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स्वरूपानंद महाविद्यालय में टीचिंग एवं लर्निंग कार्यशाला ”फ्लिप क्लास“ का शुभारंभ

  भिलाई. असल बात न्यूज़.     स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा बीएड के प्रशिक्षार्थीयों द्वारा प्रशिक्षार्थीय...

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भिलाई.
असल बात न्यूज़.    

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा बीएड के प्रशिक्षार्थीयों द्वारा प्रशिक्षार्थीयों के लिए सात दिवसीय टीचिंग एवं लर्निग कार्यशाला ”फ्लिप क्लास“ का आयोजन किया गया। फ्लिप क्लास एक मनोवैज्ञानिक पद्धति है जिसमें विद्यार्थी पहले किसी अध्याय या पाठ का अभ्यास करते है, उसकी तैयारी करते है एवं विभिन्न प्रकरण जैसे शिक्षण कौशल, शिक्षण विधियाँ, शिक्षण सूत्र, शिक्षण तकनीक, प्रश्नों के प्रकार, शिक्षण प्रविधियाँ, सहायक शिक्षण सामग्री, शिक्षण सिद्धांत सूक्ष्म शिक्षण, आदि विषयों पर प्रशिक्षण देते है जिससे बीएड प्रशिक्षार्थियों में अच्छे शिक्षक के गुण विकसित हो सकें। इसी के तहत फ्लिप क्लास लर्निंग कार्यशाला का आयोजन किया गया।  

कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. पूनम शुक्ला, स.प्रा. शिक्षा विभाग ने कहा कि फ्लिप क्लास एक नई एवं मॉडर्न शिक्षण का एक तरीका है जिसके द्वारा विद्यार्थियों में शिक्षण कौशल के विकास के साथ ही विषय वस्तु के खुद से सीखने के कौशल का विकास किया जा सकता है 

कार्यशाला में विद्यार्थियों के समूह ने विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतीकरण द्वारा विषयो के सूक्ष्म बिंदुओं पर प्रकाश डाला तथा मुख्य बिंदुओं को नोट भी करवाया जिससे विद्यार्थियों को शिक्षण प्रायोगिक परीक्षा में उसका लाभ प्राप्त हो सके एवं साथ ही साथ उन्हें अच्छे कुशल शिक्षक बनने में सहयोग प्रदान कर सके अंत में प्रत्येक विषय के व्याख्यान के पश्चात प्रशिक्षार्थी समूह से विद्यार्थियों द्वारा शंका समाधान किया गया जिसका प्रशिक्षार्थियो के समूह ने उत्तर देकर निवारण किया यदि समूह के जवाब से विद्यार्थी संतुष्ट नही होते तो प्राध्यापकों के पैनल उनके प्रश्नों का जवाब देकर उनके समस्या का समाधान किया। 

महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने “फ्लिप क्लास” एक नई शिक्षण विधि का प्रयोग कर विद्यार्थियो को विद्यार्थी के द्वारा विषयवस्तु को आसानी से समझने एवं सीखने सिखाने की प्रक्रिया के लिए शिक्षा विभाग को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने विद्यार्थियों को स्वयं करके सीखने की मनोवैज्ञानिक विधि द्वारा विषय एवं शिक्षण कौशल के अधिगम सिखाने हेतु प्राध्यापको को बधाई दी तथा उनके अच्छे एवं कुशल शिक्षक बनने की कामना की। उपप्राचार्य डॉ. अजरा हुसैन ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण द्वारा हम विद्यार्थियों में विभिन्न शिक्षण कौशलों के निर्माण कर युवा विद्यार्थियों को उत्तम शिक्षक बनाकर उच्च राष्ट्र का निर्माण कर सकते है।

सह-प्राध्यापक डॉ. दुर्गावती मिश्रा, प्राध्यापक डॉ. शैलजा पवार, शिक्षा विभाग ने कार्यशाला को सफल बनाने में विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान किया। इस अवसर पर बीएड चतुर्थ के समस्त विद्यार्थीगण एवं प्राध्यापक उपस्थित थे।