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फर्जी सिम मामले में कबीरधाम पुलिस की लगातार बड़ी कार्रवाई – मास्टर सप्लायर के बाद अब उत्तर प्रदेश मुजफ्फरनगर से मास्टरमाइंड विधि से संघर्षरत बालक को गिरफ्तार किया गया

कबीरधाम,असल बात कबीरधाम पुलिस ने साइबर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने की दिशा में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगां...

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कबीरधाम,असल बात


कबीरधाम पुलिस ने साइबर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने की दिशा में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज श्री दीपक कुमार झा (IPS) के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक कबीरधाम श्री धर्मेंद्र सिंह (IPS) के नेतृत्व में की जा रही लगातार कार्रवाई के तहत कल दो POS एजेंटों की गिरफ्तारी के बाद आज कबीरधाम पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड सप्लाई करने वाले मास्टर सप्लायर करन चंद्राकर को गिरफ्तार किया। अब इस पूरे नेटवर्क के मास्टरमाइंड विधि से संघर्षरत बालक को  उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से हिरासत में लिया गया है।

कल भूपेंद्र जोशी एवं दुष्यंत जोशी नामक दो एजेंटों को गिरफ्तार किया गया था, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड जारी कर साइबर ठगों को बेचते थे। पूछताछ के दौरान करन चंद्राकर और फिर  उत्तर प्रदेश स्थित मास्टरमाइंड विधि से संघर्षरत बालक का नाम सामने आया।


पुलिस की सतर्कता से संगठित गिरोह का खुलासा – ऐसे हुआ ऑपरेशन का भंडाफोड़

🔹 साइबर अपराधों में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए कबीरधाम पुलिस ने एक विशेष जांच टीम गठित की थी।  

🔹 गिरफ्तार एजेंटों की पूछताछ से करन चंद्राकर और फिर मास्टरमाइंड तक पहुंच बनी।  

🔹 गुप्त सूचना और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर करन चंद्राकर को बेमेतरा से और विधि से संघर्षरत बालक को *मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) से पकड़ा गया।  

🔹 पूछताछ में मास्टरमाइंड बालक ने स्वीकार किया कि वह लंबे समय से फर्जी सिम कार्डों की रिमोट डिलीवरी प्राप्त कर साइबर ठगी के लिए उनका उपयोग कर रहा था।

करन चंद्राकर – फर्जी सिम कार्डों का मास्टर सप्लाय 

करन चंद्राकर बेमेतरा जिले का निवासी है, जो वर्षों से फर्जी सिम कार्ड जारी कर ठगी गिरोह को बेच रहा था।  

 उसने शुरुआत में मास्टरमाइंड विधि से संघर्षरत बालक के लिए काम शुरू किया था, बाद में भूपेंद्र व दुष्यंत को अपने साथ जोड़ा।

 धीरे-धीरे ये एजेंट सीधे मास्टरमाइंड से संपर्क में आ गए और करन को दरकिनार कर दिया।  

करन चंद्राकर ने कबूल किया कि उसने 100 से अधिक फर्जी सिम कार्ड कोरियर से भेजे।

फर्जी दस्तावेज और ठगी की साजिश

 करन चंद्राकर के पास से 13 फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए, जिनमें उसकी ही तस्वीर लेकिन अलग-अलग नाम, पते और नंबर थे।  

 इन दस्तावेजों से बड़ी संख्या में सिम कार्ड एक्टिवेट कर मास्टरमाइंड तक भेजे गए।  

 प्रति सिम मोटी रकम मिलने से वह अपराध में पूरी तरह लिप्त हो गया।

अब तक गिरफ्तार आरोपी –

1. भूपेंद्र जोशी  – POS एजेंट  

2. दुष्यंत जोशी  – POS एजेंट  

3. करन चंद्राकर – मास्टर सप्लायर  

4. विधि से संघर्षरत बालक (मुजफ्फरनगर) – गिरोह का मास्टरमाइंड  

विधि से संघर्षरत बालक को गिरफ्तार करने में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा एवं टीम  ने सराहनीय कार्य किया. बालक को किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत माननीय किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

थाना कवर्धा में अपराध क्रमांक 91/2025 के तहत— 

धारा 318(4), 61(2) भारतीय न्याय संहिता एवं  

 धारा 66(सी) IT Act के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।  


साइबर ठगी से बचाव और जागरूकता – हर नागरिक के लिए जरूरी सतर्कता

आज के डिजिटल युग में बैंकिंग धोखाधड़ी, ऑनलाइन ठगी, OTP फ्रॉड, सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग जैसे अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं।  

सुरक्षा के लिए सुझाव –

 कभी भी OTP, ATM पिन, UPI पिन जैसी जानकारी साझा न करें।  

 अनजान कॉल या KYC अपडेट के बहाने आए मैसेज/कॉल से सतर्क रहें।  

सोशल मीडिया पर अज्ञात लोगों से व्यक्तिगत जानकारी न बांटें।  

ऑनलाइन पेमेंट सिर्फ विश्वसनीय साइट से ही करें।  

 किसी भी साइबर ठगी की सूचना *1930* हेल्पलाइन या https://cybercrime.gov.in  पोर्टल पर दें।


कबीरधाम पुलिस साइबर अपराधों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर रही है। आमजन से अपील है कि सतर्क रहें, जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।


साइबर अपराध में संलिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कबीरधाम पुलिस प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।


सावधान रहें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!

असल बात,न्यूज