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धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत सभी विकासमूलक योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित करें-कलेक्टर गोपाल वर्मा, जिले में 15 जून से 30 जून तक 275 ग्रामों में जागरूकता और संतृप्ति शिविरों का होगा आयोजन

कवर्धा,असल बात  अभियान से 17 मंत्रालयों की 25 योजनाएं सीधे ज़मीनी स्तर तक पहुंचेंगी      कवर्धा। कबीरधाम जिले के दूरस्थ और आदिवासी बहुल ग्राम...

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कवर्धा,असल बात 



अभियान से 17 मंत्रालयों की 25 योजनाएं सीधे ज़मीनी स्तर तक पहुंचेंगी

     कवर्धा। कबीरधाम जिले के दूरस्थ और आदिवासी बहुल ग्रामों को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान तहत 15 जून से 30 जून तक शिविरों का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में अधिकारियों बैठक लेकर  इस अभियान की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल इस महाअभियान के अंतर्गत जिले के पंडरिया, बोड़ला, सहसपुर लोहारा और कवर्धा विकासखण्ड के आदिवासी बाहुल्य  275 ग्रामों में जागरूकता और संतृप्ति शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जहां 17 मंत्रालयों की 25 योजनाएं सीधे ज़मीनी स्तर तक पहुंचेंगी। बैठक में अपर कलेक्टर श्री मुकेश रावते, श्री विनय पोयम सहित सर्व एसडीएम, जिला अधिकारी उपस्थित थे।

       कलेक्टर श्री वर्मा ने अभियान के सफल आयोजन के लिए कार्य योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और धरती आबा अंतर्गत शासन की विभिन्न योजनाओं से जनजातीय समुदाय के लोगों को शत प्रतिशत लाभान्वित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि गांवों में धरती आबा अंतर्गत विभिन्न योजनाओं एवं गतिविधियों के गैप आइडेंटिफिकेशन के लिए सर्वे कराएं तत्पश्चात शिविरों के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं का लाभ दिया जाए। उन्होंने इस अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को विभिन्न शिविरों के नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यह अभियान राज्य तथा केंद्र सरकार की प्राथमिकता में शामिल है,पूरी संवेदनशीलता के साथ चिन्हाकित ग्राम पंचायतों में शिविर का आयोजन करें और शासकीय योजनाओं से वंचित परिवारों तथा ग्रामीणों को इस अभियान के माध्यम से लाभ दिलाए।

       कलेक्टर ने शिविरों में धरती आबा योजना में सम्मिलित तात्कालिक गतिविधियों जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, उज्जवला योजना, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मानः निधि, जनधन खाता, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा (वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन), रोजगार एवं कौशल विकास अंतर्गत (मनरेगा, पीएम विश्वकर्मा, मुद्रा ऋण), महिला एवं बाल विकास अंतर्गत पीएम मातृवंदन योजना इत्यादि गतिविधियों का शत्-प्रतिशत संतृप्ति किये जाने संबंधित विभाग के जिला अधिकारियों को निर्देशित किया तथा शिविर में प्राप्त आवेदनों के निराकरण एवं कार्यवाही का प्रतिवेदन प्रतिदिन आदिवासी विकास विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में सम्मिलित दीर्घकालिक गतिविधि अंतर्गत जनजातीय परिवारों को पक्का घर, गांवों में पक्की सड़क, विद्युत विहीन घरों में बिजली कनेक्शन अथवा सौर ऊर्जा के माध्यम से विद्युतीकरण, पानी, मोबाईल मेडिकल यूनिट्स, आवासीय विद्यालय व छात्रावास, आश्रमों के उन्नयन तथा कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करते हुए जनजातीय बाहुल्य ग्रामों को शत्-प्रतिशत संतृप्ति किये जाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को प्रस्ताव अपने विभागाध्यक्ष कार्यालय प्रेषित करने के लिए निर्देशित किया गया है।


धरती आबा अभियान में जिले के 275 ग्राम होंगे लाभान्वित


कबीरधाम जिले में धरती आबा अभियान के तहत आगामी  15 जून से 30 जून तक जागरूकता एवं संतृप्ति शिविर आयोजन शुरू  होने जा रहा है  । इस अभियान एवं योजना में  17 मंत्रालयों की 25 योजनाओं को शामिल किया गया है। योजना भारत और राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। जिसमे जिले के  बोड़ला के 226, पंडरिया के 41, सहसपुर लोहारा के 7, कवर्धा का 1 ग्राम शामिल है। इस अभियान एवं शिविर के माध्यम से आधार, राशन, आयुष्मान, किसान सम्मान निधि, बीमा, पेंशन, रोजगार, मातृवंदना जैसी योजनाएं शामिल है, इन योजनाओं से वंचित परिवार, व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा। आगामी  5 वर्षों में पक्के मकान, सड़क, बिजली, पानी, मोबाइल स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास के कार्य शामिल है।

समाचार क्रमांक-564/ निखलेश फोटो/01-03


छत्तीसगढ़ सरकार के युक्तियुक्तकरण से जैतपुरी और सारंगपुरकला  प्राथमिक विद्यालयों में नियमित शिक्षकों की हुई नियुक्ति


जिले के सभी स्कूल में शिक्षक की हुई नियुक्ति, अब कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं


       कवर्धा 10 जून 2025। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लागू की गई युक्तियुक्तकरण नीति का असर कबीरधाम जिले में स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। जिले के शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय विद्यालयों में अब शिक्षकों की नियमित नियुक्ति हो चुकी है, जिससे दूरस्थ ग्रामीण अंचलों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। युक्तियुक्तकरण नीति से जिले के कवर्धा विकासखंड के जैतपुरी और बोड़ला विकासखंड के सारंगपुरकला जैसे प्राथमिक स्कूलों, जो पहले शिक्षकविहीन थे, अब नियमित शिक्षक उपलब्ध हो गए है। पहले इन विद्यालयों में शालासंलग्नीकरण के माध्यम से शिक्षक की व्यवस्था की गई थी, लेकिन अब युक्तियुक्तकरण के बाद वहां स्थायी शिक्षकों की पदस्थापना की जा चुकी है।

     जिला शिक्षा अधिकारी श्री वाय डी साहू ने बताया कि कबीरधाम जिले में 02 प्राथमिक शालाएं शिक्षकविहीन एवं 111 प्राथमिक शालाएं एकल शिक्षकीय तथा 07 पूर्व माध्यमिक शाला और 05 हाईस्कूल एकल शिक्षकीय था। युक्तियुक्तकरण से इन स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था कर दी गई है। जिले में प्राथमिक शालाओं में 202 एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में 31 शिक्षक और हाई/हायर सेकेंडरी स्कूल में 43 व्याख्याता अतिशेष थे। जिसका युक्तियुक्तकरण के बाद शिक्षकों की समानांतर रूप से व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने बताया कि हमारे जिले में 02 प्राथमिक शालाओं का समायोजन किया गया है। इससे विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता के साथ ही एक ही परिसर में विद्यालय होने से आधारभूत संरचना मजबूत होगी और स्थापना व्यय में भी कमी आएगी।

    कबीरधाम जिले में 1609 स्कूलों में से 1607 स्कूल यथावत संचालित रहेगी। सिर्फ उन्हीं 2 स्कूलों का समायोजन किया गया है, जिनमें छात्रों की संख्या बहुत कम थी और पास में बेहतर विकल्प मौजूद थे। एक ही परिसर में स्थित विद्यालयों को समाहित किया गया है। इसके साथ ही अतिरिक्त शिक्षकों का समायोजन कर एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन विद्यालयों में पदस्थापना की गई है। युक्तियुक्तकरण से लगभग 90 प्रतिशत बच्चों को तीन बार प्रवेश प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी और बच्चों की पढ़ाई में गुणवत्ता के साथ ही निरंतरता भी बनी रहेगी। बच्चों के ड्रॉपआउट दर में कमी आएगी। अच्छी बिल्डिंग, लैब, लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं एक ही जगह देना आसान होगा।

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