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पहलगाम आतंकी हमला, क्या घोड़ा चलाने वाले, गुब्बारा बेचने वालों के रूप में आतंकी, पर्यटकों के साथ लगे हुए थे

नई दिल्ली,छत्तीसगढ़. असल बात न्यूज़. पहलगाम में 27लोगों को मौत के घाट उतार देने वाले आतंकवादी, क्या वहां घटना से काफी पहले से मौजूद थे,उन लो...

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नई दिल्ली,छत्तीसगढ़.

असल बात न्यूज़.

पहलगाम में 27लोगों को मौत के घाट उतार देने वाले आतंकवादी, क्या वहां घटना से काफी पहले से मौजूद थे,उन लोगों ने वहां के गुब्बारा बेचने वालों, घोड़े चलाने वालों से संपर्क कर लिया था और उनमें से कुछ इसी रूप में पर्यटकों के साथ भी आ गए थे. विभिन्न प्रत्यक्षदर्शियों, वहां भीषण आतंक से बच जाने वाले लोगों, आसपास के लोगों के बयानों से जो बातें आ रहे हैं उससे इसकी पुष्टि हो रही है. एक प्रत्यक्षदर्शी महिला जिसके पति को भी आतंकवादियों ने गोली मार दी,ने तो बताया है कि आतंकवादी उसी के घोड़े के साथ था तथा वह बिना पास के उन्हें अमरनाथ की यात्रा पर ले जाने के लिए बोला था. उसकी बातों से संदेह हो रहा था कि कुछ गड़बड़ हो सकती है. घोड़े चलाने वाले अपनी मनमानी कर रहे थे.ऊपर,नहीं जाने की इच्छुक लोगों को भी घोड़े वाला ने ऊपर पहुंचा दिया. यह सब तथ्य इन बातों को स्पष्ट कर रहे हैं कि आतंकी घटना भले ही अभी हुई है लेकिन वहां पर्यटकों के विरुद्ध  काफी पहले से जहर भरा हुआ है और पर्यटकों के विरुद्ध काफी पहले से षड्यंत्र भी किया जा रहा है और यह आतंकी घटना सिर्फ उसी का एक हिस्सा है. ऐसे में उन इलाकों में कोई पर्यटन के लिए जाता है तो उसे काफी सावधान रहना होगा.

इस पीड़ित महिला का वीडियो जारी हुआ है जिसमें वह काफी डरी सहमी दिखाई दे रही है.लेकिन उसने घटना के बारे में खुलकर जानकारी दी है. वीडियो में उसका चेहरा छुपाया गया है. हम भी उसका किसी भी तरह से पहचान उजागर करने से बचने की कोशिश कर रहे हैं.कहीं भी उसके परिवारजनों और उसका नाम पता का उल्लेख नहीं कर रहे हैं. उसमें पहलगाम यात्रा मैं घोड़े पर सवार होने और चलने के दौरान एक सेल्फी वीडियो ली बनाया था जिसमें एक दाढ़ी वाले व्यक्ति का चेहरा आया है उसे आतंकी माना जा रहा है.पीड़ित ने बताया है कि यही व्यक्ति, उससे कुरान की बात कर रहा था और उसने कहा था कि वह उसे बिना रजिस्ट्रेशन के अमरनाथ यात्रा पर ले जा सकता है. यह व्यक्ति उनसे अभी पूछ रहा था कि साथ में कितने मुस्लिम हैं.तब उस पीड़ित महिला ने डर की वजह से बता दिया था कि वह सभी मुस्लिम है. महिला ने साफ-साफ बताया कि यही व्यक्ति 35 बंदूकों की बात कर रहा था.

इधर कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान बस्तर का एक परिवार मौत को इतने करीब से देखकर लौटा है कि उस मंजर को याद कर अभी भी उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं. हमले के वक्त जब आतंकवादी ने बंदूक तानी और धर्म पूछने लगा, तब कैलाश सेठिया ने घबराकर तीन बार “अल्लाह-अल्लाह” कहा और शायद उसी पल ऊपरवाले ने उनकी जान बचा ली. आतंकवादी ने ठीक बगल में खड़े एक पर्यटक की कनपटी पर गोली दाग दी और आगे बढ़ गया. इस खौफनाक मंजर में जहां आसपास के 6 लोगों की मौत हो गई, वहीं बांसकोट (केशकाल) निवासी कैलाश सेठिया अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों के साथ किसी तरह वहां से सुरक्षित निकलने में सफल रहे.

कैलाश सेठिया जो इन दिनों मध्यप्रदेश के सिंगरौली में एक निजी कंपनी में काम कर रहे हैं, अपने रिश्तेदारों के साथ कश्मीर यात्रा पर निकले थे. माता वैष्णो देवी के दर्शन के बाद जब बाकी रिश्तेदार लौट गए, तो कैलाश अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने निकल पड़े. पहलगाम पहुंचने पर टैक्सी स्टैंड से वे मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले बैसरन घाटी के एक रिसॉर्ट गए. वहां का नजारा देख ही रहे थे कि अचानक सेना की वर्दी में एक युवक हाथ में बंदूक लेकर आया और पुरुष सैलानियों से उनका धर्म पूछने लगा.

कैलाश के मुताबिक, जब बंदूक उनके सीने पर रखकर पूछा गया ‘हिंदू हो या मुस्लिम?’, तो उन्होंने घबराकर “अल्लाह-अल्लाह-अल्लाह” कहा, तभी आतंकी ने बाजू में खड़े एक सैलानी के कनपटी में गोली मार दिया और आगे निकल गया. परिवार का कहना है कि आतंकवादी ने जिस शख्स पर गोली चलाई वह लेफ्टिनेंट विनय नरवाल हो सकते हैं.

इसके बाद पांच अन्य सैलानियों पर भी फायरिंग हुई. इस बीच कैलाश जमीन पर लेट गए, जबकि उनकी पत्नी और बच्चे सब कुछ देखते रहे. गोली चलाने वाला आतंकवादी जब दूर चले गया तब यह परिवार भी बच्चों को लेकर किसी तरह वहां से करीब तीन किमी की दूरी में टैक्सी स्टैंड पहुंचा.

पहलगाम में आतंकवादी हमले की खबर पूरे देश-दुनिया के हर चैनल और सोशल मीडिया में वायरल होने लगी और दूसरी तरफ कैलाश व उनके परिवार का रिश्तेदारों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था, जिससे परिवार किसी अनहोनी की आशंका को लेकर परेशान होते रहे. इस बीच गुरुवार को छोटे भाई के मोबाइल में फोन आया और परिवार के सुरक्षित होने की जानकारी मिली, तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली.

मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब आतंकियों ने पर्यटकों के एक ग्रुप पर अचानक अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. यह हमला उस समय हुआ, जब कई पर्यटक घुड़सवारी का आनंद ले रहे थे. आतंकवादियों ने घोड़ों पर सवार पर्यटकों को निशाना बनाते हुए करीब 3 से 5 मिनट तक गोलियां बरसाईं. हमलावर चार की संख्या में थे. उनके पास AK-47 समेत अन्य अत्याधुनिक हथियार थे. पर्यटकों का धर्म पूछकर आतंकवादियों ने उन्हें गोली मारी. इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए.