475 विधानसभा क्षेत्रों में 1.5 लाख मतदान केन्द्रों में मतदान नई दिल्ली। असल बात न्यूज। केरल , तमिलनाडु , पुडुचेरी राज्यों में और असम व ...
475 विधानसभा क्षेत्रों में 1.5 लाख मतदान केन्द्रों में मतदान
केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी राज्यों में और असम व पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण के लिए 475 विधानसभा क्षेत्रों में 1,53,538 मतदान केन्द्रों में शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ। सामाजिक दूरी के नियमों को ध्यान में रखते हुए, मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ाए जाने से प्रति मतदान केन्द्र मतदाताओं की संख्या 1,500 से घटकर 1,000 हो गई है।
चुनाव में मतदाताओं, मतदान केन्द्रों और पर्यवेक्षकों का विवरण इस प्रकार है :
तालिका 1 | |||||
राज्य | केरल | तमिलनाडु | पुडुचेरी | असम तीसरा चरण | पश्चिम बंगालतीसरा चरण |
विधानसभा क्षेत्र | 140 | 234 | 30 | 40 | 31 |
मतदान केन्द्रों की संख्या | 40771 | 88,937 | 1558 | 11,401 |
10,871
|
पंजीकृत मतदाता | 2,75,03,199 | 6,28,69,955 | 1004197 | 79,19,641 | 78,52,425 |
तैनात सामान्य पर्यवेक्षकों की संख्या | 70 | 150 | 11 | 33 | 22 |
तैनात पुलिस पर्यवेक्षकों की संख्या | 20 | 41 | 5 | 9 | 7 |
तैनात व्यय पर्यवेक्षकों की संख्या | 40 | 119 | 12 | 17 | 9 |
शाम 5 बजे तक मतदान का प्रतिशत | 69.95% | 64.92% | 77.90% | 78.94% | 77.68% |

समावेशी और सुगम चुनाव सुनिश्चित करने के लिए, ईसीआई ने डाक मतपत्र की सुविधा के विकल्प का पीडब्ल्यूडी, 80 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिकों, कोविड-19 संदिग्ध या प्रभावित लोगों और आवश्यक सेवाओं में तैनात लोगों के लिए विस्तार कर दिया है। पर्यवेक्षक जमीनी स्तर यह देख रहे हैं कि इन मतदाताओं के लिए उचित सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
पीडब्ल्यूडी मतदाताओं की कुल संख्या = 906763

80+ मतदाताओं की कुल संख्या = 2152210

पीडब्ल्यूडी मतदाताओं और 80+ मतदाताओं का विवरण इस प्रकार है:
तालिका 2 | ||||||
राज्य | केरल | तमिलनाडु | पुडुचेरी | असमतीसरा चरण | पश्चिम बंगाल तीसरा चरण | कुल |
पीडब्ल्यूडी मतदाता | 294718 | 4,81,899 | 12038 | 54,148 | 64,083 | 9,06,763 |
80+ मतदाता | 622064 | 12,87,457 | 17146 | 99,471 | 1,26,177 | 21,52,210 |
मानक प्रक्रिया के तहत ये सभी ईवीएम और वीवीपीएटी पहले ही पहले स्तर की जांच, औचक परीक्षण से गुजर चुकी हैं और राजनीतिक दलों/ उम्मीदवार के एजेंटों की उपस्थिति में स्थापित की जा रही हैं। एफएलसी और स्थापना के दौरान सभी ईवीएम और वीवीपीएटी को दिखावटी चुनाव से गुजारा गया है। आज मतदान शुरू होने से पहले हर ईवीएम और वीवीपीएटी फिर से उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट की उपस्थिति में मानक प्रक्रिया के तहत कम से 50 मत डलवाकर दिखावटी चुनाव से गुजारा गया। दिखावटी चुनाव के अंत में ईवीएम के नतीजे का वीवीपीएटी पर्चियों के नतीजे के साथ मिलान किया गया और उसे पोलिंग एजेंटों को दिखाया गया। दिखावटी चुनाव के दौरान काम नहीं करने की दर पिछले कुछ चुनावों की तुलना/ अनुभव से कम रही।

मुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने को प्रोत्साहन देने के क्रम में ईसीआई के मानकों के तहत गंभीर और संवेदनशील पोलिंग बूथ सहित 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदान केन्द्रों की सजीव निगरानी और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसका उद्देश्य मतदान क्षेत्रों में सुरक्षित माहौल सुनिश्चित हो सके। आयोग, सीईओ, डीईओ, पर्यवेक्षक सीधा प्रसारण देख सकते थे और इन मतदान केन्द्रों पर पैनी नजर रख सकते थे।
79395 51.71% | 153538 मतदान केन्द्रों में से सजीव निगरानी |
आयोग के निर्देशों के तहत सीएपीएफ कर्मचारियों सहित पुलिस अधिकारी मतदान केन्द्रों के भीतर नहीं जाएंगे, जब तक कि कानून व्यवस्था की समस्या के चलते पीठासीन अधिकारी को इसकी आवश्यकता न हो। आयोग का यह स्पष्ट निर्देश है कि चुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में शांति काल यानी मतदान के समय से 48 घंटे पहले या बाद में किसी भी बाहरी व्यक्ति को आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आयोग ने डीईओ और पुलिस अधिकारियों को संबोधन के दौरान यह निर्देश दोहराया था। इन दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया गया।

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