किसी भी महायुद्ध की शुरुआत किसी एक छोटी घटना से ही होती रही है और दो से अधिक देशों का जंग में उतरना हमेशा इसकी आहट माना जाता है। पहले वि...
किसी भी महायुद्ध की शुरुआत किसी एक छोटी घटना से ही होती रही है और दो से अधिक देशों का जंग में उतरना हमेशा इसकी आहट माना जाता है। पहले विश्न युद्ध की बात हो या फिर दूसरे विश्व युद्ध में पोलैंड पर जर्मनी के अटैक की बात हो, दोनें बारल ऐसा ही हुआ था। कुछ ऐसा ही अब यूक्रेन से जंग में भी होता दिख रहा है। यूक्रेन पर रूस के ताबड़तोड़ हमलों के बीच अब पोलैंड भी इसमें कूदता दिख रहा है। दरअसल रूस ने मिसाइलों के जरिए यूक्रेन पर हमला बोला था, जिनमें से कुछ पोलैंड की सीमा में जा गिरीं। इन मिसाइलों के हमले में 2 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद से ही पोलैंड ने अपनी सेना को अलर्ट पर रखा है।
खबर है कि रूसी मिसाइलें यूक्रेन की सीमा से 15 किलोमीटर दूर पोलैंड में जाकर गिरीं। इससे पोलैंड के गांव में जोरदार धमाके हुए और दो लोगों की मौत हो गई। पोलैंड नाटो का सदस्य है और उसने सेना को अलर्ट किया है। यदि इस जंग में पोलैंड उतरता है तो नाटो देश भी उसके समर्थन में होंगे और इस तरह विश्व युद्ध जैसे हालात भी बन सकते हैं। एपी ने अमेरिकी खुफिया अधिकारी के हवाले से कहा कि यह धमाका रूसी मिसाइल के पोलैंड में गिरने से हुआ था। इन दावों की पेंटागन और वाइट हाउस की ओर से जांच की जा रही है।
पोलैंड ने कहा है कि रूस में बनी मिसाइल उसके पूर्वी हिस्से में आकर गिरी है और इसके चलते दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं रूस ने पोलैंड के दावे को खारिज किया है और इसे उकसाने वाला करार दिया है। पोलैंड ने रूस के राजदूत को तलब किया है और मिसाइल गिरने पर रिपोर्ट तलब की है। इस बीच नाटो के चीफ जेन्स स्टॉल्टेनबर्ग ने कहा कि यह पता लगाना जरूरी है कि पोलैंड में जानलेवा विस्फोटक कैसे हुआ। रूस ने ऐसे दावे से इनकार किया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पोलैंड के बयान गलत हैं कि रूसी मिसाइल उनके इलाके में गिरी है। डिफेंस मिनिस्टर ने कहा कि इस तरह के आरोप लगाना गलत है और उकसाने वाला है।
क्यों पोलैंड पर हमले से जेलेंस्की हैं आक्रामक?
इस बीच जो बाइडेन ने ट्वीट कर कहा है कि हम हमले की जांच में पोलैंड का सहयोग करेंगे। इसके अलावा जी-20 बैठक में मौजूद बाइडेन ने समिट से इतर जी-7 देशों की मीटिंग बुलाई है। इसमें पोलैंड पर कथित हमले को लेकर चर्चा की गई है। इस बीच जेलेंस्की ने रूस के हमले को उकसावे की कार्रवाई बताया है। जेलेंस्की ने मिसाइल हमले के दावे के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया, लेकिन कहा कि पोलैंड पर रूस ने मिसाइल अटैक किया है।