भिलाई । असल बात न्यूज़।। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई के शिक्षा विभाग द्वारा भिलाई एवं दुर्ग के विभिन्न शासकी...
भिलाई ।
असल बात न्यूज़।।
स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, भिलाई के शिक्षा विभाग द्वारा भिलाई एवं दुर्ग के विभिन्न शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों की बी.एड. प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बनाये गए वर्किंग मॉडल (सहायक शिक्षण सामग्री) का वितरण किया गया। शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के अंतर्गत बी.एड. प्रशिक्षणार्थियों को सहायक शिक्षण सामग्री बनाने एवं पुरानी रद्दी सामग्री से अल्पलागत सामग्री का निर्माण करना बताया जाता है साथ ही उनका उपयोग कर रुचिकर शिक्षण एवं प्रभावी शिक्षण देने का प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे कठिन से कठिन विषय-वस्तु को इनकी सहायता से बहुत सरल एवं आकर्षक बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम प्रभारी सहायक प्राध्यापक डॉ. शैलजा पवार, शिक्षा विभाग ने विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य को सहायक शिक्षण सामग्री महाविद्यालय की ओर से प्रदान किया एवं उनकी गुणवत्ता से अवगत कराया। इस अवसर पर डॉ. मंजू कनौजिया का विषेष सहयोग रहा।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने कहा कि महाविद्यालय के प्रशिक्षिक शिक्षकों के मार्गदर्शन में प्रशिक्षार्थियों द्वारा सहायक शिक्षण सामग्री निर्माण कर शासकीय विद्यालयों में वितरण किया गया जो सराहनीय कार्य है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों को सहायक शिक्षण सामग्री का वितरण करने से विद्यालय के विद्यार्थियों के लिये उपयोगी सिद्ध होगा।
महाविद्यालय की उपप्राचार्य डॉ. अज़रा हुसैन ने प्राध्यापकों एवं प्रशिक्षार्थियों को इस कार्य के लिये बधाई दी।
बी.एड. प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय महात्मा गांधी दुर्ग, प्राचार्य श्रीमती विद्या शुक्ला शासकीय उ.मा. विद्यालय आदर्ष नगर, दुर्ग, प्राचार्य श्रीमती मीता भट्ट, शासकीय पूर्व माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोसा नगर, दुर्ग, आमदी विद्या निकेतन विद्यालय, हुडको, भिलाई प्राचार्य सुश्री माधुरी कलसकर शासकीय उ.मा. विद्यालय तितुरडीह, दुर्ग, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेक्टर - 9 में सहायक शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया। विभिन्न विषयों जैसे गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी आदि विषयों से संबंधित सहायक सामग्री का वितरण किया गया। जिससे विद्यालय के विद्यार्थियों को अधिगम करने में सहायक सिद्ध हो सके। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्यों द्वारा महाविद्यालय को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।