पाटन, दुर्ग। असल बात न्यूज। पाटन विकासखंड के 3 गांव का पानी पीने योग्य नहीं है। इसका सेवन करने से ग्रामीण बीमार पड़ सकते हैं।मितानिनों के...
पाटन, दुर्ग। असल बात न्यूज।
पाटन विकासखंड के 3 गांव का पानी पीने योग्य नहीं है। इसका सेवन करने से ग्रामीण बीमार पड़ सकते हैं।मितानिनों के सर्वे में यह रिपोर्ट सामने आई है। फिलहाल उक्त स्रोत का पानी उपयोग के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि जमीनों के अंधाधुन खुदाई से पानी के स्रोत पर असर पड़ता है तथा कई बार पानी प्रदूषित हो जाता है।मितानिनों के द्वारा इस तरह का सर्वे क्षेत्र में प्रतिवर्ष किया जाता है।
यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि उन गांव का पानी पहले से ही पीने के अयोग्य है अथवा किसी कारण से इस साल प्रदूषित हो गया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार पाटन के जिन गांव का पानी पीने के अयोग्य पाया गया है उसमें भरर ग्राम का कुर्मी पारा, गब्दी का यादव पारा, तरीघाट का दुर्गा चौक क्षेत्र शामिल हैं। राज्य स्वास्थ्य संसाधन के द्वारा प्रतिवर्ष पेयजल के स्रोतों की स्थिति के बारे में मितानिनों के माध्यम से सर्वे कराया जाता है। इस सर्वे में उक्त स्थानों के पेयजल के स्रोतों का पानी प्रदूषित पाया गया है। बताया जाता है कि इस दौरान हैंड पंप तथा नल जल स्रोत से आने वाले पानी की जांच की गई है। कुल 143 स्थलों में प्रदूषण की जांच की गई। जिसमें से तीन स्थानों के स्रोत का पानी पीने का योग्य पाया गया।यह अच्छी खबर है कि शेष 140 सालों का पानी प्रदूषित नहीं है। हैंडपंप से निकलने वाले पानी ही पीने के अयोग्य पाए गए हैं। नल जल का पानी कहीं प्रदूषित नहीं पाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उल्टी दस्त, हैजा, पीलिया टाइफाइड जैसी संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए पानी की शुद्धता का प्रत्येक वर्ष परीक्षण कराया जाता है। यह परीक्षण h2s सिस्टम से किया जाता है। उक्त तीन स्थानों पर पानी प्रदूषित पाए जाने के बाद ग्रामीणों को उसका उपयोग करने से मना कर दिया गया है। बताया जाता है कि मितानिनों के द्वारा उन स्रोतों में क्लोरीन डालकर उसका तात्कालिक तौर पर उपचार किया गया है। सर्वे में बोरिंग और नल जल स्रोतों की रेंडम जांच की जाती है। मितानिनों को संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए ओ आर एस , jink , metro, chlorine, मलेरिया किट समय पर उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि वे संक्रामक बीमारियों के उपचार के लिए तत्काल मदद कर सके।