Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


हरा धूमकेतु इस दिन पृथ्वी के पास से गुजरेगा, देखने से चूके तो 400 साल करना पड़ेगा इंतजार

नासा के अनुसार, धूमकेतु निशिमुरा अगले सप्ताह पृथ्वी के सबसे निकट होगा। यह 17 सितंबर को सूर्य के सबसे नजदीक होगा। अगर आप इसे नहीं देख पाए तो...

Also Read

नासा के अनुसार, धूमकेतु निशिमुरा अगले सप्ताह पृथ्वी के सबसे निकट होगा। यह 17 सितंबर को सूर्य के सबसे नजदीक होगा। अगर आप इसे नहीं देख पाए तो दोबारा देखने के लिए 400 साल का इंतजार करना पड़ेगा।

हरा धूमकेतु इस दिन पृथ्वी के पास से गुजरेगा, देखने से चूके तो 400 साल करना पड़ेगा इंतजार
  1. धूमकेतु निशिमुरा सूर्य के करीब पहुंचने वाला है।
  2. 17 सितंबर को यह पृथ्वी से साफ नजर आएगा।
  3. इसके बाद सूरज की रोशनी में खो जाएगा।

ब्रह्मांड रहस्यों से भरा है। आकाशगंगाओं, ग्रहों और तारों के बारे में हर दिन नई जानकारियां सामने आती है। एक खगोलीय घटना 17 सितंबर 2023 को होगी। इस दिन एक हरा धूमकेतु पृथ्वी के पास से गुजरेगा। इस धूमकेतु को हम देख सकते हैं। यदि आप इसे नहीं देख पाए तो इस धूमकेतु को दोबारा देखने के लिए 400 साल का इंतजार करना पड़ेगा।

धूमकेतु निशिमुरा पृथ्वी के करीब आ गया है

हरे रंग के इस धूमकेतु को निशिमुरा नाम दिया गया है। धूमकेतु निशिमुरा (Comet Nishimura) 12 सितंबर को पृथ्वी के सबसे नजदीकी छोर पर पहुंचा था। अब यह 17 सितंबर को पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने धूमकेतु निशिमुरा की गतिविधियों पर नजर बनाई हुई है।

जापानी खगोलशास्त्री ने की थी निशिमुरा की खोज

धूमकेतु की खोज जापानी खगोलशास्त्री हिदेओ निशिमुरा ने की थी। इस कारण इससे निशिमुरा धूमकेतु नाम दिया गया है। इस धूमकेतु को वैज्ञानिक नाम C/2023 P1 दिया गया है।

धूमकेतु को नंगी आंखों से देखा जा सकेगा

धूमकेतु निशिमुरा बहुत चमकदार हरी रोशनी उत्सर्जित करेगा। यही कारण है कि इससे नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। निशिमुरा 240,000 मील प्रति घंटे की स्पीड से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। 17 सितंबर को धूमकेतु सूरज के सबसे करीब होगा। यह आधी रात को करीब 3 बजे से सुबह 4 बजे के बीच देखा जाएगा। बता दें धूमकेतु सौर मंडल में धूल, बर्फ और गैस के मिश्रण से बनी एक चट्टान है। अन्य ग्रहों की तरह धूमकेतु भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं।