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वृद्धजन हमारे परिवार का महत्वपूर्ण अंग, वे हमारी कुटुंब व्यवस्था की नींव हैं-सांसद संतोष पाण्डेय, अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में वृद्धजनों का किया गया सम्मान

कवर्धा,असल बात कवर्धा, अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर आज कवर्धा के पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में वृद्धजनों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स...

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कवर्धा,असल बात










कवर्धा, अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर आज कवर्धा के पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में वृद्धजनों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सांसद श्री संतोष पाण्डेय सहित जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान सांसद श्री पाण्डेय ने वृद्धजनों को साल और श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में वृद्धजनों के स्वास्थ्य जांच के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया और आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया। इस दौरान डॉक्टरों द्वारा वृद्धजनों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते हुए उचित देखभाल की जानकारी दी गई। साथ ही योगा अभ्यास कराकर नियमित योग करने के लिए जानकारी दी गई।  
सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कहा कि वृद्धजन हमारे परिवार का महत्वपूर्ण् अंग हैं और वे हमारी कुटुंब व्यवस्था की नींव हैं। भारत देश दुनिया में उन देशों में अग्रणी है जहां वृद्धजनों का विशेष सम्मान किया जाता है। हमारी संस्कृति में बुजुर्गों का आदर करना और उनसे मार्गदर्शन लेना एक प्राचीन परंपरा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने वृद्धजनों की सेवा और देखभाल के लिए तत्पर रहना चाहिए, क्योंकि उनका आशीर्वाद और अनुभव हमारे जीवन को सही दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि वृद्धजन हमारी संस्कृति और परंपराओं के संरक्षक हैं। उनके अनुभव और मार्गदर्शन से हम आगे बढ़ सकते हैं और समाज को सही दिशा दे सकते हैं। उनकी देखभाल और सम्मान करना केवल नैतिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमारे समाज की सभ्यता और संस्कारों का प्रतीक है।
सांसद श्री पाण्डेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ी में एक कहावत है, “बिना सियान के ज्ञान नई होए,“ जिसका अर्थ है कि बुजुर्गों के अनुभव और मार्गदर्शन के बिना सच्चा ज्ञान प्राप्त नहीं किया जा सकता। यह कहावत हमारी परंपरा और जीवन के मूल्यों को दर्शाती है, जहां बुजुर्गों की भूमिका अनमोल मानी जाती है। उनकी सलाह और अनुभव हमारे जीवन को सुलभ और सफल बनाने में सहायक होते हैं। हमें अपने बुजुर्गों का आदर और सम्मान करते हुए उनके अनुभवों से सीखते रहना चाहिए। वृद्धजन समाज के अनुभवी और ज्ञानवान स्तंभ होते हैं, जिनसे हमें जीवन के मूल्यों और संस्कारों को सीखने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार वृद्धजनों के स्वास्थ्य और भरण-पोषण के लिए कई योजनाएँ चला रही है, जिनका लाभ समाज के हर वृद्धजन को मिलना चाहिए। आयुष्मान कार्ड जैसी योजनाओं के माध्यम से उनकी चिकित्सा सुविधा को सरल और सुलभ बनाया गया है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस अवसर पर पूर्व संसदी सचिव डॉ. सियाराम साहू, जनपद अध्यक्ष श्रीमती इंद्राणी दिनेश चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जनपद उपाध्यक्ष डॉ. बीरेन्द्र साहू, श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, पार्षद श्री उमंग पाण्डेय, श्री पवन जायसवाल, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप कुमार अग्रवाल, उपसंचालक समाज कल्याण श्रीमती अभिलाषा पंडा सहित जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का किया गया आयोजन

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम वृद्धजनों के लिए एक विशेष निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श दिया गया। इसके साथ ही, आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए, जिससे वृद्धजन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकेंगे। यह पहल न केवल वृद्धजनों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का संकेत है, बल्कि समाज में उनके प्रति सम्मान और देखभाल की भावना को भी प्रोत्साहित करती है।