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स्वामी स्वरूपानंद महाविद्यालय भिलाई में हिंदी विभाग द्वारा तुलसी जयंती के अवसर पर “रामचरितमानस:प्रश्न मंच” कार्यक्रम का आयोजन

  भिलाई। असल बात न्यूज़।।    स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय आमदी नगर हुडको भिलाई में हिंदी विभाग द्वारा तुलसी जयंती के अवसर पर “...

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 भिलाई।

असल बात न्यूज़।।   

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय आमदी नगर हुडको भिलाई में हिंदी विभाग द्वारा तुलसी जयंती के अवसर पर “रामचरितमानस:प्रश्न मंच” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। काहुत एप द्वारा आयोजित इस प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में 125 विद्यार्थियों ने भाग लिया विपुल मात्रा में विद्यार्थियों के प्रतिभागिता यह दर्शाता है कि हमारी संस्कृति सुरक्षित हाथों में है तथा सोशल मीडिया के प्रभाव से अभी थी तुलसी साहित्य अछूता है रामचरितमानस अभी भी लोगों का कंठ हार बना हुआ है। लोगों का अपने धर्म के प्रति, अपने ईश्वर के प्रति आस्था है तथा वे अपनी सांस्कृतिक मूल्यों व विभिन्न विचारधाराओं से परिचित हैं। 

कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम प्रभारी डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी ने कहा व्यस्ततम जीवन एवं भोग वादी जीवन पद्धति के कारण मानव भावशून्य होते जा रहा है। भारतीय संस्कृति में निहित जीवन मूल्यों से परिचय कराने का सबसे अच्छा माध्यम गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरितमानस ही है। गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दू धर्म की उदारता, व्यापकता तथा सहिष्णुता व दया, परोपकार, अहिंसा आदि पर बल दिया तथा अभिमान, हिंसा, परपीड़ा आदि दुर्गुणों की निंदा की। हिन्दुओं की मूर्तिपूजा पर आस्था बनाए रखी, उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की भक्ति का आदर्श रखा। महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा तथा डॉ. मोनिषा शर्मा ने कार्यक्रम आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा तुलसीदास हिन्दू धर्म के रक्षक तथा उद्धारक थे, उन्होंने जनता के सामने मर्यादा पुरुषोत्तम राम के आदर्श रखे हैं। प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कार्यक्रम आयोजन के लिए हिंदी विभाग की सराहना की व कहा हर घर में गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस की एक प्रति अवश्य ही मिलेगी। यह लोगों का कंठ हार बना हुआ है कारण उसकी सरलता सहजता के साथ- साथ उसमें निहित आदर्श व गोस्वामी तुलसीदास की समन्वयक वादी भावना भी है।

 विद्यार्थियों से रामचरितमानस ,तुलसी की रचनाएं उनके व्यक्तित्व  से संबंधित प्रश्न पूछे गए प्रतियोगिता दो चरणों में संपन्न हुई प्रथम चरण में 25 प्रश्न रखे गए है प्रश्न के लिए  30 सेकंड का समय दिया गया । प्रथम चरण से 09 ग्रुप को चयनित किया गया उस ग्रुप  से 15 प्रश्न पूछे गए । लंका नगरी किस पर्वत पर स्थित थी ?लक्ष्मण को किसका अवतार माना जाता है? उस धनुष का नाम बताइये जिसका उपयोग भगवान राम ने सीता स्वयंवर में किया था?लवणासुर का वध किसने किया था ? श्रीराम के वन चले जाने पर भरत उनके वियोग में अयोध्या से दूर किस स्थान पर रह रहे थे? रावण की उस तलवार का नाम बताइए, जो उसने शिवजी से प्राप्त की थी ? श्रीराम की सेना के किस वानर योद्धा को यह वरदान प्राप्त था कि उसके हाथ के स्पर्शमात्र से पत्थर पानी पर तैरेंगे? वर्तमान मे बाल्मीकि नेशनल पार्क किस राज्य में स्थित है ? उस राक्षसी का क्या नाम था जो लंका के समीप समुद्र में रहती थी और उड़ते हुए जीवों को खींच लेती थी तथा खा जाती थी ? लंका जाने केलिए पुल बाँधते समय श्रीराम ने किस शिवलिंग की स्थापना की थी, गोद लिए हुलसी फिरै तुलसी सा सुत होय पंक्ति किसकी है ? आदि प्रश्न पूछे गए जिसमें से कुछ प्रश्नों का जवाब विद्यार्थियों ने आसानी से दिया कुछ प्रश्नों पर असमंजस में दिखाई दिए। प्रश्न में विद्यार्थियों की रुचि अंत तक बनी रही विजेता ग्रुप प्रथम  आस्था ओक समुह बीसीए द्वितीय वर्ष ने बताया इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजन करने से हम अपनी संस्कृति को जान पाते हैं मुझे लगता था कि रामचरितमानस मुझे पूरा आता है पर जब प्रश्न पूछे गए तो बहुत सारे प्रश्न के जवाब मुझे नहीं पता था मैं रामचरितमानस पुनः अच्छे से पढ़ूंगा ताकि अगली बार सारे प्रश्नों के जवाब दे सकूं।

 द्वितीय स्थान पर रहे पायल वर्मा बीकॉम   द्वितीय वर्ष समूह के छात्रों ने बताया प्रश्न मंच में भाग लेना हमारे लिए बहुत अच्छा अनुभव था इस प्रकार के आयोजन से हम अपने धार्मिक ग्रंथो व मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्श चरित्र के बारे में जान सके।  

विजयी प्रतिभागियों के नाम हैं प्रथम आस्था ओक, अंश शर्मा,   दीपांशु चंद्राकर , सिपिका टांक समुह  बीसीए द्वितीय वर्ष, द्वितीय पायल वर्मा, आयुषी, लाक्षी, साहिल समुह बीकॉम  द्वितीय वर्ष, तृतीय उमा साहू चंचल, गीतिशा ,देवयानी समुह बीएससी प्रथम वर्ष, सांत्वना ट्विंकल नायक अवंतिका मंडल, गिरजाशंकर साहू, जयश्री बीए प्रथम वर्ष समूह।   

कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में डॉ मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित व श्रीमती खुशबू पाठक विभागाध्यक्ष प्रबंधन उपस्थिति हुई। कार्यक्रम में मंच संचालन एवं धन्यवाद डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी ने दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक कामिनी वर्मा सहाप्राध्यापक लीना रावटे सहाप्राध्यापक मधु पटवा ने विशेष योगदान दिया।