*स्वरूपानंद महाविद्यालय में विविध कार्यक्रमों के माध्यम से सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम भिलाई. असल बात news. स्वरूपानंद महाविद्यालय ...
*स्वरूपानंद महाविद्यालय में विविध कार्यक्रमों के माध्यम से सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम
भिलाई.
असल बात news.
स्वरूपानंद महाविद्यालय में 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस, अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस और नशा मुक्त भारत अभियान के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी, कार्यक्रम अधिकारी, रासेयो ने इन कार्यक्रमों के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि "आज हम हाथियों की रक्षा और संरक्षण के लिए शपथ ले रहे हैं। हम सभी को एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हाथियों के अनुकूल पर्यावरण बनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। साथ ही, हमें नशा मुक्त भारत के लिए भी प्रतिबद्ध होना चाहिए। साथ ही उन्होंने एचआईवी/एड्स की जानकारी देते हुए कहा कि "भारत में अभी भी लाखों लोग एचआईवी/एड्स से ग्रस्त हैं। हम सभी को मिलकर इस बीमारी को खत्म करने के लिए काम करना होगा।
विश्व हाथी दिवस के अवसर पर सभी छात्रों को हाथियों की सुरक्षा के बारे में जागरूक किया गया। महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. हंसा शुक्ला ने स्वयंसेवकों और प्राध्यापकों को हाथी सुरक्षा एवं संरक्षण तथा नशा मुक्त भारत की शपथ दिलाई। इस अवसर पर पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने श्री विद्यासागर युथ क्लब के संयुक्त तत्वाधान में रुआबांधा मार्केट में बीस पौधे लगाए और उन्हें ट्री गार्ड से सुरक्षित किया।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर 'इंटेन्सिफाइड आईईसी कॅम्पेन' के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना और रेड रिबन क्लब ने संयुक्त तत्वाधान मे एचआईवी और एड्स की रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए व्याख्यान और परिसंवाद का आयोजन किया। यूट्यूब वीडियो दिखाए गए एवं प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई l इस कार्यक्रम में युवाओं को एचआईवी और एड्स के खतरों के बारे में बताया गया और उन्हें सुरक्षित रहने के तरीके बताए गए।
डॉ. हंसा शुक्ला, महाविद्यालय प्राचार्या ने कहा कि "ये सभी कार्यक्रम हमारे छात्रों को समाज के प्रति जागरूक बनाने और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।" मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी, डॉ. दीपक शर्मा ने तीनों गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि "ये कार्यक्रम हमारे महाविद्यालय को एक आदर्श संस्थान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।"