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टाइगर हिल से टोलोलिंग तक... याद किया गया शौर्य, बलिदान और विजय का पर्व

  भिलाई. असल बात news.   स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई में दिनांक 26 जुलाई को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में...

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 भिलाई.

असल बात news.  

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, भिलाई में दिनांक 26 जुलाई को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में कारगिल विजय दिवस गर्व एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर उन वीर सैनिकों को स्मरण किया गया जिन्होंने देश की अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति दी।

कार्यक्रम की शुरुआत रंगोली एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता से हुई, जिसमें विद्यार्थियों ने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत चित्रों एवं नारों के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त किया। इसके उपरांत "शहीद के नाम एक वृक्ष" अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण किया गया, जिससे यह संदेश दिया गया कि एक वृक्ष लगाने से न केवल पर्यावरण सुरक्षित होता है, बल्कि यह शहीदों की स्मृति को भी जीवंत बनाए रखता है।

कार्यक्रम की संयोजिका एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि–

कारगिल विजय दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि यह प्रत्येक भारतीय के गर्व, साहस और त्याग का प्रतीक है। युवाओं को चाहिए कि वे इन बलिदानों से प्रेरणा लें और देश सेवा को सर्वोपरि मानें।

इस अवसर पर महाविद्यालय में कारगिल युद्ध पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की गई। फिल्म में ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन सफ़ेद सागर, टोलोलिंग और टाइगर हिल जैसे निर्णायक मोर्चों की विजय गाथा और कैप्टन विक्रम बत्रा सहित अनेक शहीदों के शौर्य का चित्रण किया गया। डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से विद्यार्थियों को यह समझाया गया कि कारगिल विजय दिवस क्यों मनाया जाता है और हमारे वीर सैनिकों ने किन कठिन परिस्थितियों में यह युद्ध जीता।अधिकारी, श्री शंकराचार्य एजुकेशनल केंपस, ने अपने उदबोधन में कहा कि कारगिल विजय दिवस हमें यह सिखाता है कि किसी भी संकट की घड़ी में भारत न तो झुकता है और न ही डरता है। हमारे वीर सैनिकों का बलिदान हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा –

कारगिल युद्ध न केवल सैन्य विजय थी, बल्कि यह भारतीय आत्मबल, कूटनीति, और राष्ट्रीय एकता की मिसाल है। इस दिवस का आयोजन विद्यार्थियों को राष्ट्रप्रेम से जोड़ने का सशक्त माध्यम है।

विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार एवं जानकारियाँ साझा करते हुए कारगिल युद्ध के संदर्भ में प्रश्नोत्तरी, भाषण एवं अनुभूतियाँ प्रस्तुत कीं।

कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करना था, बल्कि विद्यार्थियों को यह भी समझाना था कि राष्ट्र रक्षा में प्रत्येक नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। महाविद्यालय परिवार ने एक स्वर में ‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम्’ के उदघोष के साथ वीर सैनिकों को नमन किया।