रायपुर। असल बात न्यूज। छत्तीसगढ़ राज्य के धान के खेतों में अब धान की जगह फलदार, औषधिय,बांस अथवा ईमारती वृक्षों के पेड़ लहलहाते नजर आ सकते ह...
रायपुर। असल बात न्यूज।
छत्तीसगढ़ राज्य के धान के खेतों में अब धान की जगह फलदार, औषधिय,बांस अथवा ईमारती वृक्षों के पेड़ लहलहाते नजर आ सकते हैं। राज्य सरकार किसानों को अपने खेतों में धान की जगह वृक्षों को लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। यहां सरकार किसानों की आमदनी बढ़ानें लगातार नए प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में खेतों में पौधे लगाने की यह नई योजना तैयार की गई है। धान की फसल को अधिक फायदेमंद नही माना जा रहा है, इससे किसानों को अधिक आमदनी नही होती इसीलिए राज्य में फसल परिवर्तन पर जोर दिया जा रहा है।
इस वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत् किसान अपने खेत में फलदार पौधें, मिश्रित पौधें बांस, ईमारती पौधें अथवा औषधिय पौधें लगा सकते है। उन्हें एक एकड खेत में कम से कम चार सौ से लेकर एक हजार तक पौधें लगाने होंगें। इनमें से 80 प्रतिशत पौधें जीवित रहेंगें तो किसानों को तीन वर्षों तक प्रति वर्ष दस हजार रू. दिया जाएगा। इस योजना का फायदा लेने वाले किसान वृक्षारोपण के साथ अपने खेत में दलहन-तिलहन गेंहू और दूसरी फसलें भी ले सकतें है। इस तरह से किसानां की आमदनी तो बढ़ेगेी ही खेत हरे भरे पौधों से लहलहाते भी नजर आने लगेंगें।
जिला वनमंडलाधिकारी रायपुर, विश्वेश कुमार झा कहते है कि यह नई चीज है। लेकिन हम किसानों को खेतों में वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित कर रहे है। खुशी की बात है कि किसान योजना से जुड रहे है। उन्हें भरोसा है कि खेतों में वृक्षारोपण करने से उनकी आमदनी बढ़ेगी। हम इस बारें में किसानों से लगातार बातचीत कर रहे है। उन्होंनें बताया कि इस योजना में हमे कृषि विभाग और पंचायतों का भी सहयोग मिल रहा है। हम इन विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बातचीत कर रहें है। रायपुर वनमंडल क्षेत्र में कम से कम दस ग्राम पंचायत क्षेत्रों में इस योजना में प्रगति दिख सकती है और पहले चरण में सौ से अधिक किसानों के इस योजना से जुडने की सम्भावना है। ग्राम पंचायत समितियों और वन प्रबंधन समितियों को उनकी रिक्त भूमि पर वृक्षारोपण करने को कहा गया है। ये पौधें तीन वर्षों तक जीवित रहेंगें तो ग्राम पंचायत समितियों और वन प्रबंधन समितियों को किसानों की तरह प्रति वर्ष दस हजार रू. मिलेंगे।
राज्य सरकार किसानों की आमदनी बढ़ानें की अपनी इस योजना को किसानों तक पहूंचानें के लिए सतत् प्रयासरत् है। मुख्यमंत्राी श्री भूपेश बघेल 05 जून को वर्चुअल कार्यक्रम मे कवर्धा, बस्तर, कांकेर , दुर्ग, महासमुन्द, बिलरासपुर, सरगुजा में इस वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना का औपचारिक शुभांरभ करेंगें। इसके बाद जिलें के कलेक्टर्स, जिला वनमंडल अधिकारी और कृषि अधिकारी समन्वय बनाकर वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना को आगे बढ़ायेगें।