ग्रामीणों से क्षति की ली जानकारी, जंगल ना जाने एवं समूह में रहने व काम करने की दी समझाइश

रायपुर, कोरिया। असल बात न्यूज़।

 कलेक्टर श्री एसएन राठौर आज कोरिया वनमंडल के डीएफओ एमोतेमसू आओ एवं एसपी श्री चंद्रमोहन सिंह के साथ जिले के विकासखण्ड खड़गवां के हाथी प्रभावित क्षेत्र पहुँचे। खड़गवां के ग्राम पंचायत जरौंधा अंतर्गत प्रभवित क्षेत्र में पहुंचकर कलेक्टर श्री राठौर ने ग्रामीणों से मकानों, फसलों और मवेशियों को हुई क्षति पर चर्चा की एवं जानकारी ली। हाथियों के दल से सुरक्षा एवं बचाव हेतु तैनात जवानों से कलेक्टर श्री राठौर ने गांव में सुरक्षा हेतु किये जा रहे उपायों की जानकारी ली। जवानों ने बताया कि हाथियों का दल कटघोरा डिवीजन में पहुंच चुका है। कलेक्टर श्री राठौर ने कहा कि मशाल जलाने व अन्य उपायों को जारी रखें। जिला प्रशासन, पुलिस एवं वन विभाग हर मदद के लिए तैयार है। उन्होंने ग्रामीणों से अकेले ना घूमने एवं जंगल ना जाने की तथा समूह में रहने व काम करने की समझाइश दी।



ग्रामीणों को सामूहिक रूप से एक जगह ठहराने की व्यवस्था हेतु कलेक्टर श्री राठौर ने संबंधित सरपंच को निर्देशित किया एवं ग्रामीणों के समूह में ठहरने की व्यवस्था हेतु डीएफओ व एसपी के साथ स्वयं ग्राम जरौंधा के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल भवन व छात्रावास का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि 13 दिनों से इस इलाके में 45 हाथियों का दल विचरण कर रहा था। जो अब कटघोरा डिवीजन निकल चुका है।

 

’प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलका, नवीन ग्रामपंचायत सह पीडीएस भवन, पोषण पुनर्वास केंद्र एवं स्वास्थ्य केंद्र खड़गवां का किया निरीक्षण’

इसके बाद कलेक्टर श्री राठौर ने विकासखण्ड खड़गवां स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलका का निरीक्षण किया एवं मरीजों के परिजनों एवं स्वास्थ्य केंद्र आने वाले अन्य लोगों की सुविधा हेतु कैंटीन शेड बनाने के निर्देश दिए। इसी तरह निर्माणाधीन नवीन ग्रामपंचायत सह पीडीएस भवन का भी अवलोकन किया। खड़गवां के पोषण पुनर्वास केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करते हुए उन्होंने स्वच्छता बनाये रखने एवं कोविड-19 नियमों का पालन करने के निर्देश दिए। मरीजों व परिजनों को कोविड-19 के प्रति जागरूक करने कहा। यहां कलेक्टर श्री राठौर ने सभी कक्षों एवं वार्डों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। स्वास्थ्य केंद्र में कैंटीन बनाने के निर्देश दिये जिससे स्वास्थ्य केंद्र आने वाले मरीजों के परिजनों व अन्य लोगों के लिए बैठ कर भोजन व जलपान करने की व्यवस्था मिल सके।