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महिला स्वावलंबन की ओर बढ़ रहा है छत्तीसगढ़ - वंदना राजपूत

   रायपुर. धरातल पर हुए कामों ने बदली छत्तीसगढ़ की तस्वीर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि चार साल में बहुत ही ऐतिहासिक निर्णय...

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 रायपुर. धरातल पर हुए कामों ने बदली छत्तीसगढ़ की तस्वीर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि चार साल में बहुत ही ऐतिहासिक निर्णय लिये गये है। हर वर्ग के लिये कांग्रेस सरकार ने काम किये है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुशल नीति के कारण प्रदेश में महिलाएं आत्म निर्भर बन रही है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ाने के लिये कांग्रेस सरकार ने स्व-सहायता समूह के बहनों के लिये 13 हजार करोड़ ऋण माफ किये है जिससे महिलाएं आत्मविश्वास के साथ काम कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा, उनकी शिक्षा, सेहत, स्वावलंबन और आत्मसम्मान के लिए ठोस काम किए हैं। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति की भागीदारी से छत्तीसगढ़ में छोटी-छोटी योजनाओं, छोटी-छोटी पूंजी और थोड़ी-थोड़ी उद्यमिता को मिलाकर एक नई आर्थिक क्रांति का जन्म हुआ और यह आर्थिक क्रांति विकास का एक टिकाऊ मॉडल बनकर पूरी दुनिया में प्रसिद्धि प्राप्त कर रहे है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बहुत ही संवेदनशील है जमीनी हकीकत को समझते है नोनी सशक्तिकरण योजना श्रमिकों के बेटियों के लिये एक बहुत ही बड़ा वरदान है मजदूर परिवार की पहली दो बेटियों को 20-20 हजार सहायता राशि कांग्रेस सरकार के द्वारा दी जा रही है। कन्या छात्रावास तथा आश्रमों में महिला होमगार्ड के 2200 नये पद सृजित किए गए हैं। नये बजट में 9 नवीन कन्या छात्रावास स्थापित किए जाएंगे। महिला संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए 370 थानों में हेल्पडेस्क संचालित किए जा रहे हैं। महिलाओं के स्वास्थ्य और सुपोषण के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, दाई-दीदी मोबाइल क्लीनिक, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना कांग्रेस सरकार के द्वारा लाया गया है जो एक संजीवनी के रूप में काम कर रहा है। बेटियों को जूडो-कराटे प्रशिक्षण लगातार दिये जा रहे है। आंगनवाड़ी का नर्सरी-प्ले स्कूल के रूप में विकास 2000 स्कूलों तथा 74 कन्या छात्रावासों में जूडो-कराटे का प्रशिक्षण, शिक्षा की गुणवत्ता के लिए प्रारंभ की गई। राज्य सरकार ने सिर्फ चार साल में ही प्रदेश की महिलाओं के अधिकारों की रक्षा, शिक्षा, सेहत, स्वावलंबन और आत्मसम्मान के लिए अनेक ठोस कदम उठाये है।