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हरेली तिहार 2025,छत्तीसगढ़ी संस्कृति का जीवंत हरेली तिहार उत्सव सरदा में धूमधाम से संपन्न

  विधायक दीपेश साहू ने की भगवान बलराम की पूजा,  गेड़ी चढ़कर बचपन की यादें कीं ताज़ा  बेमेतरा   . असल बात news.  छत्तीसगढ़ की प्रथम पारंपरिक ...

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विधायक दीपेश साहू ने की भगवान बलराम की पूजा, 

गेड़ी चढ़कर बचपन की यादें कीं ताज़ा 

बेमेतरा   .

असल बात news. 

छत्तीसगढ़ की प्रथम पारंपरिक तिहार हरेली के पावन अवसर पर बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र के सेवा सहकारी समिति मर्या सरदा में हरेली तिहार उत्सव कार्यक्रम का पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बेमेतरा विधायक श्री दीपेश साहू रहे।

हरेली तिहार, जो छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति और कृषक जीवनशैली का प्रतीक पर्व है, को ग्रामीण परिवेश में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विधायक श्री साहू ने भगवान बलराम की पूजा-अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख-शांति, समृद्धि एवं अच्छी फसल की कामना की। उन्होंने खेतों में प्रयुक्त होने वाले नांगर, कुदाल, रापा, फावड़ा, गैंती आदि पारंपरिक कृषि यंत्रों की विधिपूर्वक पूजा की और हरियाली तिहार का शुभारंभ किया। 

कार्यक्रम की विशेष आकर्षण उस समय बढ़ गई जब विधायक दीपेश साहू ने गेड़ी चढ़कर बचपन की यादों को ताज़ा किया। बच्चों एवं युवाओं के साथ परंपरागत गेड़ी खेलते हुए उन्होंने हरेली की सांस्कृतिक महत्ता को हर्षपूर्वक साझा किया। उपस्थित ग्रामीणों ने इस दृश्य को खूब सराहा और उत्साहपूर्वक तालियाँ बजाकर उनका स्वागत किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक दीपेश साहू ने कहा की हरेली केवल किसानों का त्योहार नहीं है, यह पर्व हमारे पशुधन, प्रकृति और परंपराओं से जुड़ाव का प्रतीक है। इस दिन हम न सिर्फ कृषि यंत्रों की पूजा करते हैं, बल्कि गायों और मवेशियों की भी सेवा कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। हरेली का पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता के महत्व का संदेश देता है।” उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपनी परंपराओं से जुड़ें, पशुधन की देखभाल करें और छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं।

एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण

कार्यक्रम के अंत में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत सोसायटी परिसर मे वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।यह अभियान केवल पौधरोपण नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा कल सुनिश्चित करने की दिशा में एक सामाजिक संकल्प है। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे कम से कम एक पेड़ अपनी माँ या मातृ स्वरूपा महिला के नाम जरूर लगाएं।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से किशन साहू विधायक प्रतिनिधी,लखन लाल साहू सोसायटी अध्यश सरदा, लेखराम साहू प्रबंधक, सुरित साहू ,डां एक के. पाल, मडल अध्यक्ष देवेन्द्र वर्मा, लालु साहू जनपद सदस्य, पंकज साहू , लेखराम साहू ,रोहित साहू, जगदेव साहू सरपंच बावानलाख, सरजू साहु सरपंच भान्ड, जगेश्वर साहू संरपंच सिगदेहि, रंजीता साहू सरपंच भटगांव , चमन साहू , फणेश साहू ,कमल साहू मितान गण, चुन्नु साहू , धन्ना साहेब, हिन्छाबाई, घनाराम साहू नोहर सिँह, नारद यादव, प्रभुराम, हरयू, केनुराम, भवहरण शिवकुमार, टेकराम पुरेना सरपंच, अतरगढी,तामेश्वर साहू,दिलीप साहू,पीयूस साहु ,महेन्द्र साहु, राजू साहू राज कुमार साहू, जगन्नाथ साहू, करण साहू ,रेवा राम निषाद सहित जनप्रतिनिधिगण ग्रामवासी क्षेत्रबा तtaवासी उपस्थित रहे l

छत्तीसगढ़ की प्रथम पारंपरिक तिहार हरेली के पावन अवसर पर बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र के सेवा सहकारी समिति मर्या सरदा में हरेली तिहार उत्सव कार्यक्रम का पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बेमेतरा विधायक श्री दीपेश साहू रहे।

हरेली तिहार, जो छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति और कृषक जीवनशैली का प्रतीक पर्व है, को ग्रामीण परिवेश में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विधायक श्री साहू ने भगवान बलराम की पूजा-अर्चना कर क्षेत्रवासियों की सुख-शांति, समृद्धि एवं अच्छी फसल की कामना की। उन्होंने खेतों में प्रयुक्त होने वाले नांगर, कुदाल, रापा, फावड़ा, गैंती आदि पारंपरिक कृषि यंत्रों की विधिपूर्वक पूजा की और हरियाली तिहार का शुभारंभ किया। 

कार्यक्रम की विशेष आकर्षण उस समय बढ़ गई जब विधायक दीपेश साहू ने गेड़ी चढ़कर बचपन की यादों को ताज़ा किया। बच्चों एवं युवाओं के साथ परंपरागत गेड़ी खेलते हुए उन्होंने हरेली की सांस्कृतिक महत्ता को हर्षपूर्वक साझा किया। उपस्थित ग्रामीणों ने इस दृश्य को खूब सराहा और उत्साहपूर्वक तालियाँ बजाकर उनका स्वागत किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक दीपेश साहू ने कहा की हरेली केवल किसानों का त्योहार नहीं है, यह पर्व हमारे पशुधन, प्रकृति और परंपराओं से जुड़ाव का प्रतीक है। इस दिन हम न सिर्फ कृषि यंत्रों की पूजा करते हैं, बल्कि गायों और मवेशियों की भी सेवा कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। हरेली का पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता के महत्व का संदेश देता है।” उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपनी परंपराओं से जुड़ें, पशुधन की देखभाल करें और छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं।

एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण

कार्यक्रम के अंत में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत सोसायटी परिसर मे  वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।यह अभियान केवल पौधरोपण नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा कल सुनिश्चित करने की दिशा में एक सामाजिक संकल्प है। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे कम से कम एक पेड़ अपनी माँ या मातृ स्वरूपा महिला के नाम जरूर लगाएं।”

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से किशन साहू विधायक प्रतिनिधी,लखन लाल साहू सोसायटी अध्यश सरदा, लेखराम साहू प्रबंधक, सुरित साहू  ,डां एक के. पाल, मडल अध्यक्ष देवेन्द्र वर्मा, लालु साहू जनपद सदस्य, पंकज साहू , लेखराम साहू  ,रोहित साहू, जगदेव साहू सरपंच बावानलाख, सरजू साहु सरपंच भान्ड, जगेश्वर साहू संरपंच सिगदेहि, रंजीता साहू सरपंच भटगांव , चमन साहू , फणेश साहू ,कमल साहू मितान गण, चुन्नु साहू , धन्ना साहेब, हिन्छाबाई, घनाराम साहू नोहर सिँह, नारद यादव, प्रभुराम, हरयू, केनुराम, भवहरण शिवकुमार, टेकराम पुरेना सरपंच, अतरगढी,तामेश्वर साहू,दिलीप साहू,पीयूस साहु ,महेन्द्र साहु, राजू साहू राज कुमार साहू, जगन्नाथ साहू, करण साहू ,रेवा राम निषाद सहित जनप्रतिनिधिगण ग्रामवासी क्षेत्रवासी उपस्थित रहे l