Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में बी.टेक. (कृषि अभियांत्रिकी) एवं बी.टेक. (फूड टेक्नोलॉजी) की रिक्त सीटों हेतु द्वितीय चरण काउंसलिंग

छत्तीसगढ़ . असल बात news.  बी.टेक. कृषि अभियांत्रिकी एवं बी.टेक. फूड टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों के लिए द्वितीय चरण की काउंसलिंग ...

Also Read


छत्तीसगढ़ .

असल बात news. 

बी.टेक. कृषि अभियांत्रिकी एवं बी.टेक. फूड टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों के लिए द्वितीय चरण की काउंसलिंग 28 से 30 जुलाई 2025 के बीच आयोजित की जाएगी। PET-2025, JEE-Mains-2025 या 12वीं (गणित समूह) उत्तीर्ण योग्य अभ्यर्थी 16 से 23 जुलाई 2025 के बीच विश्वविद्यालय की वेबसाइट https://igkv.ac.in पर उपलब्ध लिंक PET-JEE-Mains-12th आधारित बी.टेक. काउंसलिंग फॉर वेकेंट सीट्स” के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

 केवल इस अवधि में पंजीकृत अभ्यर्थी ही पात्र माने जाएंगे। मेरिट सूची (PET-2025 / JEE-Mains-2025 / 12वीं गणित [छत्तीसगढ़ निवासी] / 12वीं गणित [अन्य राज्य]) 26 जुलाई 2025 को वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी। छत्तीसगढ़ निवासियों को प्रवेश देने के बाद शेष रिक्त सीटें अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों से भरी जाएंगी। विस्तृत दिशा-निर्देश, ऑनलाइन पंजीकरण, आवेदन प्रक्रिया, काउंसलिंग प्रक्रिया, तिथिवार कार्यक्रम एवं PET-2025 नियमों के लिए विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट देखें।

ये व्यावसायिक पाठ्यक्रम कृषि प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, अनुसंधान एवं सरकारी क्षेत्रों में उत्कृष्ट करियर अवसर प्रदान करते हैं। विद्यार्थी इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर आधुनिक कृषि में योगदान देने और उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किए जाते हैं।

कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के सोशल मीडिया के उपयोग पर पाबंदी का कोई प्रस्ताव नहींः विश्वविद्यालय प्रशासन 

दीक्षारंभ 2025 के दौरान विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के नैतिकतापूर्ण एवं कानून सम्मत उपयोग हेतु जागरूक किया जाएगा

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह स्पश्ट किया है कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत अध्ययनरत विद्यार्थियों की सोशल मीडिया के उपयोग पर पाबंदी लगाए जाने की कोई मंशा नही है। विश्वविद्यालय प्रशासन के संज्ञान में यह बात आई है कि कतिपय सोशल मीडिया अकाउंट्स द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि इंदिरा गांधी कृशि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों की सोशल मीडिया में सक्रिय भागीदारी पर पाबंदी लगाई जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे असत्य एवं भ्रामक समाचारों का खंडन करता है। 

विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा स्पश्ट किया गया है कि सूचना क्रांति के इस युग में सूचना के विभिन्न माध्यमों की काफी बहुत उपयोगिता है जिनसे सूचनाओं का आदान प्रदान बहुत तीव्र एवं त्वरित होता है। सोशल मीडिया भी इन्ही माध्यमों में से एक है जिसका उपयोग दिनों दिन बढ़ता जा रहा है और विद्यार्थी वर्ग भी इससे अछूता नही है। भारत के संविधान में नागरिकों के लिये उल्लेखित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का विश्वविद्यालय प्रशासन पूरा सम्मान करता है और इसके साथ ही संविधान में नागरिकों हेतु वर्णित नैतिक कर्तव्यों के निर्वहन का भी पक्षधर है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई है कि नवीन शिक्षा नीति 2020 के तहत नव प्रवेशित विद्यार्थियों हेतु आयोजित दीक्षारंभ 2025 कार्यक्रमों के दौरान विश्वविद्यालय के अंतर्गत अध्ययनरत विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के नैतिकतापूर्ण एवं कानून सम्मत उपयोग हेतु जागरूक एवं प्रेरित किया जायेगा। उन्हे भारत के संविधान में वर्णित अधिकारों एवं कर्तव्यों से अवगत कराते हुए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की जानकारी दी जाएगी तथा समस्त विद्यार्थियों को इसका पालन करने हेतु जागरूक किया जाएगा। दीक्षारंभ कार्यक्रमों के दौरान द्विपक्षीय चर्चा में विद्यार्थियों से भी इस संबंध में सुझाव आमंत्रित किये जायेंगे।