नई दिल्ली . असल बात न्यूज़ . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी की शुरुआत आज से हो जाएगी. प्रधानमंत्री और उनके मंत्री परिषद के सदस्...
नई दिल्ली .
असल बात न्यूज़ .
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी की शुरुआत आज से हो जाएगी. प्रधानमंत्री और उनके मंत्री परिषद के सदस्य आज शाम को लगभग 7:00 बजे भव्य समारोह में शपथ ग्रहण करेंगे. उनके शपथ ग्रहण के तमाम देसी और विदेशी मेहमान साक्षी बनेंगे. कई विदेशी मेहमान एक दिन पहले से ही यहां पहुंच गए हैं.प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उनके नए मंत्री परिषद में जो सदस्य बनने जा रहे हैं उनसे अपने निवास पर टी पार्टी में चर्चा की है.निस सदस्यों को कॉल करके बुलाया गया था और माना जा रहा है कि यह सभी ही मंत्री परिषद में सदस्य बनेंगे. माना जा रहा है कि नए केंद्रीय मंत्रीमंडल में छत्तीसगढ़ से भी किसी एक सांसद को जगह मिल सकती है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, कई मंत्री. सभी नवनिर्वाचित सांसद सहित पार्टी के बड़े दिग्गज नेता अभी दिल्ली में ही एकत्रित है. केंद्रीय मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से पहले भी किसी न किसी एक सांसद को अनिवार्य रूप से जगह मिलते रही है और माना जा रहा है कि यह परंपरा इस बार भी बनी रहेगी.
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में आज तूफानी राजनीतिक सरगर्मी नजर आ रही है.जब लोकसभा का सत्र होता है अथवा कोई बड़े राजनीतिक कार्यक्रम होते हैं तभी सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों सांसद, राज्यसभा सदस्यों और मंत्रियों की राष्ट्रीय राजधानी में उपस्थिति नजर आती है अथवा ये सभी अपने क्षेत्र पर दौरे पर रहते हैं. आज सभी छोटे बड़े राजनीतिक दलों के कद्दावर नेता, राष्ट्रीय. राजधानी में उपस्थित है.सभी के नजर इस ओर लगी हुई है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में अंततः किसे शामिल किया जाता है और किसे नहीं. इस बीच यहाँ राजनीतिक सरकार में लगातार बढ़ी हुई दिख रही है. राजनीतिक गालियारे में जो खबर है उसके अनुसार जो पांच बड़े महत्वपूर्ण विभाग हैं पोर्टफोलियो हैं वह भारतीय जनता पार्टी के पास ही रहेगा. रक्षा विभाग,विदेश मंत्रालय वित्त मंत्रालय जैसे विभाग जिन्हें देश की सुरक्षा और गोविंदा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है वे सभी विभाग भारतीय जनता पार्टी अपने पास रखने वाली है. एनडीए के जो दूसरे सहयोगी दल है उन्हें रेल मंत्रालय. कोयला मंत्रालय, इस्पात और खनिज मंत्रालय, कृषि मंत्रालय जैसे विभागों में से कई बड़े भाग दिए जा सकते हैं.एनडीए के सहयोगी दलों को अधिक विभाग देने की वजह से भाजपा के कई बड़े नेताओं को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाने की संभावना है.
इस अवसर पर भारत के पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति श्री अहमद अफिफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री श्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री श्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और भूटान के प्रधानमंत्री श्री शेरिंग तोबगे ने उपस्थित होने का निमंत्रण स्वीकार किया है।
इस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के अलावा उपरोक्त नेता उसी शाम राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की ओर से आयोजित भोज में भी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए नेताओं की यात्रा भारत की ओर से अपनी 'पड़ोसी पहले' नीति और 'सागर' दृष्टिकोण को प्रदान की गई सर्वोच्च प्राथमिकता के अनुरूप है।