Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


महिलाओं की आत्मनिर्भरता और बेटियों के सुनहरे भविष्य का आधार बनी महतारी वंदन योजना, पटेल परिवार ने रचा बेटियों के भविष्य का सुनहरा सपना

 कवर्धा,असल बात परिवार के पांच बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए आगे 15 साल  अर्थात 2040 तक का मजबूत प्लान तैयार, सुकन्या समृद्धि और ग्रामीण ...

Also Read

 कवर्धा,असल बात



परिवार के पांच बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए आगे 15 साल  अर्थात 2040 तक का मजबूत प्लान तैयार, सुकन्या समृद्धि और ग्रामीण डाक जीवन बीमा जैसी लाभकारी योजनाओं में निवेश के लिए बन बनाया

कवर्धा,कबीरधाम जिले के बोडला विकासखंड के ग्राम भोंदा में रहने वाले मरार पटेल परिवार की कहानी आज हर परिवार के लिए प्रेरणा बन गई है। यह संयुक्त परिवार, जिसमें सदाराम पटेल और उनके छोटे भाई रामकुमार पटेल अपनी पत्नियों, बेटों, बहुओं और पोते-पोतियों के साथ रहते हैं, महतारी वंदन योजना से न केवल आर्थिक मजबूती हासिल कर रहा है, बल्कि बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ठोस योजनाएं भी बना रहा है।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कमजोर तबके की महिलाओं के लिए शुरू की गई महतारी वंदन योजना ने पटेल परिवार की छह महिलाओं को हर माह 1 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी है। इस योजना के तहत अब तक 9 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। दीपावली से पहले 25 अक्टूबर को महिलाओं के खातों में नौवीं किस्त जमा हुई।

संयुक्त परिवार की सशक्त कहानी

सदाराम पटेल और उनकी पत्नी सुखबती पटेल के दो बेटे और बहुएं हैं। बड़ी बहू दिलेश्वरी (पति गीताराम) और उनके तीन बच्चे बरखा, अंजू और प्रभा। दूसरी बहु मनीषा (पति जगियाराम) और उनका बेटा मिंताशु है।

सदाराम के छोटे भाई रामकुमार पटेल और उनकी पत्नी बीरझा बाई के भी दो बेटे और बहुएं हैं। बड़ी बहू अनिता (पति नरेन्द्र) जिनके दो बेटे और एक बेटी हैं।

इसी तरह दूसरी बहु गनेशिया (पति फगियाराम) और उनकी एक बेटी है।

सुकन्या समृद्धि और ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना में निवेश के लिए मन बनाया


परिवार की बहुओं और माताओं ने महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि को बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए उपयोग करने का मन बनाया है। उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में लाभकारी योजना में  निवेश का निश्चय किया  है। उनका कहना है कि इस योजनाओं से बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा। योजनाएं 2039-40 तक उनके बच्चों के भविष्य के लिए आर्थिक रूप से सहायक साबित होंगी।

पटेल परिवार की बहुएं सुखबती पटेल और बीरझा बाई ने बताया, "महतारी वंदन योजना ने हमें आत्मनिर्भर बनने और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की दिशा में काम करने का विश्वास दिया है। परिवार के भी का मिला कर हर माह 6 हजार रुपए की अतिरिक्त आय से हमारा जीवन स्तर बेहतर और खुशहाल होने लगा है। पांच साल में यह राशि 3.60 लाख तक पहुंच जाएगी।" हमे पूरा विश्वास है कि यह योजना आगे भी चलते रहेगी।

कबीरधाम जिले में अब तक महतरियो को 212.04 करोड़ रुपए मिले

कबीरधाम जिले में 2.55 लाख महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही हैं। हर माह 23.56 करोड़ रुपए डीबीटी के माध्यम से इन महिलाओं के खाते में पहुंच रहे हैं। अब तक जिले की महिलाओं को कुल 212.04 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। महतारी वंदन योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उनके परिवारों को आर्थिक स्थिरता प्रदान की है। यह योजना न केवल वर्तमान की आवश्यकताओं को पूरा कर रही है, बल्कि आने वाले समय के लिए भी मजबूत आधार तैयार कर रही है। मरार पटेल परिवार ने इस योजना के जरिए यह सिद्ध कर दिया है कि एक सुविचारित दृष्टिकोण और योजनाबद्ध निवेश से बेटियों के उज्ज्वल भविष्य का सपना साकार किया जा सकता है।