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माता-पिता की मौत का बदला लेने को युवती ने रची थी खौफनाक साजिश

  ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र के बड़पुरा गांव में खुदकुशी का नाटक करने वाली पायल ने अपने माता-पिता की मौत का बदला लेने के लिए पूरी ...

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ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र के बड़पुरा गांव में खुदकुशी का नाटक करने वाली पायल ने अपने माता-पिता की मौत का बदला लेने के लिए पूरी साजिश रची थी। अनजान युवती की हत्या करने वाली पायल चार और लोगों की जान लेना चाहती थी। इस साजिश में उसने अपने प्रेमी अजय ठाकुर को मिला रखा था। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। उनसे वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।

पुलिस पूछताछ में पायल ने खुलासा किया है कि उसने 27 नवंबर को आर्य समाज मंदिर में अजय ठाकुर शादी कर ली थी। आरोपी पायल ने अजय के सामने शर्त रखी थी कि वह उसके माता-पिता की मौत के जिम्मेदार चारों आरोपियों की हत्या कर दे। चारों की हत्या के बाद दोनों ने दूसरे प्रदेश में बसने की योजना बनाई थी। हालांकि, इससे पहले ही दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

पांच लाख रुपये से शुरू हुआ था विवाद : पायल के माता-पिता की आत्महत्या और हेमा की हत्या की कहानी पांच लाख रुपये के विवाद से शुरू हुई थी। दरअसल, पायल के भाई अरुण की शादी में उसके बुआ के बेटे जारचा के चोना नंगला निवासी सुनील ने पांच लाख रुपये उधार दिए थे। पैसे न चुकाने को लेकर शादी के कुछ समय बाद अरुण और उसकी पत्नी का विवाद होने लगा। स्वाति, साला कोशेंद्र, गोलू और सुनील पैसों को लेकर अरुण के पिता रविंद्र भाटी और मां राकेश पर दबाव बना रहे थे। फिर स्वाति भी घर छोड़कर अपने मायके चली गई। इससे परेशान होकर अरुण के माता-पिता ने आत्महत्या कर ली थी। अरुण ने चारों के खिलाफ दादरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में चारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो पायल ने उनकी हत्या की साजिश रची।

आरोपियों के घर की रेकी दो बार की

अजय और पायल ने हेमा की हत्या के बाद स्वाति, कोशेंद्र, गोलू और सुनील की हत्या करने के लिए दो बार उनके घर की रेकी की। हालांकि, इन्हें वारदात को अंजाम देने का मौका नहीं मिला। हेमा की हत्या के बाद दोनों बुलंदशहर भाग गए थे। यहां पर बिशा कॉलोनी में रह रहे थे। वारदात से पहले अजय नोएडा में ही एक निजी कंपनी में काम करता था।

सीरियल देख षड्यंत्र रचा

पुलिस पूछताछ में पायल ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने अपनी आत्महत्या और हेमा की हत्या की साजिश एक सीरियल ‘कबूल है’ देखकर रची थी। वह एक चैनल पर उस सीरियल को देखती थी। इस सीरियल में भी एक महिला खुद की मौत की झूठी साजिश रचती है। फिर कई वारदात को अंजाम देती है।

आरोपी युवती ने गुमराह करने के लिए पूड़ी भी बनाई

पुलिस और अन्य लोगों को गुमराह करने के लिए पायल ने पूरी तैयारी के साथ हेमा की हत्या की थी। उसने हेमा के चेहरे पर तेल डालने से पहले उसमें दो पूड़ी भी बनाई थी, ताकि उसके द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट को पढ़कर भरोसा हो जाए कि वह सच में ही खाना बना रही थी। 

कद-काठी की शिकार बनी हेमा

पायल जैसी कद काठी की वजह से हेमा को शिकार बनाया गया। हेमा के बारे में अजय को उसके एक दोस्त ने जानकारी दी थी। उसने अपने दोस्त को पायल का फोटो दिखाकर कहा था कि इस कद काठी की एक युवती चाहिए। तब उसके दोस्त ने हेमा के बारे में अजय को बताया था।

साक्ष्य जुटाने श्मशान घाट पहुंची फॉरेंसिक टीम

हेमा की हत्या के मामले में फॉरेंसिक टीम द्वारा साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पायल के परिजनों ने बढ़पुरा गांव के श्मशान घाट पर 13 नवंबर की सुबह हेमा के शव दाह संस्कार किया था। पायल और उसके प्रेमी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटना से जुड़े साक्ष्य जुटा रही है। गुरुवार को फॉरेंसिक की टीम बढ़पुरा गांव के श्मशान घाट पहुंची और कुछ साक्ष्य जुटाने की कोशिश की। हालांकि, घटना के 18 दिन बीत जाने के चलते कुछ साक्ष्य जुटाना मुश्किल हो रहा है। श्मशान घाट पर 18 दिन पहले हेमा के शव का दाह संस्कार किया गया था। उसके बाद कई लोगों के शव का यहां दाह संस्कार किया गया है, जिसके चलते कुछ साक्ष्य मिलना मुश्किल था।

नाटक का राज खोला

बढ़पुरा हत्याकांड का राज हेमा के मोबाइल नंबर की सीडीआर से खुला। पुलिस ने उसके नंबर की सीडीआर निकलवाई तो उस पर अंतिम कॉल अजय ठाकुर ने की थी।