असल बात न्युज सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 दुर्ग पुलिस साइबर प्रहरी अभियान अंतर्गत 2 लाख से अधिक लोगो तक प्रतिदिन पहुंचा रही है साइबर सुरक्षा ...
असल बात न्युज
सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930
दुर्ग पुलिस साइबर प्रहरी अभियान अंतर्गत 2 लाख से अधिक लोगो तक प्रतिदिन पहुंचा रही है साइबर सुरक्षा संबंधी संदेश
साइबर पखवाड़ा के 13वे दिवस पर सीआईएएफ के जवानों को, पाटन के राजस्व विभाग, पंचायत विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को, अविश एजुकोम सहित भिलाई के कोचिंग क्लासेस (वाईएससी) के बच्चो को किया गया जागरूक।
NCRP पोर्टल के माध्यम से कोई भी आम नागरिक साइबर वालंटियर्स बनकर साइबर काइम के प्रति लोगो को जागरूक करने एवं अपराधियों को पकड़ने तथा अपराध को नियंत्रण करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
साइबर हेल्पलाइन 1930 और नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime-gov-in) के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी। लोगों को x (ट्विटर) पर @cyberdost को फालो करने के लिए भी प्रेरित किया गया।
पुलिस मुख्यालय छत्तीसगढ़ नवा, रायपुर के निर्देशन पर पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला के पर्यवेक्षण में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा के नेतृत्व में जिले के समस्त थाना/चौकी प्रभारियों, साइबर प्रहरी की टीम द्वारा राज्यव्यापी साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान के माध्यम से आम नागरिकों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक कराया जा रहा है।
साइबर पखवाड़ा अभियान' के अंतर्गत 13वे दिवस पर सीआईएसएफ जवानों को साइबर अपराधों से बचाव के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सीएसपी दुर्ग (आईपीएस) श्री चिराग जैन, साइबर थाना प्रभारी श्री तापेश्वर नेताम और उप निरीक्षक साइबर थाना डॉ. संकल्प राय ने हिस्सा लिया। उन्होंने जवानों को साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने और पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज के द्वारा चलाए जा रहे साइबर प्रहरी अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान जवानों को साइबर अपराधों से बचने के लिए आवश्यक उपाय बताए गए और उन्हें 'साइबर प्रहरी' ग्रुप में भी जोड़ा गया।
अभियान के 13 दिवस पर जिला दुर्ग में विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम साइबर जागरूकता अभियान के तहत किए गए, जिसमें पाटन अनुविभाग में राजस्व विभाग पंचायत विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को रोजगार सहायक ग्राम सचिव एवं अन्य लोगों को पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पाटन आशीष बंछोर, थाना प्रभारी पाटन के द्वारा कहा गया कि साइबर अपराध होने के बाद अगर आप तुरंत रिपोर्ट करवाकर अपराधियों के अकाउंट को फ्रीज कर अमाउंट को होल्ड कराया जा सकता है, जिसमे कम वित्तिय नुकसान होने के चांसेज रहते है। उन्होंने जागरूकता हेतु साइबर प्रहरी को फॉलो करने की बात बताई गई।
अविश एजुकॉम में भी पहुंची 'साइबर प्रहरी' टीम
अवीश एजुकॉम और भिलाई-3 के कोचिंग क्लासेस में भी साइबर प्रहरी अभियान की टीम ने छात्रों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। थाना प्रभारी मोहन नगर श्रीमती मोनिका पांडे और उप निरीक्षक साइबर थाना डॉ. संकल्प राय ने अविश एजुकॉम के बच्चों को वर्तमान में चल रहे ट्रेंडिंग साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दी और इनसे बचने के महत्वपूर्ण उपाय सुझाए। इसके साथ ही, भिलाई-3 के कोचिंग संस्थानों में भी साइबर प्रहरी की टीम ने छात्रों को जागरूक करने के लिए विशेष सत्र आयोजित किया, जहां साइबर वॉलंटियर्स ने भी सहयोग प्रदान किया।
इस अभियान का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों, खासकर युवाओं और सुरक्षा बलों, को साइबर अपराधों से बचाने के लिए जागरूक करना और उन्हें साइबर प्रहरी मुहिम से जोड़कर साइबर सुरक्षा की दिशा में सामूहिक प्रयास करना है।
जन जागरूकता अभियान के दौरान विशेष रूप से सोशल मीडिया, रेडियो, प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है। इसके अलावा, साइबर प्रहरी के सोशल मीडिया अकाउंट, दुर्ग रेंज पुलिस एवम दुर्ग पुलिस फेसबुक, X (ट्विटर), इंस्टाग्राम, वॉट्सएप चैनल, यूट्यूब के माध्यम से साइबर जन जागरूकता के जरीये अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साइबर सुरक्षा संबंधी संदेश, वीडियो और पोस्ट साझा किए जाएंगे। शार्ट वीडियो, स्टोरी मेकिंग और अन्य गतिविधियों के माध्यम से भी जन जागरूकता फैलाई जा रही है।