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जजों की 6 सदस्यीय टीम मणिपुर के मौजूदा हालातों का जायजा लिया और विस्थापित हुए लाेगों से मुलाकात की

 मणिपुर। सुप्रीम कोर्ट के जजों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को मणिपुर पहुंचा है. जजों की 6 सदस्यीय टीम मणिपुर के मौजूदा हालातों का जायजा लिया और ...

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 मणिपुर। सुप्रीम कोर्ट के जजों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को मणिपुर पहुंचा है. जजों की 6 सदस्यीय टीम मणिपुर के मौजूदा हालातों का जायजा लिया और विस्थापित हुए लाेगों से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल में मैतई समुदाय से आने वाले जस्टिस एन कोटिस्वर सिंह भी शामिल है. मैतई जस्टिस कुकी बाहुल्य वाले इलाकों में नहीं जा पाए. कोटिस्वर इस पर भावुक होकर कहा कि चुराचांदपुर  जिले में उनके बहुत सारे अच्छे दोस्त हैं. उन्होंने ने वहां के लोगों से मिलने और गले लगाने की इच्छा जताई.सुप्रीम कोर्ट के 6 सदस्यीय जजों का प्रतिनिधिमंडल मणिपुर दौरे पर है. इनमें मैतई समुदाय के एक जज भी शामिल है. प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मणिपुर के मौजूदा हालातों का निरीक्षण कर जायजा लिया और हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की. मणिपुर हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश एन. कोटिस्वर सिंह ने मैतई समुदाय से आते है. उन्होंने कुकी समुदाय की बहुलता वाला जिला चुराचांदपुर का दौरा ना करने को लेकर कहा है कि शांति बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है. यही सबका उद्देश्य भी होना चाहिए. किसी भी स्थिति को भड़काना उचित नहीं. जस्टिस एन. कोटिस्वर सिंह ने कहा, “हम सब को सोच-समझकर कर कदम उठाना चाहिए. जिससे समाज के किसी भी वर्ग को उकसावा नहीं मिले. समस्यायों का हमें शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करना चाहिए. मुझे कुकी-बहुल इलाके चुराचांदपुर ना जाने का कोई पछतावा नहीं है. मुझे विश्वास है कि मैं जल्द ही चुराचांदपुर भी जाऊंगा.”वरिष्ठ जस्टिस एन. कोटिस्वर सिंह के दौरे के पहले चुराचांदपुर जिले के बार एसोसिएशन ऑल मणिपुर बार एसोसिएशन (एएमबीए) ने बयान जारी कर कहा, “शांति और सार्वजनिक व्यवस्था के हित में मैतेई समुदाय के जज को हमारे जिले में कदम नहीं रखेंगे. उनका नाम चाहे क्यों ना सुप्रीम कोर्ट के 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हो.”