नेताजी सुभाष चन्द्र बोस कृषि व्यवसाय केन्द्र इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा नवाचारी विचारों एवं व्यावसायिक प्रस्तावों हेतु 22 जून ...
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस कृषि व्यवसाय केन्द्र इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा नवाचारी विचारों एवं व्यावसायिक प्रस्तावों हेतु 22 जून तक आवेदन आमंत्रित
रायपुर, । असल बात न्यूज।
नए उद्यमी कृषि के क्षेत्र में भी व्यवसाय शुरू कर सकते हैं और बड़ी आमदनी कमा सकते हैं।इसमें इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के द्वारा स्टार्टअप की स्थापना के इच्छुक नवाचारी उद्यमियों को ढ़ांचागत सुविधाएं, तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन, कौशल उन्नयन प्रशिक्षण देना शुरू कियाा गया है।
भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा नवाचार एवं कृषि उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना - रफ्तार - कृषि व्यवसाय इन्क्यूबेटर का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस कृषि व्यवसाय इन्क्यूबेटर केन्द्र स्थापित किया गया है। कृषि विश्वविद्यलय में स्थापित एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन केन्द्र द्वारा कृषि एवं संबधित क्षेत्रों में स्टार्टअप उद्योग एवं व्यवसाय की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए दो कार्यक्रम अभिनव एवं उदभव संचालित किए जा रहे हैं। अभिनव कार्यक्रम के तहत उद्यमियों से कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों में स्टार्टअप प्रारंभ करने योग्य नवाचारी विचारों के लिए पांच लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
इसी प्रकार उदभव कार्यक्रम के तहत उन उद्यमियों जिनके पास स्टार्टअप संबंधित कोई प्रारंभिक उत्पाद उपलब्ध है, को उसके व्यवसायीकरण हेतु पच्चीस लाख रूपये तक की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस कृषि व्यवसाय इन्क्यूबेटर केन्द्र द्वारा अभिनव-3.0 एवं उदभव-3.0 के अंतर्गत स्टार्टअप शुरू करने के इच्छुक युवा उद्यमियों एवं व्यवसायियों से 22 जून 2021 तक आवेदन आमंत्रित किये गए हैं। आवेदन का प्रारूप एवं विवरण वेबसाईट www.igkvrabi.com पर उपलब्ध है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में रफ्तार-एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन सेन्टर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. हुलास पाठक ने बताया कि इस केन्द्र के माध्यम से स्टार्टअप की स्थापना के इच्छुक नवाचारी उद्यमियों को ढ़ांचागत सुविधाएं, तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन, कौशल उन्नयन प्रशिक्षण दिया जायेगा जिससे कि हितग्राहियों को नये उद्योग-व्यवसाय स्थापित करने में मदद मिलेगी। उन्हें वित्तीय व्यवस्था तथा मार्केट लिंकेज उपलब्ध कराने हेतु भी आवश्यक सहयोग एवं मार्गदर्शन दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अपने संचालन की दो वर्ष की अल्प अवधि में एन.सी.बी. आई.जी.के.वी. रायपुर ने 85 कृषि स्टार्टअप को सफलतापूर्वक स्थापित किया है। रायपुर केन्द्र प्री सीड स्टेज इन्क्यूबेशन कार्यक्रम के तहत 50 लाख रूपये की उच्चतम वित्तीय सहायता हांसिल करने में भारत के सभी इन्क्यूबेटर केन्द्रों में प्रथम स्थान पर है। सभी प्रादेशिक कृषि विश्वविद्यालय - राबी केन्द्रों में सबसे अधिक 24 स्टार्टअप को वित्तीय सहायता हेतु अनुशंसा के मामले में भी यह प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बताया कि इन्क्यूबेशन कार्यक्रम के तहत रायपुर केन्द्र द्वारा चयनित स्टार्टअप्स को 2.26 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है जो पूरे देश में सर्वाधिक है।