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सीजीपीएससी की तैयारी और संघर्ष पर आधारित पहली छत्तीसगढ़ी वेब सीरीज “सरकारी अफ़सर” का पहला एपिसोड आज होगा रिलीज

रायपुर,असल बात बैकुंठपुर | छत्तीसगढ़ की कोचिंग गलियों और युवा सपनों को पर्दे पर लाने वाली ऐतिहासिक पहल के रूप में “सरकारी अफ़सर: मंज़िल नहीं...

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रायपुर,असल बात



बैकुंठपुर | छत्तीसगढ़ की कोचिंग गलियों और युवा सपनों को पर्दे पर लाने वाली ऐतिहासिक पहल के रूप में “सरकारी अफ़सर: मंज़िल नहीं, शुरुआत हे” नामक छत्तीसगढ़ी वेब सीरीज का पहला एपिसोड  13 जून को NV Entertainment यूट्यूब चैनल पर रिलीज हो रहा है। यह वेब सीरीज केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह प्रदेश के उन हजारों युवाओं की आवाज है जो CGPSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं की तैयारी के दौरान संघर्ष और आत्म-संशय से जूझते हैं।

छत्तीसगढ़ी सिनेमा जगत के लिए यह वेब सीरीज एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। इसका निर्माण “सोन मछरी” जैसे लोकप्रिय गीत की निर्माता नीरा वर्मा के प्रोडक्शन हाउस NV Entertainment द्वारा किया गया है, जबकि निर्देशन की कमान संभाली है साईं भरथ ने, जो TVF जैसी राष्ट्रीय कंपनियों के साथ 20 से अधिक वेब सीरीजों में कार्य कर चुके हैं। निर्माण सहयोग दिया है इनसाइड मी ओरिजनल्स की टीम ने। यह सीरीज कुल पांच एपिसोड की होगी, जिसे हर सप्ताह एक नया भाग दर्शकों के सामने लाया जाएगा।


CGPSC परीक्षार्थियों की जिंदगी पर आधारित एक यथार्थवादी चित्रण

“सरकारी अफ़सर” की कहानी बिलासपुर के गांधी चौक पर आधारित है—एक ऐसा इलाका जिसे छत्तीसगढ़ का ‘मुखर्जी नगर’ कहा जाता है। हर साल यहां हजारों विद्यार्थी CGPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पहुंचते हैं। यह वेब सीरीज उन्हीं छात्रों के जीवन, उम्मीदों, रिश्तों और हौसले की कहानी कहती है।मुख्य किरदारों में हैं चर्चित अभिनेता अनिल सिन्हा, जिन्हें फूफू के नाम से जाना जाता है और जिन्होंने “हंडा” व “दस्तावेज़” जैसी छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपनी पहचान बनाई है।  उनके साथ नजर आएंगे **वैष्णवी जैन (कांकेर), जो यादव जी के मधु जी से प्रसिद्ध हुई थीं, साथ ही अमन सागर, हर्षवर्धन पटनायक, क्रांति दीक्षित, सुरेश गोंडले और विक्रम राज जैसे प्रतिभाशाली कलाकार भी सीरीज को सशक्त बनाते हैं।


अखिलेश और सुमन की प्रेरणादायक यात्रा

कहानी के केंद्र में है अखिलेश—एक गरीब किसान का बेटा, जो अपने पिता के ख्वाबों को साकार करने बिलासपुर आता है। यहां उसकी मुलाकात होती है प्रीतम और रवि से, जो खुद भी CGPSC की तैयारी में लगे हुए हैं। वहीं उसे कोचिंग संस्थान में सुमन मिलती है—एक अनाथ लड़की जो अपने दत्तक परिवार की उपेक्षा और समाज की चुनौतियों से जूझते हुए अपनी पहचान बना रही है। दोनों के बीच बना भावनात्मक रिश्ता, सिर्फ प्रेम की कहानी नहीं है, बल्कि यह दो आत्माओं का मिलन है, जो अपने-अपने संघर्षों में एक-दूसरे का संबल बनते हैं। यह वेब सीरीज इस रिश्ते को बेहद संवेदनशीलता और यथार्थ के साथ प्रस्तुत करती है।


भावनाओं और सामाजिक यथार्थ की गहराई

“सरकारी अफसर” केवल कोचिंग, पढ़ाई और परीक्षा का चित्रण नहीं करती, बल्कि इसमें उस मानसिक, सामाजिक और आर्थिक दबाव को भी उकेरा गया है, जिससे हर प्रतियोगी गुजरता है—किराया, किताबें, परिवार की अपेक्षाएं और आत्म-संदेह। यह सीरीज उस संपूर्ण माहौल को दिखाती है जिसमें एक परीक्षार्थी हर दिन खुद से लड़ता है।


युवाओं के बीच मिल रही सराहना

रिलीज़ से पहले ही इस सीरीज के पोस्टर और प्रोमो को सोशल मीडिया पर शानदार रिस्पॉन्स मिला था। और अब पहले एपिसोड के साथ ही यह उम्मीद की जा रही है कि “सरकारी अफ़सर” एक प्रेरणा बनेगी, खासकर उन छात्रों के लिए जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य से डिगते नहीं हैं।


छत्तीसगढ़ी सिनेमा की नई लहर

इस वेब सीरीज को छत्तीसगढ़ी भाषा में बनाना स्वयं में एक बड़ा कदम है। यह भाषा, संस्कृति और युवाओं के सपनों को जोड़ती है। “सरकारी अफसर” छत्तीसगढ़ के वेब सिनेमा के लिए वह पड़ाव हो सकता है, जहाँ से राज्य की फिल्मी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर चमकने लगे। यह सीरीज उन सभी युवाओं को समर्पित है जो मंज़िल से पहले की राह को भी पूरी गंभीरता और जज्बे के साथ जीते हैं। “सरकारी अफ़सर” संघर्ष, प्रेम और आत्मविश्वास की वह कहानी है, जिसे देख हर विद्यार्थी अपने आप को उसमें पा सकता है।

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