लय की उत्कृष्टता संबंधी जानकारी देने के लिए स्वर्ण स्वर भारत फेम सिंगर अंकिशा श्रीवास्तव भी कार्यशाला में सातों दिन उपस्थित रहीं. कार्यशाला के सभी सत्रों के दौरान देश के सर्वाधिक प्रसिद्ध कवि डॉ कुमार विश्वास स्वयं सभी प्रतिभागियों के प्रशिक्षण काव्य-पाठ को सुनते नज़र आए. इस क्रम में उन्होंने उनकी कमियों को रेखांकित करते हुए उसे सुधारने के कई बहुमूल्य सुझाव दिए.

डॉक्टर विश्वास ने सभी कवियों को कवि-सम्मेलनों के मंच पर सफलता के सूत्रों के साथ सार्वजनिक जीवन की मर्यादा और नैतिकता भी सिखायी. उन्होंने बताया कि कवि के रूप में आपकी सफलता आपके चरित्र पर भी निर्भर करती है. कार्यशाला में सिखायी गई बातों को आत्मसात् करने का अवसर देने के लिए 02 तथा 03 जुलाई को डिजिटल खिड़की की तरफ से आगरा के ही एक अन्य पॉंच सितारा होटल में कवि-सम्मेलन भी आयोजित किया जिसमें शहर के तमाम प्रशासनिक पदाधिकारियों व संभ्रांत लोगों की उपस्थिति के दौरान सभी प्रतिभागियों ने युग-कवि डॉक्टर कुमार विश्वास के संचालन में बारी-बारी से काव्यपाठ किया. डिजिटल खिड़की की इस अनोखी पहल को रेखांकित करते हुए डॉक्टर कुमार विश्वास ने बताया कि इन सभी तराशी गई प्रतिभाओं को डिजिटल खिड़की मंच प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें डिजिटल वर्ल्ड में हर स्तर पर हर संभव मदद भी मुहैया कराएगी.

इस संबंध में यह भी उल्लेखनीय है कि कार्यशाला में अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने वाले 15 प्रतिभागियों के साथ डिजिटल खिड़की ने मंच देने के लिए अनुबंध भी किया है तथा शेष 4 प्रतिभागियों को अपनी प्रस्तुति व रचना पर थोड़ा और काम करने का समय दिया गया है जिसके उपरांत डिजिटल खिड़की उनके साथ भी मंच देने का करार करेगी. कार्यशाला में सभी कवियों के आने-जाने, रहने तथा भोजन की समस्त व्यवस्था विश्वास ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क की गयी थी. केवीशाला की भव्यता व सफलता को देखते हुए इसे कवि-सम्मेलन जगत में एक क्रांति के रूप में देखा जा रहा है जो कवि-सम्मेलनों को उत्कृष्टता प्रदान करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.