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विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज का बयान आया सामने

  रायपुर.   विष्णुदेव साय (Vishnudev sai) को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज का बयान सामने आया है. दीपक बैज ने कहा, छत्तीसग...

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 रायपुर. विष्णुदेव साय (Vishnudev sai) को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज का बयान सामने आया है. दीपक बैज ने कहा, छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री को बहुत बधाई. आदिवासी बाहुल्य राज्य है, यहां आदिवासी मुख्यमंत्री बनना ही चाहिए था. मुझे पूरा भरोसा और उम्मीद है, जो वादों के साथ भाजपा सत्ता में आई है उनको पूरा करेंगे. अडानी-अंबानी की नजर हमारे जल-जंगल-माइनिंग में रहती है, उनको बचाने का काम करेंगे.

भाजपा में जमीन से जुड़े लोगों को मौका मिलता है, इस सवाल पर दीपक बैज ने कहा, हमारी पार्टी भी जमीन से जुड़े लोगों को मौका देती है. उदाहरण मैं खुद दीपक बैज हूं. हमारे आलाकमान ने मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाया. हमारी पार्टी भी युवाओं और जमीन से जुड़े लोगों को मौका देती है.

वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता चुने जाने को लेकर बैज ने कहा, हम लोग भी जल्द विधायक दल का नेता चुनेंगे. भाजपा ने प्रदेश की जनता को एक सपना दिखाया है, पूरी उम्मीद है कि वह सपना पूरा करेंगे. नहीं तो हम लोग 35 विधायक के साथ हैं, मजबूत विपक्ष हैं. सड़क से लेकर सदन तक निश्चित रूप से सरकार के कमियों को मजबूती के साथ जनता तक पहुंचाएंगे.

शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के नेताओं के जाने को लेकर बैज ने कहा, जो नेता प्रतिपक्ष होते हैं उन्हें जाना होता है. लेकिन आमंत्रण आने के बाद देखते हैं.

किसानों को 2 साल का बोनस देने के ऐलान पर दीपक बैज ने कहा, जो 15 सालों में नहीं दे पाए वह अब दे रहे हैं.
सिर्फ 2 साल का क्यों, 15 साल का बोनस देना चाहिए. हम 5 साल का वादा करके आए थे, 5 साल का दिया भी.
भाजपा के पास पैसे की दिक्कत नहीं है, केंद्र में भी उन्हीं की सरकार है. पूरा 15 साल का बोनस दें.

कांग्रेसी नेता पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठने को लेकर भी दीपक बैज ने बयान दिया है. उन्होंने कहा, कुछ बातें पार्टी से बड़ी नहीं हो सकती. सार्वजनिक बयानबाजी अपशब्दों का ध्यान रखना चाहिए. पार्टी में अनुशासन भी है, नियम कानून भी है और कायदे भी है. उसे बाहर जाने पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पार्टी का दरवाजा 24 घंटे खुला हुआ है. हाईकमान के पास जाकर भी बात रख सकते हैं. कोई किसी को नहीं रोक रहा है, लेकिन सार्वजनिक रूप से आरोप लगाने पर पार्टी की छवि धूमिल होती है. नोटिस जारी किए हैं, जो भी हो कार्रवाई होगी.