नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश. असल बात न्यूज़. उत्तर प्रदेश के सत्संग में भगदड़ मचने की जो घटना हुई है,उससे पूरे देश में दुख की लहर फैल गई है. घट...
नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश.
असल बात न्यूज़.
उत्तर प्रदेश के सत्संग में भगदड़ मचने की जो घटना हुई है,उससे पूरे देश में दुख की लहर फैल गई है. घटना के बारे में सुनकर लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. अब तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार यह धार्मिक प्रवचन सत्संग चल रहा था उसमें अचानक मच गई. भगदड़ ऐसी मशीन की लोगों एक दूसरे का कुचल कर भागने लगे और इसके बाद 100 से अधिक लोगों की जान चली गई है जिसमें महिलाएं और बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल है. घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. यह जानकारी सामने आ रही है कि सत्संग में 50हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे. धार्मिक सत्संग जैसे कार्यक्रमों सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध ज्यादातर आयोजन करता संगठनों के द्वारा किए जाते हैं और यहां भी कोई बड़ा पुलिस बल सुरक्षा के लिए तैनात नहीं था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है.उनके कल घटना स्थल पर पहुंचने की सम्भावना है.
यूपी शासन ने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख और घायलों को 50 हजार की आर्थिक मदद की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश सरकार के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह के अलावा मुख्य सचिव व डीजीपी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। हाथरस और एटा के आला अधिकारी घायलों के इलाज की बेहतर व्यवस्था के लिए निगरानी में जुटे हैं। इस घटना के बारे में जो भी सुन रहा है उसका मन दुखी हो जा रहा है. घटना के चलते पूरे देश भर में शोक की लहर है. सबके मन में अभी है एक सवाल उठ रहा है कि सत्संग जैसे कार्यक्रम में ऐसी दुर्भाग्य जनक घटना कैसे घट गई कैसे भगदड़ मच गई.पुलिस के अनुसार, हाथरस जिले में सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव रतिभानपुर में भोले बाबा का सत्संग कार्यक्रम चल रहा था। यह स्थान एटा जनपद की सीमा के करीब है। अभी सावन का महीना शुरू नहीं हुआ है लेकिन प्रत्येक सोमवार को धार्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं, होने शुरू हो रहे हैं. विशेष रूप से शिव बाबा के मंदिरों में सभी जगह सोमवार के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ छूटने लगी है.यहां भी भोला बाबा मंदिर के परिसर में दोपहर से सत्संग शुरू हुआ था. जो भी यहां घटना स्थल पर पहुंच रहा है घटना को देखकर उसका दिल दहल जा रहा है. पुलिस प्रशासन के द्वारा घटनास्थल को पूरी तरह से खाली कर लिया गया है लेकिन यहां अभी भी कई लोगों के शव रखे हुए हैं. जिन्हें देखकर किसी का भी दिल दहल सकता है.
उल्लेखनीय है कि अभी हिंदू और हिंदुओं के कार्यक्रम को लेकर देश भर में बहस चल रही है. वहीं विभिन्न बाबाओ के प्रवचन के कार्यक्रम भी लगातार हो रहे हैं जिसमें लाखों की भीड़ जुटती है. बताया जा रहा कि यहां भी सत्संग दोपहर से शुरू हुआ था और उसमें 50 हजार से अधिक लोगों की भीड़ जुटी हुई थी. यह अभी कोई भी स्पस्ट नहीं बता पा रहा है कि आखिर भगदड़ कैसे मची. लेकिन एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में बदल मची. पता नहीं वहां से भागना इतना अधिक क्या जरूरी हो गया था कि लोग एक दूसरे को कुचल कर भागने लगे. लेकिन यह बताया जा रहा है कि उस समय सत्संग समाप्त हो गया था. प्रवचन कर रहे बाबा वापस लौट रहे थे. सभी भीड़ उनकी तरफ बढ़ने लगे थे और भगदड़ मच गई. और कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा कुछ देखा गया, इसके बाद वहां भगदड़ मच गई. बताया जा रहा है कि वहां रह रहकर बारिश होती रही है जिससे वहां की सफेद मिट्टी चिकनी हो गई थी.उत्तर प्रदेश की इस मिट्टी में पानी पड़ने पर फिसलन पैदा हो जाती है. कहा जा रहा है कि इसी वजह से भगदड़ ने खतरनाक रूप ले लिया. दूसरी तरफ यह भी जानकारी सामने आ रही है कि वहां उमस भरा वातावरण था. उमस और गर्मी कारण लोगों में बैचेनी बढ़ी तो कुछ लोग बीमार पड़ने लगे. एक दूसरे को बीमार पडते देख लोग भागने लगे.
अभी प्राप्त जानकारी के अनुसार घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. वही अभी जो नया अपडेट आया है उसके अनुसार आसपास के और कई जिलों से जहां घायल भर्ती हैं वहां डॉक्टर भेजे गए हैं पैरामेडिकल स्टाफ भेजा गया है.
स्थानीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार हाथरस हादसे में मृतकों संख्या 120 तक पहुंचने की जानकारी सामने आई है। आसपास के क्षेत्र में भोले बाबा को अनुयाइयों की बड़ी संख्या है और उनके कार्यक्रमों में हर बार बड़ी भीड़ जुटती है। मंगलवार को आयोजित सत्संग में भारी तादाद में लोग जुटे थे। इनमें काफी ज्यादा महिलाएं बच्चे भी थे। राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा से भी लोग सत्संग में शामिल होने गांव पहुंचे थे।