झारखंड ‘श्रद्धा’ मर्डर केस से झारखंड की राजनीति में उबाल आ गया है. झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सत्तारूढ़ गठबंधन की वि...
झारखंड ‘श्रद्धा’ मर्डर केस से झारखंड की राजनीति में उबाल आ गया है. झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सत्तारूढ़ गठबंधन की विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि यह जघन्य मामला है. दोषी को फांसी कीसजा होनी चाहिए. महगामा की कांग्रेस विधायक ने कहा कि पहले भी महिलाओं पर अत्याचार के कई मामले सामने आये हैं. उन मामलों में कठोर कार्रवाई हुई है.
श्रीमती पांडेय ने कहा कि यह जघन्य और वीभत्स घटना है. इस घटना को अंजाम देने वाले को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए और जल्द से जल्द सजा होनी चाहिए. झारखंड कांग्रेस की नेता दीपिका पांडेयने कहा कि ऐसे आरोपियों को फांसी की सजा होनी ही चाहिए. वह झारखंड विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बात कर रहीं थीं.
कांग्रेस विधायक ने कहा कि एक दिन पहले रविवार को मुख्यमंत्री आवास में सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) विधायक दल की बैठक में भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया गया था. मुख्यमंत्री से अपील की गयी है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो.
वहीं, कांग्रेस नेता और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि साहिबगंज में जो घटना हुई है, वैसी कई घटनाएं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासनकाल में हुईं. उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के पास मुद्दा नहीं है. वह मुद्दाविहीन हो गयी है. उनके शासन में ऐसी बहुत ज्यादा घटनाएं होतीं थीं. भाजपा राज्यव्यापी मुद्दे नहीं उठा पा रही है.